
The Fact India: गुड फ्राइडे के दिन जहां ईसा मसीह के बलिदान को याद किया जाता है, लोग दुखी होते हैं, उसके बाद यानी ईस्टर (Easter Sunday 2021) पर उनकी खुशी दोगुनी होती है। लोगों की मान्यता है कि गुड फ्राइडे के तीन बाद यानी ईस्टर संडे को ईसा मसीह सूली पर चढ़ने के बाद दोबारा जीवित हुए थे.बाइबिल में लिखा गया है कि दोबारा जीवित होने के बाद यानी ईस्टर के 40 दिन बाद तक ईसा मसीह पृथ्वी पर रहे थे. इस दौरान उन्होंने शिष्यों को प्रेम का पाठ पढ़ाया. अंत में वे स्वर्ग चले गए.
ईस्टर पर अंडों का महत्व
ईस्टर पर अंडों का विशेष महत्व है. इस दिन लोग अंडों को सजाते हैं. एक-दूसरे को अंडे गिफ्ट में भी देते हैं. अंडे का इस दिन महत्व इसलिए है क्योंकि लोग अंडे को नया जीवन और उंमग का प्रतीक मानते हैं. इस दिन मोमबत्तियां जलाना भी शुभ माना जाता है.
जीसस को मृत्युदंड के बाद ईस्टर की खुशी
यरुशलम में जब ईसा की लोकप्रियता बढ़ने लगी तो धर्मगुरुओं ने रोम के शासक के कान भरने शुरू कर दिए. फिर उन लोगों ने ईसा पर धर्म और राज्य की अवमानना का आरोप लगाकर क्रूस पर लटकाकर मृत्युदंड दे दिया. इसके बाद ईस्टर पर वे फिर जीवित हो उठे. जिसके बाद उनके अनुयायी उनके दिखाए रास्तों पर फिर चलने लगे. जीसस को मृत्युदंड के बाद फैले अंधियारे और निराशा के बीच ईस्टर (Easter Sunday 2021) नए जीवन का उत्सव है.