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सुलह के बाद गहलोत बोले- पायलट अगर पार्टी में हैं तो साथ मिलकर काम क्यों नहीं करेंगे, मेरे लिए पद मायने नहीं; सचिन ने साध रखी है चुप्पी
The Fact India: सचिन पायलट के साथ हुई सुलह के बाद मंगलवार को राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का बयान आया है। सीएम गहलोत ने कहा है कि अगर वे (सचिन पायलट) पार्टी में हैं तो साथ मिलकर काम क्यों नहीं करेंगे। गहलोत का यह बयान दिल्ली में पत्रकारों द्वारा पूछे गए सवाल के बाद आया है। पत्रकारों ने गहलोत से पूछा था कि क्या उन्हें भरोसा है कि पायलट उनके साथ मिलकर काम करेंगे।
सीएम गहलोत से पत्रकारों ने जब काउंटर सवाल किया गया कि उनकी (पायलट) पार्टी में क्या भूमिका होगी। इस पर गहलोत ने कहा कि भूमिका हाईकमान की होती है। मेरे लिए पद मायने नहीं रखता है। मैं तीन बार मुख्यमंत्री रहा। मैंने काम करने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। उन्होंने कहा कि आज मेरी ड्यूटी है, मैं उस दिशा में काम करूं कि सरकार कैसे रिपीट हो। हाईकमान भी यही चाहता है। मैंने जनता के लिए बहुत सारी योजनाएं बनाई हैं। मुझे लगता है कि जनता इस बार सरकार रिपीट करेगी।
सोमवार को मीडिया के सामने केसी वेणुगोपाल ने सुलह का दावा किया है। लेकिन इसके बाद अभी तक सचिन पायलट ने कोई बयान नहीं दिया है। अब पायलट के बयान का इंतजार है। पायलट की तीनों मांगों और सियासी मुद्दों पर फैसला कांग्रेस अध्यक्ष को करना है। सुलह के फॉर्मूले को उजागर नहीं करके अभी केवल हाईकमान पर फैसला छोड़ने की बात कही है।
गहलोत ने मीडिया से कहा कि मैं खुद कई बार कह चुका हूं कि अब मेरे लिए पद मायने नहीं रखता है। मैं तीन बार सीएम बना हूं। केंद्रीय मंत्री बना हूं। सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी ने मुझ पर इतना विश्वास किया है। तीन बार सीएम और तीन बार केंद्रीय मंत्री बनना मायने रखता है। आज मेरी ड्यूटी बनती है कि जो हाईकमान चाहे वह मैं करूं। पार्टी को जितवाने के लिए काम करूं। वो मैं कर रहा हूं। मैंने योजनाएं बनाने में और लागू करने में कोई कमी नहीं रखी। हर वर्ग का ध्यान रखा है। अब राजस्थान में चाहे मोदी आएं या अमित शाह आएं, जनता हकीकत जानती है।