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Vote / Poll

BJP और Congress के बीच क्या Rajasthan में Aam Aadmi Party अपनी जगह बना पाएगी ?

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अब जनता कांग्रेस-भाजपा से परेशान हो चुकी है
30%
'आप' की वजह से कांग्रेस और भाजपा में चिंता है
9%
केजरीवाल राजस्थान में कामयाब नहीं हो पाएंगे
90%
राजस्थान में भी 'आप' की सरकार बननी चाहिए
70%
Total count : 138

Vote / Poll

डेगाना विधानसभा क्षेत्र से आप किसको भाजपा का जिताऊँ प्रत्याशी मानते है ?

अजय सिंह किलक
56%
शिव देशवाल
26%
अन्य
18%
Total count : 7524

Vote / Poll

कर्नाटक का मुख्यमंत्री किसे बनाया जा सकता है?

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सिद्देरमैया
67%
डीके शिवकुमार
13%
मल्लिकार्जुन खड़गे
13%
बता नहीं सकते
7%
Total count : 15

Vote / Poll

फिल्मों के विवादित होने के क्या कारण हैं?

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समुदाय विशेष को टारगेट करना
33%
राजनीतिक लाभ लेने के लिए
11%
फिल्मों को हिट करने के लिए
44%
कुछ बता नहीं सकते
11%
Total count : 9

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गौरव दिवस पर अगले साल से भोपाल में एक जून को सरकारी अवकाश, मुख्यमंत्री शिवराज ने की घोषणा; बोले- सबको पता हो भोपाल कब आजाद हुआ

गौरव दिवस पर अगले साल से भोपाल में एक जून को सरकारी अवकाश, मुख्यमंत्री शिवराज ने की घोषणा; बोले- सबको पता हो भोपाल कब आजाद हुआ
Santosh Pandey
June 1, 2023

The Fact India: मध्‍य प्रदेश के मुख्‍यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गुरुवार को घोषणा की कि अगले साल से भोपाल में एक जून को सरकारी छुट्टी रहेगी। उन्‍होंने कहा कि सबको पता होना चाहिए कि भोपाल एक जून को आजाद हुआ था। इसलिए भोपाल विलीनीकरण और भोपाल गौरव दिवस के अवसर पर शासकीय अवकाश रहेगा। उन्होंने एक शोध संस्थान बनाने की बात भी कही ताकि, राजा भोज और रानी कमलापति आदि का इतिहास युवा पीढ़ी को बताया जा सके।

 

मुख्‍यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भोपाल गेट पर विलीनीकरण (भोपाल स्वतंत्रता दिवस) दिवस पर झंडावंदन किया। वहीं, मशाल प्रज्जवलित कर शहीदों को पुष्पांजलि अर्जित की। साथ में भोपाल गेट पर ही स्वच्छता सैनिकों का सम्मान भी किया। मुख्यमंत्री चौहान ने भोपाल के गौरव दिवस पर सबको बधाई दिए। उन्‍होंने कहा कि एक जून को गौरव दिवस मनेगा, क्योंकि इस दिन भोपाल भारत में मिला था।

 

गौरव दिवस के मौके पर हुए कार्यक्रम में पहुंचे सीएम चौहान ने कहा कि 15 अगस्त 1947 को देश तो स्वतंत्र हो गया, लेकिन भोपाल को आजादी नहीं मिली थी। यहां के नवाब ने भोपाल रियासत को भारत में विलीन करने से इनकार कर दिया था। तब विलीनीकरण आंदोलन चला था। लगातार पौने दो साल भोपाल रियासत में रहने वाले लोगों ने भोपाल को भारत में विलीन कराने के लिए आंदोलन किया। बोरास में हमारे लोग शहीद हुए। भोपाल भारत का हिस्सा बने, इसलिए खून की अंतिम बूंद तक दे दी।

 

पं. उद्धवदास मेहता, मास्टर लाल सिंह, बालकृष्ण गुप्ता, डॉ. शंकरदयाल शर्मा समेत कई महापुरुषों ने भोपाल विलीनीकरण की लड़ाई लड़ी। लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल ने जब नवाब को आंखें दिखाई तो एक जून 1949 को भोपाल भारत का अंग बना। इसलिए भोपाल ने तय किया कि भोपाल की आजादी का दिन ही गौरव दिवस होगा।

 

शिवराज सिंह ने कहा कि मैं विलीनीकरण आंदोलन के शहीदों को प्रणाम करता हूं। नमन करता हूं। भोपाल का इतिहास सबको पता हो, इसके लिए एक शोध संस्थान बनाएंगे। इसमें राजा भोज से लेकर रानी कमलापति आदि का पूरा इतिहास आएगा। अगले वर्ष 1 जून को भोपाल में शासकीय अवकाश रहेगा ताकि, सबको पता रहे कि 1 जून को भोपाल आजाद हुआ था। अवकाश की मांग पूर्व महापौर आलोक शर्मा ने की थी। कार्यक्रम में चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग, महापौर मालती राय समेत कई जनप्रतिनिधि मौजूद थे।

गौरव दिवस पर अगले साल से भोपाल में एक जून को सरकारी अवकाश, मुख्यमंत्री शिवराज ने की घोषणा; बोले- सबको पता हो भोपाल कब आजाद हुआ

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