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लंदन में कोहिनूर से भी पुराने भारतीय हीरे ‘ब्रोलिटी ऑफ इंडिया’ की होगी नीलामी, दुनिया के सबसे बड़े ऑक्शन में 700 गहनों को रखा जाएगा
The Fact India: लंदन के किंग स्ट्रीट पर सोमवार को दुनिया के सबसे पुराना हीरा ‘ब्रोलिटी ऑफ इंडिया’ की नीलामी होगी। इस नीलामी केवल ‘ब्रोलिटी ऑफ इंडिया’ हीरे को नहीं रखा जाएगा, बल्कि दुनिया के पुराने गहने बिकने के लिए रखे जाएंगे। ये नीलामी ब्रिटेन का ऑक्शन हाउस क्रिस्टीज करवाने वाला है। एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, नीलामी में रखे जाने वाला सबसे पुराना हीरा 'ब्रोलिटी ऑफ इंडिया' की कीमत 63 करोड़ रुपए है। नीलामी से आए पैसों को सामाजिक कल्याण के कामों में लगाए जाने की बात कही जा रही है। इस नीलामी को दुनिया की सबसे बड़ी गहनों की बिक्री बताया जा रहा है।
लंदन में होने वाले इस नीलामी में 700 गहनों को शामिल किया गया है। ऑस्ट्रिया की हीडी हॉर्टन नाम की महिला के ये गहनें हैं। इसकी मौत पिछले साल हो गई थी। हीडी के पति हेलमट हॉर्टन जर्मनी के एक अरबपति थे। सारे गहने हीडी को उन्हीं से विरासत में मिले थे। हेलमट हॉर्टन पर आरोप हैं कि उन्होंने अपना बिजनेस सेकेंड वर्ल्ड वॉर के दौरान यहूदियों से जबरन खरीदे गए सामानों पर खड़ा किया था।
डेविड डे जोंग नाम के लेखन ने अपनी किताब में बताया है कि सेकेंड वर्ल्ड वॉर के दौरान यूरोप में यहूदियों से जबरन उनके बिजनेस खरीदे गए थे। उस समय हेलमट हॉर्टन काफी सक्रिय थे। पहले यहूदियों में डर पैदा कर उनके बिजनेस को खरीदा गया और बाद में उन्हें अपने बिजनेस बेचने के लिए मजबूर कर दिया गया था। यहूदी अपनी जान बचाने के लिए बेहद कम दामों में अपने व्यापार, दुकानें और सामान बेचकर जर्मनी छोड़कर चले गए थे।
ब्रिटिश वॉग के मुताबिक 90.8 कैरेट का 'ब्रोलिटी ऑफ इंडिया' हीरा कोहिनूर से भी पुराना माना जाता है। इसका पहला जिक्र 12वीं सदी में हुआ। इतिहासकारों के मुताबिक इसकी पहली मालिक 12वीं शताब्दी में फ्रांस की महारानी एलेनॉर ऑफ एक्वेनटेन को बताया जाता है। माना जाता है कि इस रंगहीन हीरे की उत्पत्ति आंध्र प्रदेश में हुई थी। कई सालों तक गुमनाम रहने के बाद यह हीरा 1950 में उस वक्त सामने आया जब न्यूयॉर्क के हेनरी विन्सटन ने इसे भारत के किसी राजा से खरीदा। इसके बाद 1971 में इस हीरे को हेलमट हॉर्टन ने खरीद लिया था।