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Vote / Poll

BJP और Congress के बीच क्या Rajasthan में Aam Aadmi Party अपनी जगह बना पाएगी ?

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अब जनता कांग्रेस-भाजपा से परेशान हो चुकी है
30%
'आप' की वजह से कांग्रेस और भाजपा में चिंता है
11%
केजरीवाल राजस्थान में कामयाब नहीं हो पाएंगे
90%
राजस्थान में भी 'आप' की सरकार बननी चाहिए
70%
Total count : 97

Vote / Poll

डेगाना विधानसभा क्षेत्र से आप किसको भाजपा का जिताऊँ प्रत्याशी मानते है ?

अजय सिंह किलक
56%
शिव देशवाल
26%
अन्य
18%
Total count : 7485

Vote / Poll

कर्नाटक का मुख्यमंत्री किसे बनाया जा सकता है?

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सिद्देरमैया
100%
डीके शिवकुमार
0%
मल्लिकार्जुन खड़गे
0%
बता नहीं सकते
0%
Total count : 3

Vote / Poll

फिल्मों के विवादित होने के क्या कारण हैं?

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समुदाय विशेष को टारगेट करना
0%
राजनीतिक लाभ लेने के लिए
0%
फिल्मों को हिट करने के लिए
100%
कुछ बता नहीं सकते
0%
Total count : 1

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दूसरे के नाम और रोल नंबर पर यूपीएससी में खुद के सिलेक्शन का दावा करने वाले दो फर्जी कैंडिडेट मिले; कमीशन बोला- हमारा सिस्टम फुलप्रूफ

दूसरे के नाम और रोल नंबर पर यूपीएससी में खुद के सिलेक्शन का दावा करने वाले दो फर्जी कैंडिडेट मिले; कमीशन बोला- हमारा सिस्टम फुलप्रूफ

The Fact India: संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) ने हाल ही में सिविल सेवा परीक्षा का परिणाम जारी किया है। इसके बाद दो कैडिडेट्स ने खुद के यूपीएससी में सिलेक्‍शन होने का दावा करने लगे। ये फर्जी कैडिडेट्स मध्‍य प्रदेश की आयशा मकरानी और हरियाणा के तुषार कुमार हैं। इस पर यूपीएससी ने इन दोनों फेक कैंडिडेट्स पर पर क्रिमिनल और डिस्प्लिनरी एक्शन लेने की तैयारी कर ली है। मध्य प्रदेश के अलीराजपुर और हरियाणा के रेवाड़ी के इन कैंडिडेट्स से मिलते-जुलते नाम वाले कैंडिडेट्स का यूपीएससी में सिलेक्शन हुआ है। नाम को आधार बनाकर इन्होंने अपने सिलेक्शन का दावा किया था।

 

यूपीएससी ने 23 मई को सिविल सर्विस परीक्षा परिणाम जारी किया। इस परीक्षा में मध्‍य प्रदेश की देवास की रहने वाली आयशा फातिमा को 184वीं रैंक मिली। वहीं बिहार के भागलपुर निवासी तुषार कुमार को 44वीं रैंक मिली। इन दोनों सफल उम्‍मीदवारों के नामों का फायदा उठाकर मध्‍य प्रदेश और हरियाणा के फर्जी कैंडिडेट्स ने खुद के यूपीएससी में सिलेक्‍शन होने के दावे करने लगे। मध्य प्रदेश की आयशा मकरानी ने 184वीं रैंक पाने का दावा किया था। जबकि हरियाणा के रेवाड़ी जिले का रहने वाले तुषार ने 44वीं रैंक पाने का दावा किया था।

 

आयोग ने शुक्रवार को बयान जारी करके कहा कि दोनों के दावे फर्जी हैं। उन्होंने अपने दावों को साबित करने के लिए फर्जी दस्तावेज तैयार किए हैं। ऐसा करके मकरानी और तुषार दोनों ने सिविल सेवा परीक्षा के नियमों का उल्लंघन किया है। इसलिए उन पर एक्शन लिया जाएगा। यूपीएससी सिस्टम मजबूत होने के साथ-साथ फुलप्रूफ भी है और ऐसी गलतियां संभव नहीं हैं।

दूसरे के नाम और रोल नंबर पर यूपीएससी में खुद के सिलेक्शन का दावा करने वाले दो फर्जी कैंडिडेट मिले; कमीशन बोला- हमारा सिस्टम फुलप्रूफ

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