Categories
Vote / Poll
BJP और Congress के बीच क्या Rajasthan में Aam Aadmi Party अपनी जगह बना पाएगी ?
Vote / Poll
डेगाना विधानसभा क्षेत्र से आप किसको भाजपा का जिताऊँ प्रत्याशी मानते है ?
Vote / Poll
कर्नाटक का मुख्यमंत्री किसे बनाया जा सकता है?
Vote / Poll
फिल्मों के विवादित होने के क्या कारण हैं?
Recent Posts
Newsletter
Subscribe to our mailing list to get the new updates!
Recommended Posts
Featured Posts
हरियाणा में भाजपा को बुरा धो दिया! BJP का मोरिया बुलाएंगे डोटासरा?
JAIPUR : राजस्थान से हरियाणा तक की राजनीति के धागों में उलझी हुई है। कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा हरियाणा में विधानसभा चुनाव प्रचार के लिए पहुंचे हैं, लेकिन प्रचार के साथ-साथ उन्होंने बीजेपी पर जमकर हमला बोला है। खास तौर पर निशाने पर हैं हरियाणा में बीजेपी के प्रभारी सतीश पूनिया और प्रवासी प्रभारी राजेंद्र सिंह राठौड़।
मंगलवार को हिसार से अपने चुनावी अभियान की शुरुआत करते हुए, डोटासरा ने सीधे-सीधे बीजेपी के इन दिग्गज नेताओं से सवाल किया है कि आखिरकार वो हरियाणा में वोट मांगते वक्त जनता से क्या कह रहे हैं? क्या वो सच में बीजेपी के लिए प्रचार कर रहे हैं या फिर सिर्फ दिखावा हो रहा है?
डोटासरा ने चुटकी लेते हुए कहा, 'राठौड़ साहब और पूनिया जी से पूछिए कि आपको बीजेपी ने कितना ठगा है?' यह बयान उनके तीखे हमलों की एक और मिसाल है। लेकिन मजेदार बात यह है कि कुछ समय पहले ही डोटासरा और राठौड़ की मुलाकात हिसार के एक होटल में हुई थी। उस मुलाकात की तस्वीरें अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं, जहां दोनों हाथ मिलाते और मुस्कुराते दिख रहे हैं।
राजस्थान में डोटासरा और राठौड़ की सियासी अदावत हमेशा सुर्खियों में रही है। डोटासरा ने तो यह तक कहा था कि अगर चूरू का चुनाव राजेंद्र सिंह राठौड़ हार जाते हैं, तो उनका सियासी करियर खत्म हो जाएगा। वहीं, राठौड़ ने पलटवार करते हुए डोटासरा की तुलना 'गधे की लात' से कर दी थी, यह बयान भी काफी चर्चाओं में रहा था।
लेकिन हरियाणा के इस राजनीतिक मंच पर, जहां एक ओर डोटासरा ने पुरानी अदावतें याद दिलाई हैं, वहीं दूसरी ओर उनकी राठौड़ से अनौपचारिक मुलाकात ने भी कई सवाल खड़े कर दिए हैं। क्या हरियाणा का चुनाव इन दोनों नेताओं के बीच की पुरानी लड़ाई को और भड़काएगा, या फिर यह सिर्फ सियासी दांव-पेच का एक और अध्याय है? देखना दिलचस्प होगा।
फिलहाल, हरियाणा का चुनावी अखाड़ा गरमा चुका है, और ऐसे में आरोप-प्रत्यारोप का दौर तेज़ होने वाला है। क्योंकिजहां फायदा दिखे, वहां हर नेता झुकता है।" "सियासत में दोस्ती-दुश्मनी का खेल चलता है,