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Dousa : दौसा में उपचुनाव का रण सज चुका है और कांग्रेस और बीजेपी के बीच तलवारें खिंच गई हैं। जहां एक ओर कांग्रेस सांसद मुरारीलाल मीणा का कहना है कि किरोड़ी लाल मीणा बीजेपी से नाराज़ हैं और पार्टी को इस उपचुनाव में मुश्किलों का सामना करना पड़ेगा, वहीं बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने पलटवार करते हुए साफ किया है कि किरोड़ी लाल मीणा की कोई नाराज़गी नहीं है और वो लगातार मंत्री पद के अपने कामकाज में जुटे हुए हैं।
दरअसल, दौसा की सीट मुरारी लाल मीणा के सांसद बनने के बाद खाली हो गई थी। इस उपचुनाव को लेकर दोनों ही पार्टियां पूरी ताकत झोंक रही हैं। कांग्रेस ने किरोड़ी लाल मीणा के बहाने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा था कि अगर बीजेपी इस चुनाव में जीत चाहती है तो पहले किरोड़ी लाल मीणा को मनाना होगा। कांग्रेस का दावा था कि किरोड़ी के नाराज़ होने से पार्टी में बिखराव है।
लेकिन बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने इन आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है। राठौड़ ने कहा, "कांग्रेस मुंगेरीलाल के हसीन सपने देख रही है। किरोड़ी लाल मीणा कोई नाराज नहीं हैं। वह हर दिन विभागीय कामकाज में जुटे हुए हैं। बीजेपी पूरी तरह से एकजुट है और कांग्रेस की अफवाहों से कोई फर्क नहीं पड़ता।"
साथ ही, प्रदेश प्रभारी राधामोहन अग्रवाल ने भी उपचुनाव को लेकर अपना रुख स्पष्ट करते हुए कहा कि बीजेपी के पास खोने के लिए कुछ नहीं है। 7 सीटों पर होने वाले उपचुनावों में से केवल एक सीट ही बीजेपी के पास थी। ऐसे में उनका दावा है कि इस बार बीजेपी सभी सात सीटों पर जीत दर्ज करेगी।
अग्रवाल ने कहा, "कांग्रेस को अपनी सीटों की चिंता करनी चाहिए, क्योंकि जनता का भरोसा अब केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं पर है। इस उपचुनाव में इसका नतीजा साफ दिखाई देगा।"तो, दौसा के उपचुनाव में बीजेपी और कांग्रेस के बीच तीखी बयानबाजी जारी है। दोनों ही दल अपनी-अपनी जीत का दावा कर रहे हैं। अब देखना ये होगा कि जनता किस पर अपना भरोसा जताती है और कौन इस चुनावी जंग में बाज़ी मारता है