Categories
Vote / Poll
BJP और Congress के बीच क्या Rajasthan में Aam Aadmi Party अपनी जगह बना पाएगी ?
Vote / Poll
डेगाना विधानसभा क्षेत्र से आप किसको भाजपा का जिताऊँ प्रत्याशी मानते है ?
Vote / Poll
कर्नाटक का मुख्यमंत्री किसे बनाया जा सकता है?
Vote / Poll
फिल्मों के विवादित होने के क्या कारण हैं?
Recent Posts
Newsletter
Subscribe to our mailing list to get the new updates!
Recommended Posts
Featured Posts
JAIPUR : हरियाणा विधानसभा चुनाव में भाजपा की जीत की हैट्रिक लगाने की तैयारी जोर-शोर से चल रही है। इस बार, राजस्थान के भाजपा नेता सतीश पूनिया का नाम भी चुनावी चर्चा में शामिल हो गया है। भाजपा ने हरियाणा चुनाव के दौरान सतीश पूनिया को प्रभारी नियुक्त किया था, जिसके बाद उन्होंने चुनावी कमान संभाली। उनकी सेहत ठीक न होने के बावजूद, उन्होंने भाजपा की जीत के लिए चुनावी रणनीति बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
सतीश पूनिया की रणनीति का असर
हरियाणा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने कई दावे किए थे, लेकिन भाजपा ने इन दावों को ध्वस्त करने में सफलता पाई। सतीश पूनिया की रणनीति का यहां अहम योगदान रहा। उन्होंने स्थानीय कार्यकर्ताओं, पार्टी प्रभारी, और स्टार प्रचारकों के साथ मिलकर चुनाव प्रचार की प्रभावी योजना बनाई। इस रणनीति के माध्यम से भाजपा ने हरियाणा की सभी 90 सीटों पर कांग्रेस के आरक्षण से जुड़े नरेटिव को तोड़ दिया। इसके अलावा, पहलवानों और अग्निवीर के मुद्दों पर भी उन्होंने सधी हुई रणनीति के जरिए मतदाताओं को प्रभावित किया।
सतीश पूनिया के बढ़ते कद की संभावनाएं
हरियाणा चुनाव में सतीश पूनिया की सफल रणनीति ने पार्टी में उनकी स्थिति को और मजबूत किया है। ऐसे में अब राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि भाजपा उन्हें कोई बड़ा इनाम दे सकती है। यह देखना दिलचस्प होगा कि हरियाणा में भाजपा की जीत के बाद सतीश पूनिया को पार्टी में क्या नई जिम्मेदारियां मिलती हैं और उनका ओहदा कैसे बढ़ता है।
हरियाणा विधानसभा चुनाव में भाजपा की जीत और सतीश पूनिया की भूमिका दोनों ही चर्चा का विषय बन गए हैं। यह चुनाव न केवल हरियाणा के लिए, बल्कि राजस्थान भाजपा के लिए भी महत्वपूर्ण साबित हो सकता है।