Categories
Vote / Poll
BJP और Congress के बीच क्या Rajasthan में Aam Aadmi Party अपनी जगह बना पाएगी ?
Vote / Poll
डेगाना विधानसभा क्षेत्र से आप किसको भाजपा का जिताऊँ प्रत्याशी मानते है ?
Vote / Poll
कर्नाटक का मुख्यमंत्री किसे बनाया जा सकता है?
Vote / Poll
फिल्मों के विवादित होने के क्या कारण हैं?
Recent Posts
Newsletter
Subscribe to our mailing list to get the new updates!
Recommended Posts
Featured Posts
योगी-अखिलेश के बीच टकराव? UP में तीसरा एनकाउंटर..अनुज का गेम ओवर !
![योगी-अखिलेश के बीच टकराव? UP में तीसरा एनकाउंटर..अनुज का गेम ओवर !](https://thefactindia.com/public/images/20240924184715_original_10.webp )
![]( https://thefactindia.com/public/images/Abhishek-2023-11-14-65535552382c9.jpeg )
UP : उत्तर प्रदेश में एनकाउंटर की राजनीति ने फिर से जोर पकड़ लिया है। सुल्तानपुर में डकैती की घटना के बाद पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठ रहे हैं। यूपी एसटीएफ द्वारा डकैत मंगेश यादव और अब अनुज सिंह का एनकाउंटर किए जाने के बाद, जाति आधारित राजनीति ने इस पूरे मामले को घेर लिया है।
दरअसल, विपक्ष ने मंगेश यादव के एनकाउंटर पर सवाल उठाते हुए आरोप लगाया था कि यूपी में जाति देखकर एनकाउंटर किए जा रहे हैं। जब यादव समुदाय के मंगेश का एनकाउंटर हुआ, तो अखिलेश यादव ने इसे जातिवादी नीति करार दिया था। अब, जब राजपूत समुदाय के अनुज सिंह का एनकाउंटर हुआ, तो सत्ता पक्ष ने पलटवार किया है। यूपी बीजेपी ने अखिलेश यादव से पूछा है कि अब क्या वे वही सवाल उठाएंगे?
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एनकाउंटर के बाद मिर्जापुर से यह स्पष्ट संदेश दिया कि ये नया उत्तर प्रदेश है, जहां सुरक्षा सर्वोपरि है और अपराधियों को कोई बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने कड़े शब्दों में कहा, 'बेटी की सुरक्षा में कोई भी सेंध लगाने की कोशिश करेगा, उसे उसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा।
वहीं, समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने एक बार फिर एनकाउंटर की निंदा की है। उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा कि सबसे कमजोर लोग एनकाउंटर को अपनी शक्ति मानते हैं और फर्जी एनकाउंटर नाइंसाफी है। अखिलेश यादव ने यूपी सरकार पर आरोप लगाया कि एनकाउंटर से प्रदेश की छवि को धूमिल किया जा रहा है और यह सब एक षड्यंत्र का हिस्सा है।
सत्ताधारी नेताओं ने इस पर विपक्ष पर जमकर हमला बोला। यूपी सरकार के मंत्री ओम प्रकाश राजभरने आंकड़े पेश करते हुए कहा कि एनकाउंटर में यादवों के अलावा ठाकुर, ब्राह्मण, मुस्लिम, जाट और गुर्जर समुदाय के लोग भी मारे गए हैं, और विपक्ष को इसे ध्यान में रखना चाहिए। वहीं, भूपेंद्र चौधरी ने अखिलेश यादव पर अपराधियों में भी जाति देखने का आरोप लगाया और कहा कि योगी सरकार सिर्फ कानून के आधार पर काम करती है।
सुल्तानपुर डकैती कांड में शामिल 14 अपराधियों में से अब तक दो का एनकाउंटर हो चुका है, नौ को गिरफ्तार कर लिया गया है और तीन अभी भी फरार हैं। यूपी में एनकाउंटर का सिलसिला थमता नजर नहीं आ रहा है, लेकिन इससे जुड़ी सियासत और जातिगत बहस और ज्यादा गरमा रही है। सवाल यह है कि क्या कानून व्यवस्था का ये तरीका सही है, या फिर इसके पीछे राजनीतिक खेल है?
क्या ये एनकाउंटर न्याय के नाम पर की जा रही कार्रवाई है या फिर राजनीतिक ध्रुवीकरण का एक और हथकंडा? आने वाले दिनों में इसकी मजिस्ट्रियल जांच से सच्चाई सामने आएगी।