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संजीवनी घोटाले को लेकर गहलोत और शेखावत आमने-सामने, सीएम बोले- जांच में गजेंद्र दोषी
- February 22, 2023 Author : Team Fact India JP
The Fact India: संजीवनी क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसाइटी के घोटाले को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत आमने-सामने आ गए हैं। एक दिन पहले गहलोत पर गजेंद्र सिंह शेखावत ने राजनीतिक हत्या करने के लिए चरित्र हनन करने का आरोप लगाया था। अब गहलोत ने गजेंद्र सिंह पर पलटवार किया है। गहलोत ने दावा किया है संजीवनी घोटाले के बाकी दोषियों की तरह ही गजेंद्र सिंह के खिलाफ भी जुर्म साबित हो चुका है। स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) की जांच में दूसरे गिरफ्तार किए जा चुके अभियुक्तों के समान धाराओं में ही उनके ऊपर जुर्म प्रमाणित हो चुका है।
गहलोत ने कहा कि संजीवनी को-ऑपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड घोटाले के मामले में केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत जनता को भ्रमित कर रहे हैं। वो जानते हैं कि एक लाख से ज्यादा पीड़ितों की जिंदगीभर की जमापूंजी के करीब 900 करोड़ से ज्यादा की रकम को संजीवनी सोसाइटी ने लूटा है। गहलोत ने कहा कि इस मामले में प्रॉपर्टी अटैच करने के अधिकार एसओजी के पास ना होकर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के पास हैं। एसओजी ने पिछले दो साल में ईडी को पांच बार संजीवनी सोसाइटी से जुड़ी प्रॉपर्टी अटैच करने का आग्रह किया है। इसके बावजूद भी देशभर में विपक्षी नेताओं के घर छापे मारने वाली ईडी ने अभी तक संजीवनी घोटाले के आरोपियों की प्रॉपर्टी तक अटैच नहीं की है।
गजेंद्र सिंह पर निशाना साधते हुए गहलोत ने कहा कि आप खुद केंद्रीय मंत्री हैं, यदि आप बेकसूर हैं तो गरीबों का पैसा वापस दिलवाने के लिए आगे क्यों नहीं आते? सेंट्रल रजिस्ट्रार ने इस मामले में एक लिक्विडेटर नियुक्त किया है, लेकिन वो तब ही पीड़ितों का पैसा लौटा पाएगा जब संजीवनी सोसाइटी की प्रॉपर्टी अटैच होकर वहां से पैसे की रिकवरी होगी। केंद्र सरकार को इस मामले में सख्त कार्रवाई करनी चाहिए जिसमें राजस्थान सरकार पूरा सहयोग करेगी। राजस्थान के मुख्यमंत्री ने कहा कि संजीवनी घोटाला पीड़ित संघ के लोग दो दिन पहले जोधपुर सर्किट हाउस में मुझसे मिले थे।
उनकी बातें सुनकर मैं भी भावुक हो गया कि किस प्रकार उन्हें झांसे लेकर उनकी मेहनत की जमापूंजी लूटी गई। कई पीड़ितों के करोड़ों रुपए इस घोटाले में डूब गए हैं। अगर नैतिक साहस है तो गजेंद्र सिंह को उनकी बातें सुननी चाहिए और समझना चाहिए कि उन्होंने कितना बड़ा अपराध किया है। केंद्रीय मंत्री होने के नाते ईडी से अभी तक कार्रवाई क्यों नहीं करवा पाए? इसका जवाब जनता को देना होगा। गजेंद्र शेखावत ने एक दिन पहले ही गहलोत के आरोपों का जवाब दिया था।
शेखावत ने कहा कि सीएम मेरी राजनीतिक हत्या करने के प्रसास के तहत मेरा चरित्र हनन कर रहे हैं। संजीवनी मामले में एसओजी ने तीन-तीन चार्जशीट पेश कर दी। मेरा या मेरे परिवार का कहीं नाम तक नहीं है। फिर भी मुख्यमंत्री ने मुझे अभियुक्त कहा। गजेंद्र सिंह ने कहा कि संजीवनी क्रेडिट सोसाइटी में अभियुक्त कौन है? इस मामले में मुख्य अभियुक्त को कांग्रेस बाड़मेर के पचपदरा से चुनाव लड़ाने की जुगत में थी। संजीवनी सोसाइटी के रजिस्ट्रेशन से लेकर उसे मल्टी स्टेट करा लाइसेंस तक कांग्रेस राज में मिला था।
- Post By Team Fact India