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TONK : राजस्थान में विधानसभा की सात सीटों पर उपचुनाव की तैयारियां जोरों पर हैं। इस बीच, कांग्रेस और बीजेपी के बीच जुबानी जंग तेज हो गई है। कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव सचिन पायलट ने हाल ही में टोंक में भाजपा सरकार पर कड़ा हमला बोला। उन्होंने कहा कि सरकार का एक साल पूरा नहीं हुआ है, लेकिन वह अपने कर्तव्यों में पूरी तरह असफल साबित हुई है।
कानून व्यवस्था पर सवाल
सोमवार को टोंक में पूर्व पीसीसी सदस्य सऊद सईदी की माता के निधन पर संवेदना व्यक्त करते हुए, पायलट ने राजस्थान में बिगड़ती कानून व्यवस्था पर चिंता जताई। उन्होंने कहा, "गांवों में सभी विकास कार्य ठप्प हो चुके हैं। बजरी माफियाओं और शराब माफियाओं पर सरकार को कार्रवाई करनी चाहिए। ऐसा लगता है कि कानून व्यवस्था समाप्त हो गई है।" उनका यह भी कहना था कि सरकार जनता की उम्मीदों पर खरा उतरने में पूरी तरह नाकाम रही है।
किरोड़ी लाल मीणा के इस्तीफे पर प्रतिक्रिया
किरोड़ी लाल मीणा के इस्तीफे के संदर्भ में पायलट ने बीजेपी पर हमला करते हुए कहा, "राजस्थान में अनिश्चितता के हालात बने हुए हैं। संगठन कुछ और बोल रहा है, जबकि सरकार कुछ और कह रही है। मंत्री इस्तीफा दे रहे हैं और लोग उन्हें मनाने में लगे हैं।" उन्होंने यह भी जोड़ा कि सरकार का एक साल पूरा नहीं हुआ है, लेकिन वह अपना इकबाल खो चुकी है।
हरियाणा चुनाव पर नजर
हरियाणा विधानसभा चुनावों के बारे में बात करते हुए, पायलट ने कहा कि उनकी पार्टी अच्छे बहुमत के साथ सरकार बनाने जा रही है। उन्होंने बीजेपी की सियासी चालों पर कटाक्ष करते हुए कहा कि जम्मू-कश्मीर में भी उनके गठबंधन की सरकार बनेगी। पायलट ने यह भी बताया कि आगामी चुनाव बदलाव के प्रतीक होंगे, जो जनता की आवाज को सुनेंगे।
सचिन पायलट की ये टिप्पणियां भाजपा सरकार के प्रति असंतोष को उजागर करती हैं और यह दर्शाती हैं कि राजस्थान में राजनीतिक माहौल गर्म है। उपचुनावों के नतीजे इन राजनीतिक समीकरणों को और भी जटिल बना सकते हैं।