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पंजाब में विभिन्न किसान संगठनों के सदस्य अपनी मांगों को लेकर गुरुवार को तीन दिवसीय ‘रेल रोको’ विरोध प्रदर्शन की शुरुआत करते हुए रेल की पटरियों पर बैठ गए. किसान हाल ही में आई बाढ़ से हुए नुकसान के लिए वित्तीय पैकेज, न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) की वैध गारंटी और कर्ज माफी की मांग कर रहे हैं. प्रदर्शनकारियों के मुताबिक, केंद्र सरकार के खिलाफ यह प्रदर्शन 30 सितंबर तक जारी रहेगा. किसानों ने मोगा, होशियारपुर, गुरदासपुर, जालंधर, तरणतारण, संगरूर, पटियाला, फिरोजपुर, भठिंडा और अमृतसर में प्रदर्शन करने की योजना बनाई है.
अमृतसर में किसान, देवीदासपुरा में अमृतसर-दिल्ली रेल पटरी पर बैठे हुए हैं. इस प्रदर्शन में किसान मजदूर संघर्ष समिति, भारती किसान यूनियन (भाकियू-क्रांतिकारी), भाकियू (एकता आजाद), आजाद किसान समिति दोआबा, भाकियू (बेहरामके), भाकियू (शहीद भगत सिंह) और भाकियू (छोटू राम) सहित कई किसान संगठन हिस्सा ले रहे हैं. किसानों की मांग में उत्तर भारत में बाढ़ से प्रभावित किसानों के लिए वित्तीय पैकेज, सभी फसलों पर एमएसपी के लिए वैध गारंटी और कर्ज माफी सहित अन्य मांगें शामिल हैं.
‘किसानों का पूरा कर्ज हो माफ’
अमृतसर में किसान नेता गुरबचन सिंह ने कहा कि किसान, उत्तर भारतीय राज्यों के लिए 50 हजार करोड़ रुपये के बाढ़ राहत पैकेज और स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट की सिफारिशों के मुताबिक एमएसपी की मांग कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि किसानों व मजदूरों का पूरा कर्ज माफ होना चाहिए. इसके अलावा उन्होंने तीन कृषि कानूनों (जिन्हें अब निरस्त कर दिया गया है) के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान जिन किसानों की मौत हुई, उनमें से प्रत्येक के परिवार को 10 लाख रुपये और एक सरकारी नौकरी की मांग भी की.
