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नई दिल्ली:
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने एक बार फिर केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर तीखा हमला बोला है। इस बार मुद्दा है अमेरिका के टैरिफ (शुल्क) दबाव को लेकर। राहुल गांधी ने आरोप लगाया है कि मोदी सरकार अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ओर से तय की गई टैरिफ डेडलाइन के आगे झुकने वाली है।
राहुल गांधी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट करते हुए लिखा:
“पीयूष गोयल चाहे जितना सीना ठोक लें, मेरी बात लिख लीजिए, मोदी ट्रंप की टैरिफ डेडलाइन के सामने चुपचाप झुक जाएंगे।”
यह बयान ऐसे समय पर आया है जब भारत-अमेरिका के बीच व्यापारिक शुल्क (Tariff) को लेकर तनाव अपने चरम पर है और 9 जुलाई को अमेरिका द्वारा दी गई 90 दिन की छूट खत्म होने जा रही है।
🛃 क्या है टैरिफ विवाद?
दरअसल, अमेरिका ने करीब 100 देशों पर जवाबी टैरिफ लगाए हैं, जिनमें भारत पर 26% शुल्क लगाया गया था। अमेरिका ने बाद में इन टैरिफ पर 90 दिनों की छूट दी, जो अब 9 जुलाई को समाप्त हो रही है। ऐसे में दोनों देशों के बीच व्यापारिक डील को लेकर चर्चाएं तेज हो गई हैं।
🗨️ पीयूष गोयल का जवाब
राहुल गांधी के बयान पर पहले ही केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल अपनी बात रख चुके हैं। उन्होंने साफ कहा था:
“भारत किसी भी डेडलाइन या दबाव में समझौता नहीं करता। हमारे लिए देश का हित सर्वोपरि है।”
उन्होंने यह भी कहा था कि भारत व्यापार समझौते सिर्फ अपनी शर्तों पर करता है। अमेरिका, यूरोपीय संघ, न्यूजीलैंड, ओमान, चिली और पेरू जैसे देशों के साथ बातचीत जारी है, लेकिन जब तक भारत के हित पूरी तरह सुरक्षित न हों, कोई समझौता नहीं किया जाएगा।
🔁 विपक्ष क्यों बना रहा है दबाव?
अमेरिकी टैरिफ को लेकर विपक्ष लगातार सवाल उठा रहा है। कांग्रेस का आरोप है कि सरकार अमेरिका के दबाव में आकर देश के व्यापारिक हितों से समझौता कर सकती है। राहुल गांधी ने इस मुद्दे को संसद से लेकर सोशल मीडिया तक लगातार उठाया है।
📌 क्या होगा 9 जुलाई के बाद?
9 जुलाई को जब अमेरिकी छूट खत्म होगी, तब भारत को या तो नई व्यापारिक डील करनी होगी या अमेरिकी टैरिफ का सामना करना होगा। ऐसे में सरकार की अगली रणनीति पर सबकी नजरें टिकी हैं।
