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Vote / Poll
BJP और Congress के बीच क्या Rajasthan में Aam Aadmi Party अपनी जगह बना पाएगी ?
अब जनता कांग्रेस-भाजपा से परेशान हो चुकी है
'आप' की वजह से कांग्रेस और भाजपा में चिंता है
केजरीवाल राजस्थान में कामयाब नहीं हो पाएंगे
राजस्थान में भी 'आप' की सरकार बननी चाहिए
30%
11%
90%
70%
Total count : 142
Vote / Poll
डेगाना विधानसभा क्षेत्र से आप किसको भाजपा का जिताऊँ प्रत्याशी मानते है ?
अजय सिंह किलक
शिव देशवाल
अन्य
56%
26%
18%
Total count : 7526
Vote / Poll
कर्नाटक का मुख्यमंत्री किसे बनाया जा सकता है?
सिद्देरमैया
डीके शिवकुमार
मल्लिकार्जुन खड़गे
बता नहीं सकते
65%
18%
12%
6%
Total count : 17
Vote / Poll
फिल्मों के विवादित होने के क्या कारण हैं?
समुदाय विशेष को टारगेट करना
राजनीतिक लाभ लेने के लिए
फिल्मों को हिट करने के लिए
कुछ बता नहीं सकते
42%
8%
42%
8%
Total count : 12
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ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री ऋषि सुनक शनिवार को जयपुर लिट्रेचर फेस्टिवल में शामिल होने के लिए पहुंचे। उनके साथ उनके ससुर और इंफोसिस के को-फाउंडर नारायण मूर्ति भी थे।
दोनों को फेस्टिवल के एक सेशन के दौरान फ्रंट में बैठे हुए देखा गया। दरअसल सुनक की पत्नी अक्षता मूर्ति और उनकी सास सुधा मूर्ति का एक सेशन होना था। सुधा मूर्ति एक जानी-मानी लेखिका हैं और वह राज्यसभा की सदस्य भी हैं।
ऋषि सुनक का हुआ स्वागत
कार्यक्रम के दौरान एक प्रजेंटर ने ऋषि सुनक और नारायण मूर्ति का आभार जताया। उसने कहा, 'मैं आप लोगों को बताना चाहती हूं कि हमारे बीच दो महान हस्तियां ऋषि सुनक और नारायण मूर्ति मौजू हैं। आप दोनों का धन्यवाद और जयपुर लिट्रेचर फेस्टिवल में स्वागत है।'इसके बाद अपनी चाची सास के कहने पर ऋषि सुनक अपनी जगह पर खड़े हुए और वहां मौजूद लोगों को हाथ जोड़कर नमस्ते किया और उनका अभिवादन स्वीकार कर अपनी जगह पर बैठ गए।
शानदार रहा सुनक का करियर
- बता दें कि पिछले साल जुलाई में हुए चुनावों में करारी हार मिलने के बाद ऋषि सुनक ने कंजर्वेटिव पार्टी के नेता का पद छोड़ दिया था। वह ऑक्सफोर्ट यूनिवर्सिटी और स्टैनफोर्ट यूविर्सिटी में एकेडमिक रोल निभा रहे हैं।
- राजनीति में आने से पहले सुनक ने बिजनेस और इंटरनेशनल फाइनेंस में अपना प्रोफेशनल करियर बिताया है। उन्होंने एक इंवेस्टमेंट फर्म की भी स्थापना की, जिसने ब्रिटेन में कई छोटी कंपनियों को खड़ा करने में मदद की।
कई दिग्गज होंगे शामिल
जयपुर लिट्रेचर फेस्टिवल में 300 से ज्यादा स्पीकर शामिल होंगे, जिसमें नोबेल प्राइज विजेता, बुकर प्राइज विेजा, पत्रकार, पॉलिसीमेकर और कई लेखक भी हिस्सा लेंगे।प्रतिभागियों में अभिजीत बनर्जी, एस्थर डफ्लो, अमोल पालेकर, इरा मुखोती, गीतांजलि श्री, डेविड हेयर, मानव कौल, जावेद अख्तर, राहुल बोस, युवान एवेस, शाहू पटोले और कल्लोल भट्टाचार्जी शामिल हैं।
