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राजस्थान के एक नेता ने घागर में सागर भरने की कहावत को सच कर दिखाया है। इसका मतलब है कि जो दिखने में छोटे होते हैं, वे भी बड़े काम कर सकते हैं। इसका सीधा उदाहरण है राजस्थान की सियासत में भारत आदिवासी पार्टी (बीएपी)। विधानसभा चुनाव से पहले गठित यह पार्टी लोकसभा चुनाव के बाद सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी, जिससे कांग्रेस और अन्य पार्टियों के होश उड़ गए थे। इस पार्टी के संस्थापक और बांसवाड़ा से सांसद राजकुमार रोत का प्रभाव ऐसा रहा कि इस बार के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को उनके दरवाजे पर जाना पड़ा। राजकुमार रोतने भी अपना बड़ा दिल दिखाते हुए 'इंडिया गठबंधन' को लोकसभा चुनाव लड़ने में समर्थन दिया, जिसमें उन्होंने जीत दर्ज की।
राजकुमार रोत के प्रभाव का सिक्का अब झारखंड, मध्य प्रदेश, गुजरात, और महाराष्ट्र में भी चलने वाला है। उन्होंने मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव को चुनौती देने के लिए कमर कस ली है। जैसे ही यह खबर सामने आई कि राजकुमार रोत मध्य प्रदेश में एंट्री करने जा रहे हैं, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने तुरंत बैठकें करनी शुरू कर दीं। राजकुमार रोत ने संकेत दिया है कि वे मध्य प्रदेश में कांग्रेस और बीजेपी के दिल की धड़कनें बढ़ाने के लिए तैयार हैं।
रोत ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर एक पोस्ट किया था, जिसे बाद में डिलीट कर दिया। उस पोस्ट में उन्होंने मोहन यादव की तस्वीर साझा करते हुए लिखा था कि मध्य प्रदेश के युवाओं को गुमराह करने के लिए कुछ लोग कांग्रेस और बीजेपी में चले गए हैं, लेकिन वे मध्य प्रदेश के तमाम आदिवासियों और शोषित-पीड़ित समुदायों के युवा साथियों के लिए मजबूती से खड़े रहेंगे। उन्होंने कहा कि जल्दी ही मध्य प्रदेश में भी कांग्रेस और बीजेपी का रगड़ा निकालेंगे 'जोहार उलगुलाम'
हालांकि, राजकुमार रोत ने इस पोस्ट को डिलीट कर दिया और एक नई पोस्ट में लिखा कि वे मजबूती से खड़े हैं और जल्दी ही मध्य प्रदेश में भी कांग्रेस और बीजेपी का रगड़ा निकाल देंगे। इससे स्पष्ट है कि राजकुमार रोत मध्य प्रदेश की राजनीति में एंट्री करने जा रहे हैं और कांग्रेस और बीजेपी को चुनौती देंगे।
मध्य प्रदेश में आदिवासियों की खासी संख्या हैं और यहां 1.6 करोड़ से अधिक अनुसूचित जनजाति की आबादी है, जो राज्य की कुल आबादी का 21% है। यहां सबसे अधिक जनसंख्या भील जनजाति की है और दूसरी सबसे बड़ी जनसंख्या उड़ीसा में है। राजस्थान में भारत आदिवासी पार्टी के तीन विधायक और एक सांसद हैं। 84वीं सीट पर 2024 में उपचुनाव होना है, जहां से राजकुमार रोत विधायक थे और उन्होंने 2024 में संसद का चुनाव लड़ा था। अब वे मध्य प्रदेश में भी अपनी पार्टी का विस्तार करने में जुट चुके हैं।