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DEOLI-UNIYARA BY- ELECTION : राजस्थान की राजनीति में एक बार फिर से गहमागहमी शुरू हो गई है। इस बार का मंज़र है टोंक जिले की देवली-उनियारा विधानसभा सीट, जहां पर उप-चुनाव होने वाले हैं। यह सीट सचिन पायलट के गढ़ में आती है और यह चुनाव उनके लिए प्रतिष्ठा का सवाल भी बन गया है। हरीश मीणा, जो इस सीट से विधायक रहे, ने सांसद बनने के बाद विधायक पद से इस्तीफा दे दिया। अब उप-चुनाव की बारी है और हर कोई इस चुनाव की ओर निगाहें लगाए बैठा है। बीजेपी और कांग्रेस दोनों ने अपनी चुनाव समितियों का गठन कर लिया है और टिकट के लिए नेताओं की दौड़ दिल्ली से लेकर जयपुर तक जारी है। कई बड़े नाम इस दौड़ में शामिल हैं, जो अपनी-अपनी दावेदारी पेश कर रहे हैं।
2008 से अब तक का इतिहास
2008 में परिसीमन के बाद इस सीट पर चार चुनाव हो चुके हैं। इनमें से तीन बार कांग्रेस ने बाजी मारी है और केवल एक बार बीजेपी को जीत नसीब हुई है। 2018 और 2023 में कांग्रेस के हरीश चंद्र मीणा ने विजय प्राप्त की थी। 2013 में बीजेपी के राजेन्द्र गुर्जर ने इस सीट पर जीत दर्ज की थी।वर्तमान में देवली-उनियारा विधानसभा क्षेत्र में कुल 3,01,575 मतदाता हैं। पिछले लोकसभा चुनाव में 1,80,017 मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया था। कांग्रेस के हरीश चंद्र मीणा को इस क्षेत्र से मात्र 2,338 वोटों की बढ़त मिली थी।
जातिगत समीकरण
इस क्षेत्र में मतदाताओं का जातिगत समीकरण भी खासा महत्वपूर्ण है। एसटी-मीणा जाति के 65,000 से 63,000 मतदाता हैं, अनुसूचित जाति के 57,000 से 61,000 के बीच मतदाता हैं, गुर्जर जाति के 54,000 से 57,000 के बीच मतदाता हैं। माली, ब्राह्मण, जाट, वैश्य-महाजन, राजपूत, मुस्लिम और अन्य जातियों के मतदाता भी अपनी भूमिका निभाएंगे।
चुनावी कमेटियों का गठन
कांग्रेस ने उप-चुनाव के लिए हरीश मीणा, प्रशांत शर्मा, विकास चौधरी और हरि प्रसाद बैरवा की कमेटी का गठन किया है। वहीं बीजेपी ने राजेन्द्र राठौड़, हीरालाल नागर, जितेंद्र गोठवाल और ओमप्रकाश भड़ाना की कमेटी बनाई है।अब देखने वाली बात यह होगी कि बीजेपी किस तरह से सचिन पायलट और हरीश मीणा की जोड़ी से पार पाती है। क्या वे कांग्रेस की हैट्रिक को रोक पाएंगे, या फिर एक बार फिर से कांग्रेस पायलट-मीणा की जोड़ी के सहारे देवली-उनियारा सीट पर जीत की हैट्रिक लगाने में कामयाब होगी?सस्पेंस से भरी इस चुनावी दौड़ में क्या होगा, यह देखना बेहद रोमांचक होगा।