Categories
Vote / Poll
BJP और Congress के बीच क्या Rajasthan में Aam Aadmi Party अपनी जगह बना पाएगी ?
Vote / Poll
डेगाना विधानसभा क्षेत्र से आप किसको भाजपा का जिताऊँ प्रत्याशी मानते है ?
Vote / Poll
कर्नाटक का मुख्यमंत्री किसे बनाया जा सकता है?
Vote / Poll
फिल्मों के विवादित होने के क्या कारण हैं?
Recent Posts
Newsletter
Subscribe to our mailing list to get the new updates!
Recommended Posts
Featured Posts
राजस्थान के करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष महिपाल सिंह मकराना को गिरफ्तार कर लिया गया है। मकराना की गिरफ्तारी पर राजपूत समाज नाराज़ है। श्री राजपूत सभा अध्यक्ष रामसिंह चंदलाई ने गुजरात सरकार से तुरंत रिहा करने की मांग की है। मकराना को तुरंत रिहा करों। नहीं तो सड़को पर होगा आंदोलन। भाजपा राजकोट से किसी अन्य उम्मीदवार को खड़ा करें। जयपुर से कांग्रेस प्रत्याशी प्रताप सिंह खाचरियावास ने गिरफ्तार की निंदा की है। एक्स पर लिखा- करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष महिपाल सिंह मकराना की गिरफ्तारी पूरी तरह से गैर कानूनी है। लोकतंत्र पर कुठाराघात है। मैं इसकी कड़े शब्दों में निंदा करता हूं। केंद्र सरकार से आग्रह करता हूं कि तुरंत रिहा किया जाए।
कल अहमदाबाद में करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष महिपाल मकराना को पुलिस ने हिरासत में ले लिया था। महिपाल मकराना को पुलिस की गाड़ी में बैठाया गया है। इस दौरान पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी भी की गई है। करणी सेना के अध्यक्ष महिपाल मकराना के समर्थकों ने पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। जानकारी के मुताबिक अहमदाबाद में सरखेज पुलिस ने राजपूत करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष महिपाल सिंह मकराना को शहर पहुंचने पर हिरासत में ले लिया । मकराना क्षत्रिय समुदाय के आंदोलन का समर्थन करने के लिए गुजरात पहुंचे थे। क्षत्रिय समाज पर टिप्पणी के बाद राजकोट सीट से बीजेपी उम्मीदवार परषोत्तम रूपाला की उम्मीदवारी वापस लेने की मांग की जा रही है।
कबीले जिक्र है कि केंद्रीय मंत्री और गुजरात के राजकोट से बीजेपी प्रत्याशी परषोत्तम रुपाला ने रजवाड़ों के खिलाफ टिप्पणी की थी, जिसके बाद उन्हें क्षत्रिय समाज से भारी विरोध का सामना करना पड़ रहा है। राजकोट से बीजेपी उम्मीदवार परषोत्तम ने टिप्पणी करते हुए कहा था कि तत्कालीन महाराजाओं ने विदेशी शासकों और अंग्रेजों के उत्पीड़न के आगे घुटने टेक दिए थे और यहां तक कि अपनी बेटियों का विवाह भी उनसे कर दिया। इस बयान के बाद गुजरात में क्षत्रिय समुदाय ने पुरुषोत्तम रुपाला का कड़ा विरोध किया।