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राजस्थान में लोकसभा चुनाव 2024 के मैदान में नेता एड़ी-चोटी का जोर लगा रहे हैं. एक तरफ जानता के बीच वादों के साथ जा रहे हैं वहीं दूसरी तरफ विपक्षियों को कटघरे में खड़ा करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं. पिछले दिनों कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा और बीजेपी के वरिष्ठ नेता राजेंद्र राठौड़ के बीच सोशल मीडिया पर खींचतान खूब चर्चा में रहा . अब ये खींचतान शिक्षामंत्री मदन दिलावर और गोविंद सिंह डोटासरा के बीच जारी है. मदन दिलावर के बयानों पर गोविंद सिंह डोटासरा ने साफ किया है की वो अपने वकील से बात कर रहे हैं. जरूरत पड़ी तो मानहानि का केस करेंगे. शिक्षामंत्री होकर शिक्षा के अलावा जो कुछ गालियां जिनको देनी हैं वो देते हैं. पहले भी एक दिन गांव में धक्का मुक्की हुई थी. दलित महिला से धक्कामुक्की की है. ऐसे शिक्षामंत्री हैं बीजेपी में तो, मैं समझता हूं कि शिक्षा का क्या हाल होगा, बच्चों का क्या हाल होगा. ये देखने वाली बात है गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा जो अपराधी हैं उनको पकड़ो... मैं पूछना चाहता हूं कि मदन दिलावर जी क्या एसओजी के हेड हैं? डीजीपी हैं? गृह मंत्री हैं देश के? प्रधानमंत्री हैं? कैसा बकवास करते हैं.. ये बकवास है. एक मंत्री साधारण व्यक्ति को भी और जनप्रतिनिधि को ऐसा नहीं कहना चाहिए. शिक्षा का विजन बता मेरे भाई... वो जेल जाएगा, महिला को धक्का दे दो.. किसी के पैर तोड़ने की नसीहत.. जो नरेंद्र मोदी को वोट नहीं देगा वो राम हत्यारा होगा.. इस तरीके का बयान देना .. शायद वो मानसिक संतुलन खो चुके हैं. गोविंद सिंह डोटासरा ने आगे कहा- उनसे विभाग तो नहीं संभल रहा है. ऐसे जनप्रतिनिधि बीजेपी में मंत्री बने हुए हैं और शिक्षा जैसा महकमा है तो हमारा सिर शर्म से झुक रहा है.
मदन दिलावर ने एक बार फिर कहा कि अशोक गहलोत और गोविंद सिंह डोटासरा इतरा रहे हैं. इन्होंने प्रतियोगी परीक्षाओं के पेपर को बेचा है. राजीव गांधी स्टडी सर्कल में जो कांग्रेस के लोग थे उन्हें पेपर की रखवाली के लिए बैठाया वही लोग चाबी से ताला खोलकर पेपर को ले गए और बेचकर करोड़ों रुपए कमाए. आज पोल खुल गई है.