
The Fact India : जुलाई का महीना ग्रहों की चाल के लिहाज से काफी महत्वपूर्ण रहा है। जुलाई में शनि और गुरु दोनों ही ग्रह अपनी चाल में बदलाव लेकर आएं है। 12 जुलाई को न्याय और कर्मफलदाता शनिदेव वक्री (Vakri Guru) चाल में रहते हुए कुंभ से मकर राशि में आएं। फिर इसके बाद महीने के आखिरी दिनों में यानी 29 जुलाई को सबसे शुभ ग्रह गुरु अपनी स्वराशि मीन में वक्री (Vakri Guru) हुएं हैं। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जब भी कोई प्रमुख ग्रह राशि बदलता है तब सभी 12 राशियों के जातकों के जीवन में शुभ और अशुभ दोनों तरह का प्रभाव पड़ता है। 29 जुलाई को देवगुरु बृहस्पति के अपनी ही स्वराशि मीन में गोचर करने के कारण कुछ राशियों के जातकों पर अच्छा प्रभाव देखने को मिलेगा। पाल बालाजी ज्योतिष संस्थान जयपुर जोधपुर के निदेशक ज्योतिषाचार्य डॉ अनीष व्यास ने बताया कि देव गुरु बृहस्पति 29 जुलाई से 24 नवंबर 2022 तक 115 दिनों के लिए वक्री हुएं। कहते है की जब कोई शुभ ग्रह वक्री होता है तो शुभ परिणाम प्रदान करता है। गुरु अपनी स्वराशि में वक्री हुए है। मीन राशि गुरु की धर्म,अध्यात्म और मुक्ति से जुड़ी हुई राशि है।
वक्री गुरु के प्रभाव
ज्योतिषाचार्य डॉ अनीष व्यास ने बताया कि विश्व अर्थव्यवस्था के सुधार के लिए कार्य होंगे। जन कल्याण और शिक्षा और समाज सुधार से जुड़े हुए कार्य होंगे। शेयर बाजार की चाल बदलेगी। विश्व स्तर मे वैचारिक बदलाव के लिए संत पुरुष विशेष रूप से कार्य करेंगे।
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24 नवंबर तक मीन राशि में रहेंगे बृहस्पति
पंचांग के मुताबिक 24 नवंबर 2022 तक बृहस्पति मीन राशि में रहेंगे और बृहस्पति के वक्री होने के कारण इसका असर सभी 12 राशियों पर होगा लेकिन गुरु को गोचर 3 राशियों के लिए परेशानी खड़ी कर सकता है।
विश्व विख्यात भविष्यवक्ता एवं कुंडली विश्लेषक डॉ अनीष व्यास बता रहे हैं की गुरु के वक्री होने का 12 राशियों पर क्या होगा प्रभाव।
मेष- धार्मिक,मांगलिक और परमार्थ के कार्यो मे धन व्यय होगा। विवाह के प्रबल योग बनेंगे।
वृषभ- आर्थिक लाभ के योग बनेंगे, आर्थिक क्षेत्र मे उन्नति के अवसर बनेंगे।व्यापार मे उन्नति के योग बनेंगे।
मिथुन- नौकरी रोजगार मे उन्नति के योग बनेंगे। प्रमोशन के योग, अपने समाज मे मान वृद्धि के योग।
कर्क- शुभ समय,बड़े लोगों की कृपा से भाग्योदय का अवसर।आर्थिक और सामाजिक उन्नति होगी।
सिंह- किसी विशेष क्षेत्र मे अनुसंधान का योग। शिक्षा मे खास सफलता मिलेगी। आय और व्यय का बराबर योग।
कन्या- विवाह का योग, परिवार में मांगलिक कार्यों का योग।व्यापारिक क्षेत्र मे उन्नति होगी।
तुला- रोग,ऋण, शत्रु प्रबल होंगे।आर्थिक आय व्यय का विशेष ध्यान रखे,निवेश सोच समझकर करे।
व्रिश्चिक- संतान, शिक्षा और मित्रो से विशेष मदद मिलेगी। विशेष कार्यो मे चयन होगा,शुभ समय।
धनु- मकान, वाहन से जुड़े कार्यो में सफलता का योग। सामाजिक मान सम्मान मे वृद्धि का योग।
मकर- व्यर्थ की भागदौड़ से बचें। धार्मिक कार्यों का योग,परिवार मे विवाह आदि मांगलिक कार्यों का योग।
कुंभ- धन योग प्रबल, आर्थिक क्षेत्र मे उन्नति होगी। संचित धन मे वृद्धि का योग, नवीन आर्थिक संसाधन विकसित होंगे।
मीन- मान सम्मान मे वृद्धि होगी।संतान,शिक्षा और परिवार के उम्दा योग, शुभ कार्य होंगे।