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बिहार में विपक्षी एकता की बैठक पर मुख्यमंत्री शिवराज का तंज, बोले- सूत न कपास, जुलाहों में लट्ठम लठ्ठा; मायावती ने भी उठाए सवाल
The Fact India: बिहार के पटना में सीएम आवास पर शुक्रवार को विपक्षी एकता की बैठक निर्धारित है। इस बैठक का मुख्य उद्देश्य 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा को रोकना है। पटना में गैर भाजपा दलों के जुटने पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने तंज कसा है। भोपाल के स्मार्ट पार्क में पौधरोपण के बाद सीएम ने गैर भाजपा दलों के नेताओं के लिए कहा कि किसी के पीएम के पोस्टर लग रहे हैं, कोई किसी को कह रहा है कि कांग्रेस में नहीं घुसने देंगे। बंगाल और यूपी से भी ऐसी ही आवाज आ रही है कि इनको नहीं घुसने देंगे। सूत न कपास, जुलाहों में लट्ठम लठ्ठा।
सीएम चौहान ने कहा कि जब बाढ़ आती है तो एक ही पेड़ पर जान बचाने के लिए कई लोग इकट्ठा हो जाते हैं। बाकी जीव भी जिंदगी बचाने बैठ जाते हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के समर्थन की बाढ़ से डर कर सभी एक पेड़ पर बैठने की कोशिश कर रहे हैं। लेकिन अंतर यह है कि बाढ़ में बाकी लोग पेड़ पर शांत बैठकर पानी उतरने का इंतजार करते हैं। यहां तो ये लोग बाढ़ के समय भी लड़ रहे हैं।
पटना में विपक्षी एकता की बैठक में बसपा सुप्रीमो मायावती को भी न्योता भेजा गया है। उनके शामिल होने पर संशय है। मायावती ने ट्वीट कर कहा है कि बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर के मानवतावादी समतामूलक संविधान को सही से लागू करने की क्षमता कांग्रेस, भाजपा जैसी पार्टियों के पास नहीं है। लोकसभा आम चुनाव के पूर्व विपक्षी पार्टियां जिन मुद्दों को मिलकर उठा रही हैं और ऐसे में नीतीश कुमार द्वारा 23 जून की विपक्षी नेताओं की पटना बैठक 'दिल मिले न मिले, हाथ मिलाते रहिए' की कहावत को ज्यादा चरितार्थ करता है।