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Vote / Poll

BJP और Congress के बीच क्या Rajasthan में Aam Aadmi Party अपनी जगह बना पाएगी ?

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अब जनता कांग्रेस-भाजपा से परेशान हो चुकी है
30%
'आप' की वजह से कांग्रेस और भाजपा में चिंता है
10%
केजरीवाल राजस्थान में कामयाब नहीं हो पाएंगे
90%
राजस्थान में भी 'आप' की सरकार बननी चाहिए
70%
Total count : 138

Vote / Poll

डेगाना विधानसभा क्षेत्र से आप किसको भाजपा का जिताऊँ प्रत्याशी मानते है ?

अजय सिंह किलक
56%
शिव देशवाल
26%
अन्य
18%
Total count : 7524

Vote / Poll

कर्नाटक का मुख्यमंत्री किसे बनाया जा सकता है?

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सिद्देरमैया
67%
डीके शिवकुमार
13%
मल्लिकार्जुन खड़गे
13%
बता नहीं सकते
7%
Total count : 15

Vote / Poll

फिल्मों के विवादित होने के क्या कारण हैं?

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समुदाय विशेष को टारगेट करना
33%
राजनीतिक लाभ लेने के लिए
11%
फिल्मों को हिट करने के लिए
44%
कुछ बता नहीं सकते
11%
Total count : 9

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पूर्व मंत्री सुभाष महरिया की घर वापसी, कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल, बोले- मैं एक कार्यकर्ता; कई रिटायर्ड अफसर भी पार्टी से जुड़े

पूर्व मंत्री सुभाष महरिया की घर वापसी, कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल, बोले- मैं एक कार्यकर्ता; कई रिटायर्ड अफसर भी पार्टी से जुड़े
Santosh Pandey
May 19, 2023

The Fact India: इस साल के अंत तक राजस्थान में विधानसभा चुनाव होने हैं। राजनीतिक दलों ने चुनाव की तैयारी शुरू कर दी है। वहीं, असंतुष्‍ट नेता टिकट की आस में अपने हिसाब से एक पार्टी को छोड़ दूसरी पार्टी में जा रहे हैं। इस क्रम में 2016 में भाजपा से नाराज होकर कांग्रेस में शामिल हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री सुभाष महरिया ने शुक्रवार को एक बार फिर कांग्रेस का दामन छोड़कर घर वापसी करते हुए भाजपा में आ गए। प्रदेश भाजपा मुख्यालय में वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी महरिया ने शुक्रवार को भाजपा की सदस्यता ग्रहण की। सुभाष महरिया के साथ पूर्व आईपीएस गोपाल मीणा, पूर्व आईपीएस रामदेव सिंह खैरवा, पूर्व आईएएस पीआर मीणा, डॉक्टर नरसी किराड़ ने भी भाजपा ज्वॉइन किए।

 

भाजपा ज्‍वाइन करने के बाद महरिया ने कहा कि फिर से अपनी परिवार में आकर बहुत खुशी महसूस कर रहा हूं। मैं भाजपा कार्यकर्ता के तौर पर शामिल हुआ हूं। ऐसे में पार्टी मुझे जो भी, जहां भी जिम्मेदारी देगी मैं उसे अच्छे से निभाने की कोशिश करूंगा। 29 सितंबर 1957 को जन्मे सुभाष महरिया ने ग्रेजुएशन किया है। उन्होंने सीकर के एसके कॉलेज से बीए किया।

 

पेशे से वे किसान, सामाजिक कार्यकर्ता तथा उद्योगपति हैं। वे साल 1998, 1999 व 2004 में लोकसभा के लिए चुने गए। महरिया 1996 के चुनाव में कांग्रेस के हरि सिंह से हार गए थे। इसके अगले ही चुनाव में उन्होंने हरि सिंह को हराया। इसके बाद लगातार तीन बार सांसद चुने गए। साल 2009 के चुनाव में हार के बाद 2014 के चुनाव में भाजपा ने उन्हें उम्मीदवार नहीं बनाया तो वे पार्टी से नाराज हो गए थे। इसके बाद 2016 से उन्होंने कांग्रेस ज्वॉइन की थी। 2019 में उन्होंने कांग्रेस के टिकट पर भाजपा के खिलाफ चुनाव लड़ा था।

 

अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में मंत्री रहे महरिया एक प्रमुख जाट नेता हैं। वह भाजपा के किसान मोर्चा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रह चुके है। महरिया 1998 और 1999 से लोकसभा के लिए निर्वाचित हुए। इसके बाद 2004 तक केंद्रीय राज्यमंत्री ग्रामीण विकास मंत्रालय में रहे। 2004 में फिर लोकसभा के लिए निर्वाचित हुए इसके बद 2010 में भाजपा राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य बनें थे। 2011 में उन्हें भाजपा किसान मोर्चा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाया गया था।

पूर्व मंत्री सुभाष महरिया की घर वापसी, कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल, बोले- मैं एक कार्यकर्ता; कई रिटायर्ड अफसर भी पार्टी से जुड़े

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