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राहुल बोले- सावरकर नहीं गांधी हूं, गांधी किसी से माफी नहीं मांगता, सांसदी छीनकर डरा नहीं सकते
- March 25, 2023 Author : Santosh Pandey
The Fact India: संसद की सदस्यता रद्द होने के बाद पहली दफा कांग्रेस नेता राहुल गांधी मीडिया से रू-ब-रू हुए। शनिवार को बहन प्रियंका गांधी वाड्रा के साथ राहुल गांधी कांग्रेस ऑफिस पहुंचे। करीब 28 मिनट तक पत्रकारों के तमाम के प्रश्नों का जवाब राहुल गांधी ने दिया। लंदन में दिए अपने बयान पर भाजपा राहुल गांधी से माफी मांगने पर अड़ी हुई है। जब इस बारे में राहुल से सवाल किया गया तो राहुल ने स्पष्ट जवाब दिया कि राहुल गांधी सोचता है कि मेरा नाम सावरकर नहीं है, मेरा नाम गांधी है। गांधी किसी से माफी नहीं मांगता। मैंने संसद में कहा कि मुझे बोलने दीजिए। दो बार चिट्ठी लिखी। तीसरी बार खुद स्पीकर से मिलने गया कि आप मुझे बोलने दीजिए। आप लोकतंत्र के रक्षक हैं। उन्होंने मुस्कुरा कर कहा कि भैया मैं तो नहीं कर सकता। आप नहीं कर सकते तो कौन कर सकता है। मेरा पॉइंट है कि इस देश में लोकतंत्र खत्म हो गया है। इस देश में जो हमारे दिल में है, वो हम बोल नहीं सकते हैं। संस्थानों पर हमला हो रहा है। उसका मैकेनिज्म मोदी जी और अदानी जी का रिश्ता है। आप अदानी जी को इसलिए बचा रहे हो क्योंकि आप ही अदानी हो।
हिन्दुस्तान का लोकतंत्र खतरे में है, इसी लाइन के साथ राहुल गांधी ने प्रेस कांफ्रेस की शुरुआत की। इसके बाद उन्होंने सवाल किया कि अदानी और मोदी का रिश्ता क्या है? उन्होंने केंब्रिज यूनिवर्सिटी में दिए अपने बयान और सभी चोरों का सरनेम मोदी क्यों होता है वाले बयान पर सफाई भी दी। पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए राहुल गांधी ने कहा कि राहुल गांधी भारत जोड़ो यात्रा में साढ़े चार महीने जनता के बीच रहे। ये मेरा काम है और करता जाऊंगा। आज के हिंदुस्तान में राजनीतिक पार्टियों को मीडिया और बाकी संस्थानों से सपोर्ट नहीं मिलती है। विपक्षी पार्टियों के पास अब एक ही रास्ता है। जनता के बीच में जाने का। जब राहुल गांधी से सवाल किया गया कि भाजपा उन पर ओबीसी समुदाय का अपमान करने का लगा रही है, इस पर राहुल ने कहा कि आप मेरी भारत जोड़ो यात्रा में मेरी कोई भी स्पीच देख लीजिए। मैं वहां कह रहा हूं कि सब समाज एक है। सबको एकसाथ चलना चाहिए। भाई चारा होना चाहिए। नफरत, हिंसा नहीं होनी चाहिए। ये ओबीसी का मामला नहीं है। ये नरेंद्र मोदीजी और अदानीजी के रिश्ते का मामला है। 20 हजार करोड़ रुपए, जो अदानीजी को पता नहीं कहां से मिले। उसके बारे में मैं सवाल पूछ रहा हूं। उसका जवाब चाहिए। भाजपा ध्यान को भटकाने की कोशिश करती है। कभी ओबीसी की बात करेगी, कभी विदेश में दिए बयान की बात करेगी।
राहुल गांधी ने कहा कि मैं सच्चाई को देखता हूं। मुझे और किसी चीज में रुचि नहीं है। मैं सच्चाई बोलता हूं। राजनीति में यह फैशनेबल बात नहीं है। मगर ये बात मेरे खून में है। मैं और कोई रास्ता निकाल ही नहीं सकता हूं। तो ये मेरा काम है। यही मेरी तपस्या है। जीवन की तपस्या है। इसे मैं करता जाऊंगा। चाहे मुझे डिस्क्वालिफाई करें। मारें-पीटें। चाहे जेल में डालें। मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता। इस देश ने मुझे सबकुछ दिया है। जब राहुल गांधी से सवाल किया गया कि कांग्रेस के नेता कह रहे हैं कि गुजरात के कोर्ट ने जो सजा सुनाई और आपका जो निलंबन हुआ यह सब कुछ पीएम और केंद्र सरकार के कहने पर हो रहा है, लेकिन बीजेपी कह रही है कि कानून ने अपना काम किया है। आप क्या कहेंगे? इस सवाल के जवाब में राहुल गांधी ने सिर्फ इतना कहा कि ये लीगल मैटर है। मैं हिंदुस्तान के लीगल सिस्टम की इज्जत करता हूं। इस पर यहां बात नहीं करना चाहता हूं।
संसद की सदस्यता जाने के बाद विपक्षी दलों के साथ मिलने पर राहुल ने कहा कि मैं सब विपक्षी दलों का धन्यवाद करता हूं कि उन्होंने इस मामले में हमारा सपोर्ट किया। हम सब मिलकर काम करेंगे। 2019 में कर्नाटक में दिए बयान (सभी चोरों का सरनेम मोदी ही क्यों होता है) पर जब कांग्रेस नेता से सवाल किया गया तो राहुल ने कहा कि अभी ये लीगल डिस्कशन है। उस पर मैं टिप्पणी नहीं करना चाहता। मगर मैं जो भी सवाल उठाता हूं वो सोच-समझकर उठाता हूं। एक पत्रकार ने जब उनसे पूछा कि अगर ऊपरी अदालत से आपको स्टे मिलता है, तो आपको उम्मीद है कि लोकसभा स्पीकर भी आपकी सदस्यता को बहाल करेंगे। इस पर राहुल ने कहा कि मुझे उम्मीद में कोई इंटरेस्ट ही नहीं है। चाहे मुझे सदस्यता मिले, ना मिले, मैं अपना काम करूंगा। अगर ये मुझे स्थायी रूप से डिसक्वालिफाई कर दें, तो भी मैं अपना काम करूंगा। चाहे ये मुझे बहाल कर दें, तो भी मैं अपना काम करूंगा। मैं संसद के अंदर हूं या बाहर, मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता। मुझे अपनी तपस्या करनी है, वो मैं करके दिखाऊंगा।
जब राहुल गांधी से सवाल किया गया कि सदस्यता जाने के बाद अब आपका अगला कदम क्या होगा? इस पर राहुल ने कहा कि मैं सिर्फ एक कदम उठाऊंगा। वो कदम होगा देश में सच के लिए लड़ना और देश के डेमोक्रेटिक नेचर को बचाना। इसके लिए मुझे जो भी करना पड़े, मैं करूंगा। देश के लोगों को मिस्टर अदानी जैसे लोगों की सच्चाई बताऊंगा। अदानीजी जी पीएम के साथ अपने रिश्ते का फायदा उठा रहे हैं।
प्रेस कांफ्रेंस में राहुल गांधी ओबीसी के अपमान वाले सवाल पर पत्रकारों पर भड़क भी गए। एक पत्रकार ने उनसे पूछा कि राहुल जी जो जजमेंट आया है। उसको लेकर भाजपा कह रही है कि आपने ओबीसी का अपमान किया। पूरे देश में प्रेस कांफ्रेंस करने की तैयारी कर रही है। इस पर राहुल नाराज होकर बोले कि भैया देखिए, पहला आपने पहली कोशिश वहां से की, दूसरी कोशिश यहां से की और तीसरी कोशिश यहां से की। आप इतना डायरेक्टली भाजपा के लिए क्यों काम कर रहे हो। कभी विवेक से काम करो यार। थोड़ा घुमाके पूछो। आपको ऑर्डर दिया है क्या? अगर आप भाजपा के लिए काम करना चाहते हैं तो सीने पर भाजपा का सिंबल लगाकर आइए। एक पत्रकार होने की एक्टिंग मत करिए।…हवा निकल गई।
- Post By Santosh