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Vote / Poll

BJP और Congress के बीच क्या Rajasthan में Aam Aadmi Party अपनी जगह बना पाएगी ?

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अब जनता कांग्रेस-भाजपा से परेशान हो चुकी है
30%
'आप' की वजह से कांग्रेस और भाजपा में चिंता है
10%
केजरीवाल राजस्थान में कामयाब नहीं हो पाएंगे
90%
राजस्थान में भी 'आप' की सरकार बननी चाहिए
70%
Total count : 138

Vote / Poll

डेगाना विधानसभा क्षेत्र से आप किसको भाजपा का जिताऊँ प्रत्याशी मानते है ?

अजय सिंह किलक
56%
शिव देशवाल
26%
अन्य
18%
Total count : 7524

Vote / Poll

कर्नाटक का मुख्यमंत्री किसे बनाया जा सकता है?

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सिद्देरमैया
67%
डीके शिवकुमार
13%
मल्लिकार्जुन खड़गे
13%
बता नहीं सकते
7%
Total count : 15

Vote / Poll

फिल्मों के विवादित होने के क्या कारण हैं?

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समुदाय विशेष को टारगेट करना
33%
राजनीतिक लाभ लेने के लिए
11%
फिल्मों को हिट करने के लिए
44%
कुछ बता नहीं सकते
11%
Total count : 9

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व्यापारी के यहां फर्जी छापेमारी कर टैक्सा के रूप में 11 लाख लेने वाले जीएसटी के तीन इंस्पेक्टर बर्खास्त

The Fact India: फर्जी छापेमारी के आरोप में महाराष्ट्र में गुड्स एंड सर्विस टैक्स (जीएसटी) के तीन इंस्पेक्टर को नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया है। बर्खास्‍त तीनों इंस्‍पेक्‍टर पर फर्जी छापेमारी के जरिए एक व्यापारी से टैक्स के नाम पर 11 लाख रुपए लेने का आरोप था। जीएसटी डिपार्टमेंट ने अखबार में विज्ञापन जारी कर इस बर्खास्तगी की घोषणा की।

 

महाराष्ट्र के टैक्स कमिश्नर राजीव मित्तल ने बताया कि महाराष्ट्र के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है, जब भ्रष्टाचार के मामले में दोषी अफसरों को हटाने की जानकारी अखबार में विज्ञापन के जरिए दी गई है। इसका मकसद जीएसटी डिपार्टमेंट की छवि को साफ रखना है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, 14 जून 2021 को जीएसटी के तीन इंस्पेक्टर हितेश वसईकर, माछिंद्र कंगने और प्रकाश शेगर कालबादेवी में बिजनेसमैन लालचंद वानीगोटा के ऑफिस पहुंचे।

 

उन्होंने लालचंद को अपना आई कार्ड दिखाते हुए कहा कि वे जीएसटी डिपार्टमेंट से हैं। जांच करने आए हैं। इसके बाद अफसरों ने लालचंद से कहा कि ऑफिस में जितना भी कैश है, उसे टेबल पर रख दो। इस पर उन्होंने ऑफिस स्टाफ से बोलकर 30 लाख रुपए अफसरों के सामने टेबल पर रख दिए। अफसरों ने लालचंद से कैश के डिटेल मांगे और डॉक्यूमेंट दिखाने के लिए कहा।

 

इसके बाद अफसरों ने लालचंद से कहा कि आपको टैक्स के रूप में 11 लाख रुपए देने होंगे। अफसरों ने 11 लाख रुपए लिए और वहां से निकल गए। लालचंद जब मुंबई के मझगांव स्थित जीएसटी के ऑफिस गए तो उन्हें पता चला कि जीएसटी की तरफ से कोई छापेमारी हुई ही नहीं है। लालचंद को पता चल गया कि उनके साथ धोखाधड़ी हुई है। इसके बाद वे फौरन एलटी मार्ग पुलिस स्टेशन पहुंचे और शिकायत दर्ज करवाई। पुलिस ने जांच शुरू की और इलाके में लगे सीसीटीवी के आधार पर तीनों अफसरों की पहचान कर उन्हें 17 सितंबर 2021 को गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद जीएसटी ने डिपार्टमेंटल जांच पूरी होने के बाद उन्हें सेवा से बर्खास्त कर दिया है।

व्यापारी के यहां फर्जी छापेमारी कर टैक्सा के रूप में 11 लाख लेने वाले जीएसटी के तीन इंस्पेक्टर बर्खास्त

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