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CM भजनलाल और गुलाब चंद कटारिया आएंगे उदयपुर, करोड़ों की बांध परियोजना का करेंगे शिलान्यास
राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और असम के राज्यपाल गुलाबचंद कटारिया का एक मार्च को उदयपुर दौरा प्रस्तावित है. इस दौरान वे जिले के गोगुंदा जाएंगे. यहां उदयपुर शहरवासियों को पीने के पानी की व्यवस्था के लिए करोड़ों रुपये के बांध का शिलान्यास करेंगे. साथ ही क्षेत्र ने सभा भी होगी.
दोनों की यात्रा के मद्देनजर उदयपुर जिला कलेक्टर अरविंद पोसवाल ने गोगुंदा पहुंचकर तैयारियों का जायजा लिया. कलेक्टर ने बस स्टैंड के पास प्रस्तावित सभास्थल सहित हेलीपैड, महाराणा प्रताप राजतिलक स्थल आदि का अवलोकन कर तैयारियों की समीक्षा की.
यह है परियोजना
पिछली सरकार में उदयपुर शहर में अतिरिक्त पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए देवास-तृतीय एवं चतुर्थ बांधों के निर्माण के लिए 1691 करोड़ रुपये के वित्तीय प्रस्ताव को स्वीकृति दी है ताकि उदयपुर शहरवासियों की पेयजल आपूर्ति संबंधी समस्याओं का स्थाई निराकरण किया जा सके.
इन बांधों के द्वारा उदयपुर शहर में पेयजल की आपूर्ति के लिए 1 हजार मिलियन क्यूबिक फीट जल प्रतिवर्ष डायवर्ट किया जाएगा. उदयपुर शहर में इन बांधों से 3.43 करोड़ लीटर अतिरिक्त पेयजल उपलब्ध होगा.
इतने लोगों को होगा फायदा
देवास तृतीय जिले की गोगुंदा तहसील के नाल नाथिया गांव और देवास चतुर्थ गोगुंदा के ही अम्बावा गांव में बनेगा. देवास चतुर्थ का पानी टनल के माध्यम से देवास तृतीय में आएगा. फिर यहां से अकोदड़ा बांध लाया जाएगा. यहां से शहर के बीच स्थित पिछोला झील में आएगा जहां से लोगों की पीने का पानी उपलब्ध कराया जाता है. इसके डूब क्षेत्र में आने से करीब 200 परिवारों का पुनर्वास किया जाएगा. जल संसाधन विभाग के आकडों को देखे तो दोनों बांधों की क्षमता 1093 एमसीएफटी रहेगी.
इधर पिछोला झील की करीब 500 एमसीएफटी भराव क्षमता है. अभी शहर में 7.14 लाख की आबादी को 2000 एमसीएफटी पानी की सालभर में सप्लाई होती है. मौजूद हालात में 1740 एमसीएफटी पानी ही है. ऐसे में आने वाले वर्षों में यह मांग और ज्यादा बढ़ जाएगी. यह बांध जरूरतों को पूरा करेंगे. इनसे 8-10 लाख लोगों को वर्षभर पानी मिलेगा.