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मध्य प्रदेश के कांग्रेस नेताओं का दावा- भाजपा के छोटे से बड़े नेता कमलनाथ के संपर्क में; सिंधिया के साथ जाने वाले को पार्टी में नो इंट्री
The Fact India: मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव नजदीक आ गया है। नेता अपनी सीट को लेकर दावेदारी पक्की करने के लिए दल-बदल कर रहे हैं। दीपक जोशी के कांग्रेस में शामिल होने के बाद इंदौर में राजनीतिक सरगर्मी बढ़ गई है। कई कांग्रेस नेताओं ने दावा किया है कि भाजपा के कई नेता पूर्व सीएम कमलनाथ और कांग्रेस के अन्य वरिष्ठ नेताओं के लगातार संपर्क में हैं। हालांकि कांग्रेस का दामन थामने वाले भाजपा नेताओं के नामों के बारे में किसी तरह का संकेत नहीं मिलने से फिलहाल इस बारे में कयास लगाना भी मुश्किल है।
सूत्रों के मुताबिक, इंदौर के साथ ही एमपी में भाजपा के कई ऐसे नेता है जो खुद कांग्रेस नेताओं से संपर्क साध रहे हैं। इसमें पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष, उपाध्यक्ष सहित एक्स एमएलए के भी संपर्क में आने की बात कही जा रही है। हालांकि इसमें कौन नेता शामिल है इसके नाम अभी स्पष्ट नहीं हो सके हैं। दरअसल, 9 मई को पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरुण यादव इंदौर के प्रेस क्लब में आयोजित नारी सम्मान योजना की शुरुआत के कार्यक्रम के दौरान मीडिया से रुबरू हुए। जब उनसे दीपक जोशी को लेकर सवाल पूछे गए तो उन्होंने कहा था कि दीपक जोशी से उनके पारिवारिक संबंध है।
उनके पिता कैलाश जोशी संत के नाम से जाने जाते थे। उनके परिवार की दुर्गति और अनदेखी प्रदेश सरकार ने की है। उससे दुखी होकर दीपक जोशी हमारी पार्टी में आए। जो लोग लिस्ट में है उनसे मेरी भी चर्चा हो रही है और कांग्रेस के अन्य नेताओं से हो रही है, वो जल्द ही आपके सामने आएंगे। इधर, कुछ दिनों पहले इंदौर में कांग्रेस ने धर्म रक्षा यात्रा निकाली। इसमें शामिल होने के लिए पूर्व मंत्री व विधायक सज्जन वर्मा भी पहुंचे। यहां पर उन्होंने कहा कि भाजपा के कई नेता कमलनाथ जी और हमारे संपर्क में है।
मप्र के कांग्रेस और भाजपा नेताओं को ये एहसास हो गया है, कि आरएसएस और भाजपा का जो सर्वे आया उसमें 60 से 70 सीट मात्र बीजेपी को आ रही है। वो लोग जो 6 से 7 बार बीजेपी की टिकट पर जीते वो अपने आप को ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं। इसलिए उनका मोह बीजेपी से भंग है और उनका रुख कांग्रेस की तरफ है। कांग्रेस नेताओं ने ये स्पष्ट किया है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ जाने वाले कांग्रेस नेताओं को दोबारा एंट्री नहीं मिलेगी। सज्जन वर्मा ने ये भी कहा था कि दिग्विजय सिंह ने कहा है कि सिंधिया के साथ जो कांग्रेस के नेता पैसे में बिक कर गए हैं उनमें से एक को भी कांग्रेस में वापस नहीं लिया जाएगा।