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Vote / Poll

BJP और Congress के बीच क्या Rajasthan में Aam Aadmi Party अपनी जगह बना पाएगी ?

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अब जनता कांग्रेस-भाजपा से परेशान हो चुकी है
30%
'आप' की वजह से कांग्रेस और भाजपा में चिंता है
10%
केजरीवाल राजस्थान में कामयाब नहीं हो पाएंगे
90%
राजस्थान में भी 'आप' की सरकार बननी चाहिए
70%
Total count : 138

Vote / Poll

डेगाना विधानसभा क्षेत्र से आप किसको भाजपा का जिताऊँ प्रत्याशी मानते है ?

अजय सिंह किलक
56%
शिव देशवाल
26%
अन्य
18%
Total count : 7524

Vote / Poll

कर्नाटक का मुख्यमंत्री किसे बनाया जा सकता है?

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सिद्देरमैया
67%
डीके शिवकुमार
13%
मल्लिकार्जुन खड़गे
13%
बता नहीं सकते
7%
Total count : 15

Vote / Poll

फिल्मों के विवादित होने के क्या कारण हैं?

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समुदाय विशेष को टारगेट करना
33%
राजनीतिक लाभ लेने के लिए
11%
फिल्मों को हिट करने के लिए
44%
कुछ बता नहीं सकते
11%
Total count : 9

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भाजपा की सीईसी की बैठक में मध्य प्रदेश की हारी हुई सीटों पर ज्यादा फोकस रहा; छत्तीसगढ़ की सीटों को चार वर्गों में बांटकर रणनीति तैयार की गई

भाजपा की सीईसी की बैठक में मध्य प्रदेश की हारी हुई सीटों पर ज्यादा फोकस रहा; छत्तीसगढ़ की सीटों को चार वर्गों में बांटकर रणनीति तैयार की गई
Santosh Pandey
August 17, 2023

The Fact India: मध्‍य प्रदेश और छत्‍तीसगढ़ में इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा ने 60 उम्‍मीदवारों की पहली लिस्‍ट जारी कर दी है। इस लिस्‍ट में मध्‍य प्रदेश के 39 और छत्‍तीसगढ़ के 21 प्रत्‍याशियों के नामों पर मुहर लगाई गई है। बुधवार (16 अगस्‍त) को नई दिल्‍ली में भाजपा की केंद्रीय चुनाव समिति (सीईसी) की बैठक हुई थी। मीटिंग में मध्‍य प्रदेश प्रदेश पर करीब डेढ़ घंटे चर्चा हुई। पिछले चुनाव में एमपी की हारी हुए सीटों पर फोकस ज्‍यादा किया गया। छत्‍तीसगढ़ के विधानसभा सीटों को चार कैटेगरी में बांटकर चर्चा की गई।

 

सीईसी की बैठक में यह तय हुआ कि मध्‍य प्रदेश में सीएम शिवराज के चेहरे पर ही चुनाव लड़ा जाएगा। 20 अगस्त को शिवराज सरकार अपना रिपोर्ट कार्ड जारी करेगी। 20 अगस्त को ही केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह मध्‍य प्रदेश आ सकते है। इस दौरान सरकार के कामों और योजनाओं के आंकडे़ भी जनता के सामने रखे जाएंगे।

 

इसके बाद तय हुआ कि प्रदेश नेतृत्व जल्द से जल्द हारी हुई 40 से 50 सीटों पर दो से तीन नाम का पैनल बनाएगा। भाजपा इस बार सिंतबर में ही हारी सीटों के प्रत्याशी तय कर देगी, ताकि उन्हें वक्त मिले। कुछ और घोषणाएं करने के लिए प्रदेश नेतृत्व ने केंद्रीय संगठन से स्वीकृति मांगी है।

 

सीईसी की मीटिंग में छत्तीसगढ़ की विधानसभा की 90 सीटों को चार वर्गों ए, बी, सी और डी में बांटा गया। ए कैटेगरी में उन सीटों को रखा गया है, जिन्हें भाजपा ने हर बार जीता है। बी वर्ग में वे सीटें हैं, जिन पर भाजपा की जीत-हार दोनों हुई है। सी वर्ग में उन सीटों को शामिल किया गया है, जहां भाजपा की स्थिति कमजोर है। डी कैटेगरी की सीटों पर भाजपा कभी नहीं जीत सकी है।

 

भाजपा की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में बी और सी की 22 और डी कैटेगरी की 5 सीटों पर चर्चा हुई। सूत्रों के मुताबिक, भाजपा विधानसभा चुनाव में छत्तीसगढ़ की आधी सीटों पर नए उम्मीदवारों को मौका दे सकती है।

 

इस बार भाजपा जातियों को पूरी तरजीह दे रही है। प्रत्याशी चयन में देखा जा रहा है कि वो किस जाति का है। जाति वर्ग वोटर्स की तादाद कितनी है। अन्य समुदायों में उसकी पकड़ कैसी है।

 

सीईसी की बैठक में मजबूत दावेदारों को चुनाव की तैयारी शुरू करने जैसे आयकर-संपत्ति विवरण, क्रिमिनल रिकॉर्ड, एजुकेशन और सर्टिफिकेट इकट्‌ठा करने कहा है। साथ ही सारी जानकारी पुख्ता और दस्तावेजी रहे ताकि नामांकन पत्र खारिज न हो सके। बता दें कि इस साल के अंत में मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान, तेलंगाना और मिजोरम में चुनाव होने हैं। भाजपा इनमें से सिर्फ मध्य प्रदेश में ही सत्ता में है।

भाजपा की सीईसी की बैठक में मध्य प्रदेश की हारी हुई सीटों पर ज्यादा फोकस रहा; छत्तीसगढ़ की सीटों को चार वर्गों में बांटकर रणनीति तैयार की गई

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