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Vote / Poll

BJP और Congress के बीच क्या Rajasthan में Aam Aadmi Party अपनी जगह बना पाएगी ?

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अब जनता कांग्रेस-भाजपा से परेशान हो चुकी है
30%
'आप' की वजह से कांग्रेस और भाजपा में चिंता है
10%
केजरीवाल राजस्थान में कामयाब नहीं हो पाएंगे
90%
राजस्थान में भी 'आप' की सरकार बननी चाहिए
70%
Total count : 138

Vote / Poll

डेगाना विधानसभा क्षेत्र से आप किसको भाजपा का जिताऊँ प्रत्याशी मानते है ?

अजय सिंह किलक
56%
शिव देशवाल
26%
अन्य
18%
Total count : 7524

Vote / Poll

कर्नाटक का मुख्यमंत्री किसे बनाया जा सकता है?

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सिद्देरमैया
67%
डीके शिवकुमार
13%
मल्लिकार्जुन खड़गे
13%
बता नहीं सकते
7%
Total count : 15

Vote / Poll

फिल्मों के विवादित होने के क्या कारण हैं?

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समुदाय विशेष को टारगेट करना
33%
राजनीतिक लाभ लेने के लिए
11%
फिल्मों को हिट करने के लिए
44%
कुछ बता नहीं सकते
11%
Total count : 9

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धूल खा रहा गहलोत का एक और प्रोजेक्ट

धूल खा रहा गहलोत का एक और प्रोजेक्ट
Pooja Parmar
May 6, 2024

 जयपुर. राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के संदेशों को युवा पीढ़ी और सैलानियों को रूबरू कराने के लिए 87 करोड़ रुपए खर्च कर सेंट्रल पार्क परिसर में गांधी वाटिका विकसित की गई। उद्घाटन के पांच माह बीत जाने के बाद भी गांधी वाटिका पर ताला लटका है। गांधी जी के संदेशों से युवा पीढ़ी दूर है। यह सब इसलिए हो रहा है क्योंकि अब तक यह तय नहीं हो पाया है कि गांधी वाटिका का रख रखाव और संचालन कौन करेगा?

दरअसल, पूर्ववर्ती सरकार के ड्रीम प्रोजेक्ट में से एक गांधी वाटिका भी थी। मुख्यमंत्री रहते हुए अशोक गहलोत ने निर्माणाधीन प्रोजेक्ट का कई बार दौरा किया था। विधानसभा चुनाव की आचार संहिता लगने से पहले इसका उद्घाटन भी हो गया। चुनाव के बाद नई सरकार बनी तो अधिकारियों ने इस पर ध्यान देना बंद कर दिया। पत्राचार और बैठकें तो हो रही हैं, लेकिन संचालन शुरू नहीं हो पा रहा है।
-गांधी वाटिका के भूतल पर अंग्रेजों के भारत आगमन से लेकर महात्मा गांधी के दक्षिण अफ्रीका प्रवास तक के कालखंड को 5 हिस्सों में दर्शाया गया है।
-प्रथम तल पर गांधीजी के अंग्रेजों के खिलाफ आंदोलनों एवं उनके दर्शन को प्रदर्शित किया गया है।
-दूसरे तल पर विशेष पुस्तकालय, सेमिनार हॉल एवं कॉन्फ्रेंस कक्ष निर्मित किए गए हैं।
-विशेष रूप से मिट्टी की दीवारें तैयार की गई हैं। वाटिका में केलू की छत लगाई गई है।
-कैफेटेरिया, खुला नाट्य मंच, विमर्श कक्ष जैसी सुविधाएं भी होंगी।
धूल खा रहा गहलोत का एक और प्रोजेक्ट

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