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कूनो पार्क से बाहर घूम रही मादा चीता को ट्रैक करने निकली टीम से मारपीट, गांव के लोगों ने डकैत समझकर किया हमला, 15 अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज

The Fact India: एक मादा चीता की ट्रैकिंग में लगी टीम को डकैत समझकर गांव वालों ने पीट दिया। पहले तो ग्रामीणों ने टीम को गांव से भगाने के लिए हवाई फायरिंग की। लेकिन टीम के सदस्य जब फायरिंग के बाद वहां से नहीं गए तो गांव वालों ने उन्हें घेरकर मारपीट शुरू कर दी। ट्रैकिंग टीम की गाड़ी में तोड़फोड़ भी की गई। ट्रैकिंग टीम की शिकायत पर पुलिस ने 15 अज्ञात हमलावरों के खिलाफ केस दर्ज किया है। घटना शुक्रवार को मध्य प्रदेश के शिवपुरी के पोहरी थाना क्षेत्र के बूड़ाखेड़ा गांव की है।
बता दें कि कूनो नेशनल पार्क में लाई गई मादा चीता आशा लंबे समय से पार्क क्षेत्र से बाहर घूम रही है। उसकी निगरानी के लिए पार्क प्रबंधन ने ट्रैकिंग टीम बनाई है जो 24 घंटे उसे ट्रैक करने में लगी हुई है। इस टीम के सदस्य राजेश गोरख, पवन अग्रवाल, ट्रैकर विकेश गुर्जर और ड्राइवर हुकुन यादव हैं। गुरुवार रात मादा चीते की लोकेशन बूड़ाखेड़ा गांव में मिली। इस पर टीम के सदस्य वहां पहुंच गए।
ट्रैकिंग टीम के सदस्य राजेश गोरख ने के अनुसार, बूड़ाखेड़ा गांव के तालाब के पास मादा चीता आशा की लोकेशन मिली थी। गुरुवार रात एक बजे हम तालाब किनारे पहुंचे। सारी रात मादा चीता आशा तालाब किनारे ही बैठी रही। टीम के सदस्य चीता से 500 मीटर की दूरी बना कर बैठ गए। रात तीन बजे के बाद आंधी-पानी शुरू हो गया। इस कारण टीम के सभी सदस्य गाड़ी में आकर बैठ गए। कुछ समय बीतने के बाद हम मादा चीता की लोकेशन चेक करने के लिए गाड़ी से नीचे उतरे। हम डिवाइस के जरिए लोकेशन चेक करने में जुट गए।
सुबह करीब चार बजे एक गांव की तरफ से हवाई फायर की आवाज सुनाई दी। हम कुछ समझ पाते इससे पहले ही 10 से 15 टॉर्च की रोशनी हमें दिखाई दीं। पलक झपकते ही 10 से 15 लोग हमारी गाड़ी के पास पहुंच गए और हमें घेर लिया। हमने ट्रैकिंग डिवाइस दिखाकर ग्रामीणों को बताया की हम मादा चीता की ट्रैकिंग के लिए आए हैं।
उनसे कहा कि चीता की लोकेशन पास में ही मिली थी, इसी कारण यहां रुके हुए हैं। हालांकि ग्रामीणों ने हमारी एक नहीं सुनी और हमला बोल दिया। ट्रैकिंग टीम के 3 सदस्यों के साथ मारपीट की गई। इतना ही नहीं सरकारी जीप में भी तोड़फोड़ की गई।
