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टेंशन फ्री लाइफ जीने वालों का फंडा ही होता है बेमतलब की बातों पर ज्यादा दिमाग न खर्च करना, तो वहीं एक कैटेगरी होती है ओवर थिंकर्स की, जो किसी भी चीज़ के बारे में बहुत ज्यादा सोचने लग जाते हैंं। जिसका असर उनके मानसिक स्वास्थ्य पर पड़ता है। मानसिक सेहत का कनेक्शन हमारे शारीरिक सेहत से होता है। कहने का अर्थ है कि आपकी ये आदत बैठे-बैठे कई सारी बीमारियों को दावत दे सकती है, तो इसकी गंभीरता को समझना और इससे छुटकारा पाने के उपायों के बारे में जानना जरूरी है।
लोग ज्यादातर ओवर थिंकिंग का शिकार होते हैं। जो हर बात को दिल से लगा लेते हैं और अगला क्या सोचेगा ये सोच-सोचकर परेशान होते रहते हैं। जिस वजह से इनकी पर्सनल और प्रोफेशनल लाइफ पर असर पड़ता है। कई बार इससे व्यक्ति डिप्रेशन में भी चला जाता है।
ओवर थिंकिंग की आदत आपका ब्लड प्रेशर बढ़ा सकती है, जिससे स्ट्रोक या हार्ट अटैक की प्रॉब्लम हो सकती है। कई बार लोग ओवर थिंकिंग से निपटने के लिए शराब या सिगरेट का सहारा लेते हैं, जो और ज्यादा नुकसानदायक चीज़ें हैं, तो इस आदत से छुटकारा पाने के लिए इन गलत तरीकों को अपनाने के बजाय यहां दिए गए टिप्स की ले सकते हैं मदद।
खाली दिमाग शैतान का घर होता है, तो किसी बात ने अगर आपको बहुत ज्यादा परेशान कर रखा है, जिसके बारे में सोच-सोचकर आपको गुस्सा आ रहा है, तो इसे शांत करने का सबसे अच्छा तरीका है खुद को बिजी रखना। जिन चीज़ों को करने में आपको खुशी मिलती है, उसमें इंगेज रहने की कोशिश करें।
नेगिटिव लोगों से दूर रहें
ऐसे लोगों से दूरी बना लें, जिनसे आपको निगेटिव फीलिंग आती है। अगर सामने वाला व्यक्ति आपको जान-बूझकर हर्ट कर रहा है, तो उससे उसी अंदाज में बात करें और निपटें। अगर आपका दिल इस बात की गवाही नहीं दे रहा है, तो बेहतर होगा उनसे कॉन्टेक्ट ही खत्म कर लें।
मेडिटेशन करें
दिमाग को शांत और रिलैक्स रखने के लिए योग व मेडिटेशन करें। मेडिटेशन आपको मानसिक रूप से मजबूत बनाता है, जिससे ओवर थिंकिंग की आदत को मैनेज करना आसान हो जाता है।