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BJP नेताओं का गुंजल पर पलटवार- हमेशा निम्न स्तर की भाषा का उपयोग करते हैं
कोटा-बूंदी लोकसभा सीट (Kota-Bundi Lok Sabha seat) पर आरोप प्रत्यारोप का दौर अब तेज हो गया है. प्रहलाद गुंजल (Prahlad Gunjal) द्वारा लगाए गए आरोपों के बाद अब भाजपा विधायकों ने भी प्रहलाद गुंजल पर पलटवार किया है. भाजपा विधायक संदीप शर्मा और कल्पना देवी ने कहा कि गुंजल की आंखों में अहंकार की गंदगी, दिल में झूठ और कपट है, उन्हें विकास नजर नहीं आएगा. बिरला ने कोटा और बूंदी में 8100 करोड़ रूपए के काम करवाए हैं. उन्होंने गुंजल को चुनौती दी कि वे अपने 10 साल के विधायक कार्यकाल के विकास कार्य बताएं.
भाजपा विधायक संदीप शर्मा ने कहा कि पुलिस महानिरीक्षक स्तर के वरिष्ठ अधिकारी और लोक सभा अध्यक्ष के ओएसडी के लिए गुंजल ने जिस भाषा का उपयोग किया, वह निंदनीय हैं. गुंजल हमेशा से ही इस तरह की निम्न स्तर की भाषा शैली का उपयोग करते हैं. अपने घर को बम से उड़ाने की आशंका जता कर उन्होंने साबित कर दिया है कि वह राजनीतिक रूप से कतई परिपक्व नहीं हैं और इस तरह के ओछे आरोपों से खुद की फर्जी पब्लिसिटी कर रहे हैं.
विधायक संदीप शर्मा ने कांग्रेस प्रत्याशी प्रहलाद गुंजल को झूठ की दुकान बताते हुए उनकी क्षमताओं पर सवाल खड़े किए हैं. संदीप शर्मा ने कहा कि जिस विधायक को गाइडलाइन और कानून का अंतर नहीं पता, उसने दस साल विधायक के रूप में जनता का क्या भला किया होगा. संदीप शर्मा ने कहा कि गुंजल कह रहे हैं कि बिरला के सामने सदन में कोचिंग में उम्र की सीमा को लेकर बिल पास हो गया और उन्होंने कुछ नहीं कहा. उन्होंने गुजल को चुनौती दी कि वह संसद में इस तरह का कोई भी बिल पास होने का साक्ष्य सामने लाएं अन्यथा राजनीति छोड़ दें.
विधायक संदीप शर्मा ने कहा कि कोटा में करीब 53 सौ करोड़ रूपए की पेयजल परियोजनाएं स्वीकृत हुई हैं. कोटा-बूंदी को दिल्ली-मुम्बई एक्सप्रेस वे मिला. कोटा में कोटा जंक्शन और डकनिया तलाव को 350 करोड़ की लागत से विश्व स्तरीय स्टेशन बनाने का काम चल रहा है. डकनिया तलाव में जल्द ही सभी प्रमुख ट्रेनों का ठहराव होगा. जिसका फायदा नए कोटा के 10 लाख से अधिक लोगों को मिलेगा. सोगरिया स्टेशन, कोटा से अहमदाबाद और नई दिल्ली के लिए नई रेल सेवा प्रारंभ हुई हैं.
मेमू ट्रेन, रामगंजमंडी रेलवे स्टेशन का पुनर्विकास 26 करोड़ की लागत से चल रहा है. गुंजल के घर के सामने 7 करोड़ की लागत से सिंथेटिक एथलेटिक्स ट्रैक, भारत के सबसे अत्याधुनिक डिजिटल प्लेनेटोरियम और साइंस सेंटर, रामगंजमंडी, सुल्तानपुर और इटावा में साढ़े चार-साढ़े चार करोड़ के इनडोर स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स बन रहे हैं समेत कोटा में इतने काम हुए हैं कि गिनाने में पूरा दिन लग जाए.
विधायक कल्पना देवी ने कहा कि इसी तरह बूंदी में 325 करोड़ की लागत से मेडिकल कॉलेज के नए भवन और 250 बेड का नया अस्पताल, 70 करोड़ की लागत से केशवरायपाटन मंदिर परिक्षेत्र का पुनर्विकास, 23 करोड़ की लागत से सेंट्रल स्कूल का नया भवन, 20 करोड़ की लागत से खेल संकुल का पुनर्विकास जिसमें 7 करोड़ की लागत से सिंथेटिक ट्रेक और 5 करोड़ से स्वीमिंग पूल शामिल है. 3 करोड़ की लागत से बूंदी के किले और ऐतिहासिक स्थानों पर फसाड लाइट्स, करीब 40 करोड़ की लागत से चार उच्च स्तरीय पुल, 200 करोड़ रूपए से अधिक की प्रमुख सड़कें सहित अनेक विकास कार्य हुए हैं.
कोटा एयरपोर्ट के मामले पर विधायक कल्पना देवी ने कांग्रेस प्रत्याशी को चुनौती दी है कि वे कांग्रेस नेताओं से पूछें कि एयरपोर्ट की जमीन किसने अटकाई. कल्पना ने कहा कि यह बात तो अब पब्लिक डोमेन में है कि ढाई साल में दो दर्जन से अधिक पत्र लिखने के बाद भी तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने एयरपोर्ट भूमि के एयरपोर्ट अथॉरिटी को हस्तांतरण के लिए आवश्यक 127 करोड़ में से महज 21 करोड़ रूपए की जमा करवाए.
विधानसभा चुनाव से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोटा एयरपोर्ट की गारंटी दी और प्रदेश में भाजपा की सरकार बनने के महज 7 दिन के अंदर राशि जमा करवा दी गई है. अब बस एयरपोर्ट की डीपीआर तैयार होने का इंतजार है. DPR बनते ही काम शुरू हो जाएगा.
विधायक संदीप शर्मा ने कहा कि गुंजल ने गहलोत को कोटा आईआईटी का चोर कहकर आखिर सच्चाई को फिर से दुनिया के सामने ला दिया. ओम बिरला तो सालों से जयपुर में चल रही ट्रिपल आईटी को कोटा लाए हैं. संदीप शर्मा ने कहा कि प्रदेश की भाजपा सरकार ने कोटा को आईआईटी आवंटित की. जिसे कांग्रेस सरकार बनने के बाद गहलोत जोधपुर ले गए.
इसके बाद कोटा को ट्रिपल आईटी मिली तो उसके भवन के लिए कांग्रेस सरकार ने कोई पैसे नहीं दिए. बिरला ने भवन निर्माण के लिए 128 करोड़ का बजट स्वीकृत करवाया और केंद्र सरकार के निर्माण विभाग ने ही ट्रिपल आईटी भवन का निर्माण किया. ट्रिपल आईटी के कारण कोटा, बेंगलुरू की तरह आईटी का हब बनेगा जिसके भविष्य में सुखद परिणाम सामने आएंगे.