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Vote / Poll

BJP और Congress के बीच क्या Rajasthan में Aam Aadmi Party अपनी जगह बना पाएगी ?

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अब जनता कांग्रेस-भाजपा से परेशान हो चुकी है
30%
'आप' की वजह से कांग्रेस और भाजपा में चिंता है
10%
केजरीवाल राजस्थान में कामयाब नहीं हो पाएंगे
90%
राजस्थान में भी 'आप' की सरकार बननी चाहिए
70%
Total count : 138

Vote / Poll

डेगाना विधानसभा क्षेत्र से आप किसको भाजपा का जिताऊँ प्रत्याशी मानते है ?

अजय सिंह किलक
56%
शिव देशवाल
26%
अन्य
18%
Total count : 7524

Vote / Poll

कर्नाटक का मुख्यमंत्री किसे बनाया जा सकता है?

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सिद्देरमैया
67%
डीके शिवकुमार
13%
मल्लिकार्जुन खड़गे
13%
बता नहीं सकते
7%
Total count : 15

Vote / Poll

फिल्मों के विवादित होने के क्या कारण हैं?

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समुदाय विशेष को टारगेट करना
33%
राजनीतिक लाभ लेने के लिए
11%
फिल्मों को हिट करने के लिए
44%
कुछ बता नहीं सकते
11%
Total count : 9

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BJP को मोदी मैजिक पर भरोसा, गठबंधन के सहारे कांग्रेस

BJP को मोदी मैजिक पर भरोसा, गठबंधन के सहारे कांग्रेस
Pooja Parmar
April 18, 2024

 लोकसभा चुनाव के पहले चरण में 102 सीटों पर 19 अप्रैल को मतदान होना है. पहले चरण वाली सीटों पर आज प्रचार का शोर थम गया. अब प्रत्याशी डोर डू डोर कैंपेनिंग में लगे हैं. दूसरी ओर निर्वाचन आयोग और पुलिस-प्रशासन निष्पक्ष और शांतिपूर्ण चुनाव संपन्न कराने की तैयारियों में जुटा है. पहले चरण में राजस्थान की 12 लोकसभा सीटों पर मतदान होगा है. यूं तो राजस्थान के सियासी रण में भाजपा-कांग्रेस की सीधी टक्कर होती आई है. लेकिन इस बार भाजपा के क्लीन स्वीप को रोकने के लिए कांग्रेस ने हनुमान बेनीवाल की पार्टी आरएलपी के साथ-साथ लेफ्ट  और भारत आदिवासी पार्टी (BAP) से गठबंधन किया है. अब देखना है कि राजस्थान में मोदी का मैजिक चलता है या गहलोत का गठबंधन. 

 19 अप्रैल शुक्रवार को होने वाली पहले चरण की वोटिंग से पहले जानिए राजस्थान के उन सभी सीटों का सियासी समीकरण, जहां पहले चरण में मतदान होना है. 

पहले चरण में इन 12 सीटों पर होना है मतदान

राजस्थान में पहले चरण में चुनाव वाली 12 सीटों - श्रीगंगानर, बीकानेर, चूरू, नागौर, झुंझुनूं, सीकर, जयपुर, जयपुर ग्रामीण, अलवर, भरतपुर, दौसा, करौली- धौलपुर में इस बार का काफी रोचक मुकाबला कांग्रेस और बीजेपी उम्मीदवारों के बीच है. राष्ट्रीय मुद्दों पर लोकसभा का चुनाव होता है.. राम मंदिर मुद्दा भी अबकी बार हावी है.कई जगह जातीय समीकरण प्रत्याशियों की जीत-हार का कारण बन सकते हैं. कहीं टिकट काटना और नए चेहरे उतारना भी बड़ी भूमिका चुनाव में अदा करेगा. 

पहले चरण वाली इन 12 सीटों में से 6 सीटें ऐसी हैं, जिसके नतीजों पर सबकी नजरें टिकी होगी. ये 6 हॉट सीटें है- चूरू, नागौर, जयपुर, बीकानेर, अलवर, दौसा. 

चूरूः भाजपा पृष्ठभूमि वाले दो नेताओं में टक्कर 

चूरू सीट पर पिछले दिनों पीएम नरेंद्र मोदी ने बीजेपी उम्मीदवार देवेंद्र झाझड़िया के समर्थन में जनसभा कर कहा था कि दिल्ली से नरेंद्र देवेंद्र के लिए आशीर्वाद मांगने आया है. जब नरेंद्र देवेंद्र के लिए आशीर्वाद मांगता है तो आप लोग छप्पर फाड़कर देते हैं..दरअसल, चूरू लोकसभा सीट पर अबकी बार बड़ा उलटफेर देखने को मिला है.

बीजेपी से सांसद रहे राहुल कस्वां का टिकट काटकर पैरा ओलंपियन देवेंद्र झाझड़िया को उम्मीदवार बनाया गया.तो बागी होकर राहुल कस्वां ने कांग्रेस जॉइन कर ली. अब राहुल कस्वां कांग्रेस के टिकट पर चूरू से चुनाव लड़ रहे हैं.. इसीलिए यह हॉट सीट बन गई है.चूरू सीट पर बीजेपी मुश्किल में थी.लेकिन बसपा के सादुलपुर विधायक रहे मनोज न्यांगली के शिवसेना-शिंदे पार्टी में शामिल होने और बीजेपी प्रत्याशी देवेंद्र झाझड़िया के प्रचार में जुटने से मुकाबला बीजेपी-कांग्रेस में कांटे का हो गया है..

 
नागौर- हनुमान बेनीवाल की प्रतिष्ठा दांव पर

नागौर- सबसे हॉट सीट नागौर में चुनावी चेहरे पुराने हैं, जबकि पार्टियां बदल गई हैं. नागौर में बीजेपी की प्रत्याशी ज्योति मिर्धा चुनाव मैदान में हैं. जिनका सीधा मुकाबला राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (RLP) के हनुमान बेनीवाल से है. कांग्रेस ने खुद का कोई प्रत्याशी नहीं उतारा, बल्कि आरएलपी के साथ इंडी अलाइंस के तहत गठबंधन किया है. हनुमान बेनीवाल ही कांग्रेस के समर्थित प्रत्याशी हैं. ज्योति मिर्धा कद्दावर और राजनीतिक मिर्धा घराने से हैं. जो नाथूराम मिर्धा से लेकर दशकों तक कांग्रेसियों का परिवार रहा है. लेकिन अब हालात बदले हुए हैं. ज्योति मिर्धा ने कहा है कि आजादी के बाद पहली बार नागौर में कांग्रेस का चिन्ह लोकसभा चुनाव में नहीं है.और हनुमान बेनीवाल विश्वास के लायक नहीं हैं..क्योंकि वो पार्टियां बदलते रहे हैं.

जयपुर- खाचरिवास के सामने बीजेपी की मंजू शर्मा मैदान में 

जयपुर- केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कल ही जयपुर शहर में रोड शो किया है. जयपुर शहर की लोकसभा सीट से बीजेपी ने वर्तमान सांसद रामचरण बोहरा का टिकट काटकर मंजू शर्मा को प्रत्याशी बनाया है. बीजेपी के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष और कई बार विधायक रहे दिवंगत भंवरलाल शर्मा की बेटी मंजू शर्मा हैं.

जिनके सामने कांग्रेस ने पूर्व कैबिनेट मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास को चुनाव मैदान में उतारा है. सुनील शर्मा को टिकट देने और फिर उन पर शशि थरूर के आरोप लगाने के बाद उम्मीदवारी दबाव में छोड़ने से यह हॉट सीट बन गई है. क्योंकि ब्राह्मणों में नाराजगी बढ़ गई है. खाचरियावास विधानसभा चुनाव इस बार हार चुके हैं.जबकि लोकसभा के लिहाज से जयपुर सीट बीजेपी का गढ़ बनी हुई है.

 बीकानेर- दो मेघवालों में रोचक मुकाबला

बीकानेर- बीकानेर से केंद्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल लगातार तीसरी बार बीजेपी प्रत्याशी हैं..उनके सामने कांग्रेस उम्मीदवार पूर्व कैबिनेट मंत्री गोविंद राम मेघवाल हैं..हालांकि पिछले साल हुए विधानसभा चुनाव में उन्हें हार मिली थी.मेघवाल वर्सेज मेघवाल का मुकाबले रोचक है. इस चुनाव में यदि अर्जुनराम मेघवाल को जीत मिली तो वो बीकानेर से जीत की हैट्रिक पूरी करेंगे.  

अलवर- दो यादवों में टक्कर, हरियाणा से आएं भूपेंद्र मैदान में 

अलवर-  अलवर लोकसभा सीट से भाजपा ने केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव को चुनाव मैदान में उतारा है, कांग्रेस ने मौजूदा विधायक ललित यादव को प्रत्याशी बनाया है.  एक अनुभवी नेता का मुकाबला नौजवान विधायक से होना है. दोनों यादव समाज से हैं, जिनका क्षेत्र में दबदबा है. अलवर में बसपा ने त्रिकोणीय मुकाबला बना दिया है.बसपा उम्मीदवार फजल खान के समर्थन में वोट की अपील करने मायावती आज अलवर आईं और जनसभा की..बसपा उम्मीदवार के खड़े होने से बीजेपी को फायदा है.और कांग्रेस को नुकसान है.क्योंकि मुस्लिम वोट बैंक दोफाड़ होने की आशंका हो गई है.


दौसा- दो मीणा की टक्कर में दांव पर किरोड़ी लाल की प्रतिष्ठा
 

दौसा- दौसा में भी पिछले दिनों पीएम नरेंद्र मोदी ने रोड शो किया है.दौसा लोकसभा सीट पर बीजेपी ने मौजूदा सांसद जसकौर मीणा का टिकट काटकर बस्सी के पूर्व विधायक कन्हैयालाल मीणा को चुनाव मैदान में उतारा है. किरोड़ीलाल मीणा अपने भाई जगमोहन मीणा को यह टिकट दिलवाना चाहते थे. मौजूदा सांसद जसकौर मीणा भी अपनी बेटी अर्चना मीणा के लिए टिकट मांग रही थीं. लेकिन दोनों को ही टिकट नहीं मिला.

कन्हैयालाल मीणा के सामने कांग्रेस से पूर्व मंत्री और मौजूदा विधायक मुरारी लाल मीणा हैं. कांग्रेस टिकट नहीं मिलने से नरेश मीणा भी नाराज हैं.जिन्होंने मुरारीलाल मीणा के सामने मोर्चा खोलकर मुश्किलें बढ़ा दी हैं.हालांकि सचिन पायलट अपने नजदीकी मुरालीलाल मीणा के समर्थन में चुनाव प्रचार में जुटे हैं और उनके रणनीतिकार भी बने हुए हैं.सचिन पायलट और उनके पिता स्व. राजेश पायलट का गढ़ दौसा को माना जाता है.. किरोड़ी लाल मीणा ने यहां जमकर प्रचार किया था. मीणा ने यहां तक कह दिया था कि यदि महुआ से भाजपा हारी तो वो मंत्री पद छोड़ देंगे.

जयपुर ग्रामीणः पायलट के करीबी अनिल चोपड़ा मैदान में 

जयपुर ग्रामीण- जयपुर ग्रामीण से बीजेपी प्रत्याशी राव राजेंद्र सिंह हैं, जो पूर्व विधानसभा उपाध्यक्ष रहे हैं.उनके सामने कांग्रेस ने युवा नेता अनिल चोपड़ा को उम्मीदवार बनाया है..यहां राजपूत वर्सेज जाट का मुकाबला है.पिछली गहलोत सरकार में मंत्री रहे लालचंद कटारिया और राजेंद्र यादव दोनों बीजेपी में शामिल होने के बाद राव राजेंद्र सिंह के प्रचार में जुटे हैं..जबकि सचिन पायलट अपने करीबी युवा नेता अनिल चोपड़ा की रणनीति बना रहे हैं..

 
करौली-धौलपुरः दो जाटव मैदान में, शोभारानी के रोचक किया मुकाबला

करौली-धौलपुर सीट - करौली-धौलपुर से बीजेपी ने सांसद डॉ मनोज राजोरिया का टिकट काटकर करौली पंचायत समिति की पूर्व प्रधान इंदु देवी जाटव को उम्मीदवार बनाया है.जिनका मुकाबला कांग्रेस उम्मीदवार पूर्व मंत्री भजनलाल जाटव से है..जबकि बहुजन समाज पार्टी से यहां विक्रम सिंह प्रत्याशी हैं.जाटव वर्सेज जाटव का मुकाबला है. भजनलाल जाटव भरतपुर के रहने वाले हैं.जबकि इंदु देवी जाटव करौली की हैं. चुनाव प्रचार के अंतिम समय में यहां कांग्रेस की विधायक शोभारानी कुशवाहा के परिजन भाजपा में शामिल हो चुके हैं. देखना है कि इसका क्या असर होता है. 

श्रीगंगानगरः करणपुर में मिली जीत से कांग्रेस उत्साहित

श्रीगंगानगर- श्रीगंगानगर लोकसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी प्रियंका बैलाण हैं..जो अनूपगढ नगर परिषद की सभापति हैं और पहली बार लोकसभा चुनाव लड़ रही हैं. बीजेपी ने निहालचंद मेघवाल का टिकट काटकर प्रियंका को उम्मीदवार बनाया है. श्रीगंगानगर से कांग्रेस ने कुलदीप इंदौरा को उम्मीदवार बनाया है. पिछले साल विधानसभा चुनाव में मिली हार के बाद कांग्रेस ने श्रीगंगानर की करणपुर सीट से जीत हासिल की थी. यह जीत कांग्रेस के लिए अहम मानी जाती है क्योंकि भाजपा की सरकार में मंत्री घोषित हो चुके प्रत्याशी को हार मिली थी. 

झुंझुनूंः कद्दावर जाट नेता और पायलट के करीबी मैदान में

झुंझुनूं- झुंझुनूं लोकसभा सीट से पूर्व विधायक शुभकरण चौधरी बीजेपी उम्मीदवार है. जिनका सीधा मुकाबला कांग्रेस उम्मीदवार, पूर्व मंत्री और वर्तमान विधायक बृजेंद्र सिंह ओला से है.जो कद्दावर जाट नेता और केंद्रीय मंत्री रहे स्व. शीशराम ओला के पुत्र हैं..साथ ही सचिन पायलट के भी बेहद करीबी हैं..गौर करने वाली बात ये है कि बीजेपी ने झुंझुनूं में भी मौजूदा सांसद नरेंद्र कुमार का टिकट काट कर शुभकरण चौधरी को प्रत्याशी बनाया है..

भरतपुरः जाट आरक्षण आंदोलन का दिखेगा असर

भरतपुर- भरतपुर लोकसभा सीट से भाजपा ने मौजूदा सांसद रंजीता कोली का टिकट काटकर पूर्व सांसद रामस्वरूप कोली को चुनाव मैदान में उतारा है. कांग्रेस ने संजना जाटव को प्रत्याशी बनाया है. भरतपुर में जाट आरक्षण आंदोलन भी चुनावी हवा तय करेगा..क्योंकि 5 लाख से ज्यादा जाट भरतपुर में हैं.इसीलिए पिछले दिनों सीएम भजनलाल ने कहा है कि जाट आरक्षण मुद्दे पर राज्य सरकार ओबीसी आयोग में पुरजोर पैरवी करेगी.

सीकरः डोटासरा के घर में लेफ्ट की प्रतिष्ठा दांव पर

सीकर - सीकर लोकसभा सीट से भाजपा ने अपने सांसद सुमेधानंद सरस्वती एक बार फिर चुनाव मैदान में उतारा है. कांग्रेस ने यहां खुद का प्रत्याशी उतारने की बजाय माकपा के साथ इंडी गठबंधन किया है. माकपा की ओर से अमराराम चौधरी ने नामांकन दाखिल किया है.  

सुमेधानंद का मुकाबला कामरेड अमराराम चौधरी से है. अमराराम के समर्थन में पूर्व सीएम गहलोत समेत वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं ने सभा की हैं. सीकर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा का होमटाउन है. विधानसभा चुनाव में यहां कांग्रेस का प्रदर्शन अच्छा था. इसके बाद भी पार्टी ने लेफ्ट को समर्थन दिया है. देखना है कि लेफ्ट इस सीट पर क्या गुल खिला पाती है.  

BJP को मोदी मैजिक पर भरोसा, गठबंधन के सहारे कांग्रेस