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डिप्रेशन आजकल एक आम समस्या बन गई है. यह एक मेंटल हेल्थ स्थिति है जो दुख, चिंता और निराशा की भावनाओं का कारण बनती है. डिप्रेशन के कई कारण हो सकते हैं, जिनमें जेनेटिक्स, जीवन के अनुभव और तनाव शामिल हैं. आयुर्वेद डिप्रेशन के इलाज के लिए कई प्राकृतिक उपचार प्रदान करता है. इनमें से कुछ उपचारों में जड़ी-बूटियों का उपयोग शामिल है. यहां 5 जड़ी-बूटियां हैं, जो डिप्रेशन के लक्षणों को कम करने में मदद कर सकती हैं.
अश्वगंधा एक जड़ी-बूटी है जो तनाव और चिंता को कम करने में मदद करती है. यह मूड को बेहतर बनाने और ऊर्जा के स्तर को बढ़ाने में भी मदद कर सकती है.
ब्राह्मी एक जड़ी-बूटी है जो मस्तिष्क को शांत करने और एकाग्रता में सुधार करने में मदद करती है. यह चिंता और अनिद्रा को कम करने में भी मदद कर सकती है.
शतावरी तंत्रिका तंत्र को मजबूत करने और एनर्जी के लेवल को बढ़ाने में मदद करती है. यह मूड को बेहतर बनाने और चिंता को कम करने में भी मदद कर सकती है.
तुलसी यह एक जड़ी-बूटी है जो तनाव और चिंता को कम करने में मदद करती है. यह मूड को बेहतर बनाने और इम्यून सिस्टम को मजबूत करने में भी मदद कर सकती है.
जटामांसी एक जड़ी-बूटी है जो दिमाग को शांत करने और अनिद्रा को कम करने में मदद करती है. यह चिंता और डिप्रेशन को कम करने में भी मदद कर सकती है.
इन जड़ी-बूटियों का उपयोग चाय, कैप्सूल या पाउडर के रूप में किया जा सकता है. इन जड़ी-बूटियों का उपयोग करने से पहले डॉक्टर या आयुर्वेदिक चिकित्सक से सलाह लेना महत्वपूर्ण है.