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Vote / Poll

BJP और Congress के बीच क्या Rajasthan में Aam Aadmi Party अपनी जगह बना पाएगी ?

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अब जनता कांग्रेस-भाजपा से परेशान हो चुकी है
30%
'आप' की वजह से कांग्रेस और भाजपा में चिंता है
10%
केजरीवाल राजस्थान में कामयाब नहीं हो पाएंगे
90%
राजस्थान में भी 'आप' की सरकार बननी चाहिए
70%
Total count : 138

Vote / Poll

डेगाना विधानसभा क्षेत्र से आप किसको भाजपा का जिताऊँ प्रत्याशी मानते है ?

अजय सिंह किलक
56%
शिव देशवाल
26%
अन्य
18%
Total count : 7524

Vote / Poll

कर्नाटक का मुख्यमंत्री किसे बनाया जा सकता है?

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सिद्देरमैया
67%
डीके शिवकुमार
13%
मल्लिकार्जुन खड़गे
13%
बता नहीं सकते
7%
Total count : 15

Vote / Poll

फिल्मों के विवादित होने के क्या कारण हैं?

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समुदाय विशेष को टारगेट करना
33%
राजनीतिक लाभ लेने के लिए
11%
फिल्मों को हिट करने के लिए
44%
कुछ बता नहीं सकते
11%
Total count : 9

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15 जनवरी को मनाया जाएगा मकर संक्रांति का त्योहार

15 जनवरी को मनाया जाएगा मकर संक्रांति का त्योहार
Pooja Parmar
January 10, 2024

हिंदू संस्कृति में त्योहारों की शुरुआत करने वाला साल का सबसे पहला और खास मकर संक्रांति का त्योहार इस बार 15 जनवरी को मनाया जाएगा. सूर्यदेव की आराधना को समर्पित मकर संक्रांति का त्यौहार 77 साल बीतने के बाद पहली बार विशेष योग के चलते 15 जनवरी को मनाया जाएगा, नहीं तो यह त्यौहार हर साल 13 या 14 जनवरी को मनाया जाता है. इस साल सूर्यदेव 14 जनवरी की आधी रात्रि व 15 जनवरी की सुबह को धनु से मकर राशि में प्रवेश करेंगे. इसलिए मकर संक्रांति का त्यौहार 15 जनवरी को मनाया जाएगा.

सूर्य देव इस बार धनु से मकर राशि में 15 तारीख की सुबह और 14 तारीख की रात 2:44 पर प्रवेश करेंगे. मकर राशि में पूर्णतया सूर्यदेव इस बार 15 तारीख की सुबह तक ही होंगे. इसलिए यह त्यौहार 15 जनवरी को ही मनाया जाएगा. पं हरीमोहन शर्मा ने बताया काफ़ी सालों से 14 जनवरी को मनाए जाने वाला यह त्यौहार इस वर्ष 77 साल बाद विशेष योग बनने के बाद 15 जनवरी को मनाया जाएगा और अब आने वाले 77 सालों तक यह तो त्यौहार 15 जनवरी को ही मनाया जाएगा.

मकर संक्रांति के त्यौहार पर वैसे तो दान का विशेष महत्व रहता है, लेकिन सूर्योदय से पहले इस दिन कुछ खास वस्तुओं से स्नान किया जाए तो वह भी काफी ज्यादा असरदार साबित होता है. पंडित हरिमोहन शर्मा ने बताया कि संक्रांति के दिन सूर्योदय से पहले उठकर तिली को पीसकर या तिली के तेल से स्नान जरूर करना चाहिए. तेल स्नान का इस दिन विशेष महत्व माना जाता हैं. मान्यता अनुसार इस दिन तिली के स्नान से सारे पाप और शरीर का मैल पूरी तरह से उतर जाता है. तेल स्नान के बाद ही इस दिन जल स्नान करके सूर्य देव को अरघ देनी चाहिए.

पंडित हरिमोहन शर्मा बताते हैं कि मकर संक्रांति पर दान – पुण्य का विशेष महत्व माना जाता हैं. लेकिन इस दिन व्यक्ति को खास रूप से अपने बुरे कर्मों का दान करना चाहिए, यहीं दान सबसे ज्यादा फायदेमंद हैं. इसके अलावा उन्होंने बताया कि मकर संक्रांति के दिन व्यक्ति पर जिस चीज की अधिकता है. जैसे पैसा, धन, वस्त्र, भूमि,मकान, भोजन उसका भी दान किया जा सकता हैं.

 

15 जनवरी को मनाया जाएगा मकर संक्रांति का त्योहार