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मौसम और राजनीति का कॉम्पिटीशन चल रहा है..कौन कब कितना बदले पता ही नहीं चल रहा है..दिन में तेज धूप थी और अब देखो तो बिजली कड़क रही है और शहर बारिश से तर हो रहा है..ये शब्द हमारे नहीं पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के OSD रहे लोकेश शर्मा के हैं. जैसा कि, आप जानते ही हैं इन दिनों राजस्थान की राजनीति में बड़े ही उतार चढ़ाव देखने को मिल रहे हैं. राजस्थान का मौसम भी इन दिनों कुछ ऐसा ही है. एक एक करके राजस्थान कांग्रेस के नेताओं की नाराजगी उजागर हो रही है. अब भाजपा ने भी कांग्रेस के नेताओं के लिए द्वार खोल दिए हैं.
हाल ही में कांग्रेस के वरीष्टम नेताओं में शुमार महेंद्रजीत सिंह मालवीय का नाम शामिल है. उन्होंने भाजपा का दामन थाम लिया है. कई कांग्रेस के नेताओं की प्रतिक्रिया सामने आई. और अब लोकेश शर्मा ने भी प्रतिक्रिया दी हैऔऱ प्रतिक्रिया भी ऐसी कि, बगैर नाम लिए ही पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट का उदाहरण दे दिया. लोकेश शर्मा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा- जिनको निकम्मा-नकारा, गद्दार कहा वो आज भी मजबूती से साथ खड़े हैं। वहीं जो खासमखास बताए जाते थे वो पाला बदल चुके हैं...राजनीति में जो जताया जाए वो होता नहीं, जो वास्तव में होता है वो दिखता नहीं..!!.. इस ट्वीट से कई तरह के कयास लगाए जाने लगे. इससे एक बात ये भी साफ हो गई कि, जो बात पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, सचिन पायलट के लिए कहा करते थे उसका समर्थन उनके osd लोकेश शर्मा भी नहीं करते थे. इसे सचिन पायलट की साइड लेने के तौर पर भी देखा जा रहा है.
पायलट समर्थक उनकी तारीफ कर रहे हैं तो वहीं गहलोत समर्थक उनके इस विचार की निंदा कर रहे हैं. क्योंकि, आप जानते ही हैं अशोक गहलोत ने ही कईबार सचिन पायलट के लिए नाकारा निकम्मा जैसे शब्दों का प्रयोग किया है. इसी तरह एक्स पर एक औऱ पोस्ट करके लिखा कांग्रेसी था कांग्रेसी हूँ और कांग्रेसी रहूंगा..रही बात बोलने की तो अपनों को सच दिखाऊंगा चाहे मेरी कितनी बुराई करें और विपक्ष को रोज आईना दिखाऊंगा, जनहित में बोलते हुए हर मुद्दे पे याद दिलाऊंगा उनको उन्हीं के शब्द और वादे। आपको बता दें कि, जैसे ही महेंद्रजीत सिंह मालवीय भाजपा में शामिल हुए वैसे ही कई नेताओं के मन में यही चल रहा है कि, कांग्रेस पार्टी को कौनसा नेता अलविदा कह दे किसी को नहीं पता. जब भी सवाल उठते हैं तो सब उसका सपष्टीकरण भी देते हैं. अब लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस पार्टी अपनेसंगठन को कैसे मजबूत कर पाती है ये देखने वाली बात होगी.