Dark Mode

Vote / Poll

BJP और Congress के बीच क्या Rajasthan में Aam Aadmi Party अपनी जगह बना पाएगी ?

View Results
अब जनता कांग्रेस-भाजपा से परेशान हो चुकी है
30%
'आप' की वजह से कांग्रेस और भाजपा में चिंता है
9%
केजरीवाल राजस्थान में कामयाब नहीं हो पाएंगे
90%
राजस्थान में भी 'आप' की सरकार बननी चाहिए
70%
Total count : 138

Vote / Poll

डेगाना विधानसभा क्षेत्र से आप किसको भाजपा का जिताऊँ प्रत्याशी मानते है ?

अजय सिंह किलक
56%
शिव देशवाल
26%
अन्य
18%
Total count : 7524

Vote / Poll

कर्नाटक का मुख्यमंत्री किसे बनाया जा सकता है?

View Results
सिद्देरमैया
67%
डीके शिवकुमार
13%
मल्लिकार्जुन खड़गे
13%
बता नहीं सकते
7%
Total count : 15

Vote / Poll

फिल्मों के विवादित होने के क्या कारण हैं?

View Results
समुदाय विशेष को टारगेट करना
33%
राजनीतिक लाभ लेने के लिए
11%
फिल्मों को हिट करने के लिए
44%
कुछ बता नहीं सकते
11%
Total count : 9

Newsletter

Subscribe to our mailing list to get the new updates!

आरक्षण की मांग को लेकर सैनी समाज के आंदोलनकारी ने फंदा लगाकर जान दी, सुसाइड नोट में लिखा- 12 फीसदी आरक्षण लेकर रहेंगे

The Fact India: राजस्‍थान के भरतपुर में 12 फीसदी आरक्षण को लेकर सैनी-माली समाज का प्रदर्शन मंगलवार को पांचवें दिन भी जारी है। इसी बीच, मंगलवार को सैनी समाज के एक आंदोलनकारी ने आंदोलनस्थल अरोदा गांव के पास चह गांव में नेशनल हाईवे-21 के किनारे पेड़ से फंदा लगाकर आत्‍महत्‍या कर ली। उसकी जेब से मिले पर्चे पर लिखा था- 'ज्योतिबा फुले अमर रहे, 12 प्रतिशत आरक्षण लेकर रहेंगे।' मृतक की पहचान नजदीकी गांव ललिता मुड़िया निवासी मोहन सिंह के रूप में हुई है। शव को सुबह एंबुलेंस से नदबई हॉस्पिटल ले जाया गया है। शव को भरतपुर के राय बहादुर मेमोरियल (आरबीएम) अस्पताल की मॉर्च्युरी में रखवाया गया है। मोहन सिंह सैनी समाज से था और आंदोलन में शामिल था।

 

आरक्षण की मांग को लेकर पिछले पांच दिनों से जारी माली समाज के आंदोलन में सोमवार को फूट नजर आई। जेल से रिहा हुए फुले आरक्षण संघर्ष समिति के संयोजक व आंदोलन के अगुवा मुरारी लाल सैनी जयपुर-आगरा हाईवे पर पहुंचे। उन्होंने आंदोलनकारियों से हाईवे खाली करने के लिए बोला। हालांकि आंदोलनकारियों ने हाईवे से हटने को मना कर दिया। माली, सैनी, कुशवाह, शाक्य, मौर्य और काछी समाज के लोगों ने 12 प्रतिशत आरक्षण की मांग को लेकर एनएच-21 को भरतपुर के अरोदा और बेरी गांव के बीच हाईवे को बंद कर रखा है।

 

सोमवार दोपहर एक बजे आंदोलन संयोजक के नेता मुरारी लाल सैनी और शैलेंद्र कुशवाह समेत 16 लोगों को भरतपुर की सेवर और करौली की जेल से रिहा कर दिया गया था। मुरारी लाल सैनी और शैलेंद्र कुशवाहा भरतपुर से आंदोलन स्थल अरोदा गांव पहुंचे तो आंदोलनकारियों ने दोनो नेताओं को कंधों पर उठा लिया। इस दौरान हाईवे खाली करने को लेकर नेताओं के बीच काफी लंबी बात हुई। आखिरकार चार बजे मुरारी लाल सैनी ने घोषणा की कि हम हाईवे खाली कर रहे हैं। लेकिन आंदोलन जारी रहेगा। हम हाईवे से 500 मीटर दूर बैठेंगे। एक कमेटी बनेगी जो जयपुर जाकर आरक्षण के संबंध में सरकार से वार्ता करेगी। इस पर आंदोलनकारियों में से अधिकतर ने हाईवे खाली करने का विरोध किया और वार्ता होने तक हाईवे पर ही डटे रहने की बात कही।

 

सरकार से बातचीन करने के लिए सोमवार शाम 21 सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया है। सरकार की शर्त है कि पहले हाईवे खाली किया जाए, उसके बाद वार्ता संभव होगी। वहीं, आंदोलनकारियों ने साफ कह दिया है कि पहले उनकी मांगें मानी जाएं, उसके बाद ही हाईवे से हटेंगे। 21 सदस्यीय कमेटी में मुरारी लाल सैनी, शैलेंद्र कुशवाह, बदन सिंह कुशवाह, पप्पू भाई प्रधान, मोहर सिंह, सचिन, भागचंद, नानगचंद, मुकेश, पवन, आरएस, किशोर पायोथी, वीरेंद्र, पूरण, विनोद, सुरेश ठेकेदार, गिर्राज प्रसाद, पुरुषोत्तम खेड़ली, जीतू, भगवान सिंह शामिल हैं।

 

आरक्षण की मांग को लेकर सैनी समाज के आंदोलनकारी ने फंदा लगाकर जान दी, सुसाइड नोट में लिखा- 12 फीसदी आरक्षण लेकर रहेंगे

You May Also Like