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Vote / Poll

BJP और Congress के बीच क्या Rajasthan में Aam Aadmi Party अपनी जगह बना पाएगी ?

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अब जनता कांग्रेस-भाजपा से परेशान हो चुकी है
30%
'आप' की वजह से कांग्रेस और भाजपा में चिंता है
10%
केजरीवाल राजस्थान में कामयाब नहीं हो पाएंगे
90%
राजस्थान में भी 'आप' की सरकार बननी चाहिए
70%
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Vote / Poll

डेगाना विधानसभा क्षेत्र से आप किसको भाजपा का जिताऊँ प्रत्याशी मानते है ?

अजय सिंह किलक
56%
शिव देशवाल
26%
अन्य
18%
Total count : 7524

Vote / Poll

कर्नाटक का मुख्यमंत्री किसे बनाया जा सकता है?

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सिद्देरमैया
67%
डीके शिवकुमार
13%
मल्लिकार्जुन खड़गे
13%
बता नहीं सकते
7%
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Vote / Poll

फिल्मों के विवादित होने के क्या कारण हैं?

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समुदाय विशेष को टारगेट करना
33%
राजनीतिक लाभ लेने के लिए
11%
फिल्मों को हिट करने के लिए
44%
कुछ बता नहीं सकते
11%
Total count : 9

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महाकाल की निकली पहली सवारी, भगवान श्री महेश को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया; कलेक्टर ने किया पूजा, मनमहेश के रूप में भक्तों को दर्शन दिए

महाकाल की निकली पहली सवारी, भगवान श्री महेश को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया; कलेक्टर ने किया पूजा, मनमहेश के रूप में भक्तों  को दर्शन दिए
Santosh Pandey
July 10, 2023

The Fact India: सावन महीने के पहले सोमवार को उज्जैन में राजाधिराज भगवान महाकाल की सवारी निकली। जय महाकाल के उद्घोष के साथ यह सवारी प्रारंभ हुई। सवारी मंदिर परिसर से होते हुए मंदिर के मुख्य गेट पर पहुंची। कलेक्टर ने भगवान महाकाल का पूजन किया। इसके बाद सशस्त्र पुलिस बल के जवानों द्वारा भगवान श्री महेश को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। बाबा महाकाल को सलामी देने की यह परंपरा वर्षों से चली आ रही है।

 

शिप्रा तट रामघाट पर जैसे ही बाबा महाकाल की सवारी पहुंची, वैसे ही दत्त अखाड़ा क्षेत्र और रामघाट क्षेत्र पर बाबा महाकाल के दर्शन करने के लिए उमड़े। श्रद्धालुओं ने बाबा की एक झलक देखने के साथ ही जय श्री महाकाल का उद्घोष किया। यहां पर बाबा महाकाल का मां शिप्रा के जल से पूजन अर्चन किया जाएगा। आरती की जाएगी और फिर सवारी यही से महाकाल मंदिर जाने के लिए फिर से शुरू होगी।

 

सावन की पहली सवारी में बाबा महाकाल ने मनमहेश के रूप में भक्तों को दर्शन दिए। जगह-जगह बाबा महाकाल का फूल बरसाकर स्वागत किया गया। सवारी महाकाल चौराहे से शुरू होकर हरसिद्धि होते हुए रामघाट पहुंची। जहां क्षिप्रा नदी के जल से बाबा महाकाल का अभिषेक-पूजन किया गया। यहां से सवारी वापस श्री महाकालेश्वर मंदिर लौटीं। 

 

बाबा महाकाल की सवारी सोमवार शाम ठीक 4 बजे मंदिर से निकली। यहां कड़ाबीन (एक प्रकार की बंदूक, जिसमें बारूद भरकर फायर करते हैं। इससे बाबा महाकाल को सलामी दी जाती है) की परंपरा के साथ सवारी का आगाज हुआ। यहां सरकारी पुजारी घनश्याम पुजारी ने पूजा की। इस दौरान कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम, एसपी सचिन शर्मा, विधायक पारस जैन, महापौर मुकेश टटवाल समेत कई अधिकारी, नेता और अन्य लोग मौजूद रहे।

 

सोमवार को सुबह से ही महाकाल मंदिर में दर्शन के लिए भक्तों की भीड़ लगी रही। भीड़ बढ़ती देख भस्म आरती के लिए रात 2.30 बजे महाकाल मंदिर के पट खोल दिए गए। भस्म आरती में भगवान महाकाल का पंचामृत अभिषेक पूजन कर विशेष श्रृंगार हुआ।

महाकाल की निकली पहली सवारी, भगवान श्री महेश को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया; कलेक्टर ने किया पूजा, मनमहेश के रूप में भक्तों  को दर्शन दिए