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Vote / Poll

BJP और Congress के बीच क्या Rajasthan में Aam Aadmi Party अपनी जगह बना पाएगी ?

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अब जनता कांग्रेस-भाजपा से परेशान हो चुकी है
30%
'आप' की वजह से कांग्रेस और भाजपा में चिंता है
9%
केजरीवाल राजस्थान में कामयाब नहीं हो पाएंगे
90%
राजस्थान में भी 'आप' की सरकार बननी चाहिए
70%
Total count : 138

Vote / Poll

डेगाना विधानसभा क्षेत्र से आप किसको भाजपा का जिताऊँ प्रत्याशी मानते है ?

अजय सिंह किलक
56%
शिव देशवाल
26%
अन्य
18%
Total count : 7524

Vote / Poll

कर्नाटक का मुख्यमंत्री किसे बनाया जा सकता है?

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सिद्देरमैया
67%
डीके शिवकुमार
13%
मल्लिकार्जुन खड़गे
13%
बता नहीं सकते
7%
Total count : 15

Vote / Poll

फिल्मों के विवादित होने के क्या कारण हैं?

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समुदाय विशेष को टारगेट करना
33%
राजनीतिक लाभ लेने के लिए
11%
फिल्मों को हिट करने के लिए
44%
कुछ बता नहीं सकते
11%
Total count : 9

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जयशंकर के यूरोपियन माइंटसेट वाले बयान का जर्मनी ने किया समर्थन, शोल्ज बोले- हम इससे सहमत

The Fact India: यूरोप के स्लोवाकिया में भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर के ‘यूरोपियन माइंडसेट’ वाले दिए बयान पर जर्मनी के चांसलर ने सहमति जताई है। जर्मनी के म्यूनिख शहर हुई सिक्योरिटी काउंसिल में चांसलर ओलाफ शोल्ज ने कहा कि जयंशकर की विचारधारा में बदलाव वाली बात में दम है।

बता दें कि भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर जून 2022 में यूरोप के स्लोवाकिया पहुंचे थे। यहां उन्होंने कहा था कि यूरोप को इस मानसिकता से बाहर निकलना होगा कि यूरोप की समस्याएं दुनिया की समस्याएं हैं, लेकिन दुनिया की समस्याएं यूरोप की समस्याएं नहीं हैं। जर्मन चांसलर ने कहा कि विदेश मंत्री जयशंकर के स्‍लोवाकिया में दिए बयान को इस साल की म्यूनिख सिक्योरिटी काउंसिल की रिपोर्ट में शामिल किया गया है। अगर बड़ी ताकतें अंतरराष्‍ट्रीय संबंधों को अपने मुताबिक ढालना चाहती हैं, तो यह केवल यूरोप की समस्या नहीं है।

जर्मन चांसलर शोल्ज ने कहा कि सभी देशों के हितों में काम करने करने के लिए हमें साथ आना होगा। सभी देशों की चिंताओं को दूर करना होगा। मैं वास्तव में इन क्षेत्रों में मिलकर काम करना चाहता हूं। इससे भुखमरी और गरीबी जैसी चुनौतियों का समाधान खोजा जा सकता है। कुछ चुनौतियां रूस-यूक्रेन जंग के साथ-साथ क्लाइमेट चेंज और कोविड-19 के कारण भी सामने आई हैं।

भारत ने गेहूं निर्यात पर बैन लगा रखा है। चीन ने भारत के इस फैसले का समर्थन किया था। दुनियाभर मे इसको लेकर किए जा रहे दुष्प्रचार पर जयशंकर ने जून 2022 में कहा था कि भारत ने इस साल अब तक 23 देशों को गेहूं का निर्यात किया है। मैं पूछता हूं अमेरिका और यूरोपीय देश ईरान के तेल को बाजार में क्यों नहीं आने दे रहे हैं? वे क्‍यों नहीं वेनेजुएला को बाजार में अपना तेल बेचने दे रहे हैं? जयशंकर ने यह भी कहा था कि अमेरिका और यूरोप ने हमारे पास तेल के जो भी स्रोत हैं, उसे निचोड़ लिया है। अब वे कह रहे हैं कि आप हमारे पास आइए हम सबसे अच्छी डील देंगे। मैं नहीं समझता हूं कि यह एक ठीक रवैया है।

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