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Vote / Poll

BJP और Congress के बीच क्या Rajasthan में Aam Aadmi Party अपनी जगह बना पाएगी ?

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अब जनता कांग्रेस-भाजपा से परेशान हो चुकी है
30%
'आप' की वजह से कांग्रेस और भाजपा में चिंता है
11%
केजरीवाल राजस्थान में कामयाब नहीं हो पाएंगे
90%
राजस्थान में भी 'आप' की सरकार बननी चाहिए
70%
Total count : 143

Vote / Poll

डेगाना विधानसभा क्षेत्र से आप किसको भाजपा का जिताऊँ प्रत्याशी मानते है ?

अजय सिंह किलक
56%
शिव देशवाल
26%
अन्य
18%
Total count : 7528

Vote / Poll

कर्नाटक का मुख्यमंत्री किसे बनाया जा सकता है?

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सिद्देरमैया
67%
डीके शिवकुमार
17%
मल्लिकार्जुन खड़गे
11%
बता नहीं सकते
6%
Total count : 18

Vote / Poll

फिल्मों के विवादित होने के क्या कारण हैं?

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समुदाय विशेष को टारगेट करना
38%
राजनीतिक लाभ लेने के लिए
15%
फिल्मों को हिट करने के लिए
38%
कुछ बता नहीं सकते
8%
Total count : 13

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जानें काल भैरव अष्टमी के शुभ मुहूर्त

The Fact India : इस साल kaal bhairav अष्टमी 19 नवंबर, मंगलवार को मनाई जाएगी। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, इस दिन जो भी भक्तजन भगवान काल भैरव की पूजा-अर्चना करता है उसकी सभी मनोकामना व  रोग-दोष दूर हो जाते हैं। चलिए जानते हैं काल भैरव अष्टमी का पूजा का शुभ मुहूर्त –

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काल भैरव के शुभ मुहूर्त – काल भैरव अष्टमी की शुरुआत 19 नवंबर को शाम 3 बजकर 35 मिनट पर है। काल भैरव अष्टमी का समापन दिनांक 20 नवंबर को दोपहर 1 बजकर 41मिनट पर होगा।

मान्यता है कि काल -भैरव का उपवास करने वालों को सुबह नहा – धोकर पितरों को श्राद्ध व तर्पण देने के बाद भगवान काल भैरव की पूजा अर्चना करनी चाहिए। ऐसा करने से आपकी सभी मनोकामना पूरी होती है।

मान्यता है कि भगवान kaal bhairav का वाहन कुत्ता है इसलिए जब व्रती व्रत खोलें तो उसे अपने हाथ से कुछ पकवान बनाकर कुत्ते को भोग अवश्य लगाना चाहिए।

ऐसा करने से भगवान काल भैरव (kaal bhairav) की कृपा होती है। पूरे मन से काल भैरव भगवान की पूजा करने पर भूत, पिचाश और जीवन में आने वाली सभी बाधाएं अपने आप ही दूर होने लगती हैं ।

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