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Vote / Poll

BJP और Congress के बीच क्या Rajasthan में Aam Aadmi Party अपनी जगह बना पाएगी ?

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अब जनता कांग्रेस-भाजपा से परेशान हो चुकी है
30%
'आप' की वजह से कांग्रेस और भाजपा में चिंता है
10%
केजरीवाल राजस्थान में कामयाब नहीं हो पाएंगे
90%
राजस्थान में भी 'आप' की सरकार बननी चाहिए
70%
Total count : 138

Vote / Poll

डेगाना विधानसभा क्षेत्र से आप किसको भाजपा का जिताऊँ प्रत्याशी मानते है ?

अजय सिंह किलक
56%
शिव देशवाल
26%
अन्य
18%
Total count : 7524

Vote / Poll

कर्नाटक का मुख्यमंत्री किसे बनाया जा सकता है?

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सिद्देरमैया
67%
डीके शिवकुमार
13%
मल्लिकार्जुन खड़गे
13%
बता नहीं सकते
7%
Total count : 15

Vote / Poll

फिल्मों के विवादित होने के क्या कारण हैं?

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समुदाय विशेष को टारगेट करना
33%
राजनीतिक लाभ लेने के लिए
11%
फिल्मों को हिट करने के लिए
44%
कुछ बता नहीं सकते
11%
Total count : 9

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सूर्य ग्रहण से ऑस्ट्रेलिया में छाया अंधेरा, साल के पहले सूर्य ग्रहण का असर इंडोनेशिया में भी दिखा, भारत में नहीं रहा असर

The Fact India: साल का पहला सूर्य ग्रहण गुरुवार को खत्म हो गया। भारत में सूर्य ग्रहण का असर नहीं दिखा। सुबह 7 बजकर 4 मिनट पर सूर्य ग्रहण की शुरुआत हुई थी, जो 12 बजकर 29 मिनट तक जारी रहा। ऑस्ट्रेलिया और इसके आस-पास के इलाकों में सूर्य ग्रहण का ज्यादातर असर दिखा। ऑस्‍ट्रेलिया में 9 बजकर 4 मिनट पर पूरी तरह से अंधेरा छा गया था। सूर्य ग्रहण के प्रभाव को इंडोनेशिया में भी देखा गया। इस सूर्य ग्रहण को काफी रेयर और हाइब्रिड बताया जा रहा है।

 

भारत में सूर्य ग्रहण नहीं दिखा। हालांकि कई लोगों ने ऑनलाइन इस सूर्य ग्रहण का नज़ारा देखा। भारत में इस सूर्य ग्रहण के नहीं दिखने की वजह रही सूर्य और धरती के बीच चांद के आने की स्थिति और इसका समय। इस साल का अगला सूर्य ग्रहण 14 अक्टूबर को होगा। यह एक वार्षिक सूर्य ग्रहण होगा ऐसे में चांद की वजह से सूर्य पूरी तरह से कवर नहीं होगा। साथ ही इसे दुनिया के ज़्यादातर देशों में देखा जा सकेगा।

 

ऑस्ट्रेलिया के एक्समाउथ में पूर्ण सूर्यग्रहण को देखने के लिए लोगों की भारी भीड़ जुटी। लोगों ने अपने बाइनाकुलर्स और टेलिस्कोप से ग्रहण को देखा। यूनिवर्सिटी ऑफ वेस्टर्न ऑस्ट्रेलिया के प्रोफेसर सेबाइन बेलस्टेड ने बताया कि पूर्ण ग्रहण से पहले धीरे-धीरे अंधेरा छाने लगा था। इस दौरान ग्रहण देखने आए लोग बिल्कुल शांत हो गए। तापमान भी कम होने लगा और हवा का बहाव रुक गया।

 

सूर्य ग्रहण को देखने के लिए दूसरे देशों से भी लोग आए थे। इनमें कई वैज्ञानिक भी शामिल थे। एस्ट्रोनॉमिकल फोटोग्राफर कैथरीन ने बताया कि दुनिया के अलग-अलग इलाकों से वैज्ञानिक ग्रहण को देखने के लिए ऑस्ट्रेलिया आए थे। उन्होंने कहा कि जब सब लोग सूर्य ग्रहण देखने के लिए अपना सामना निकाल रहे थे तो मैनें पक्षियों की हलचल को नोटिस करना शुरू किया। उन्होंने बताया कि जैसे-जैसे अंधेरा होने लगा पक्षी खुद को छिपाने लगे। वो एकदम से शांत हो गए।


हाइब्रिड सूर्य ग्रहण में दो तरह से ग्रहण दिखता है, पहला जिसमें चंद्रमा पूरी तरह से सूरज को ढक लेता है और अंधेरा छा जाता है, दूसरे में चांद के सामने आने से सूरज की सिर्फ आउट लाइन दिखाई देती है, जिसे सोलर रिंग कहा जाता है। हाइब्रिड ग्रहण में ये ऐसा एक साथ होता है, जो सदी में कभी-कभार ही दिखाई देता है। हाइब्रिड सूर्य ग्रहण अगली बार 2031 में दिखाई देगा।

सूर्य ग्रहण से ऑस्ट्रेलिया में छाया अंधेरा, साल के पहले सूर्य ग्रहण का असर इंडोनेशिया में भी दिखा, भारत में नहीं रहा असर

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