Dark Mode

Vote / Poll

BJP और Congress के बीच क्या Rajasthan में Aam Aadmi Party अपनी जगह बना पाएगी ?

View Results
अब जनता कांग्रेस-भाजपा से परेशान हो चुकी है
30%
'आप' की वजह से कांग्रेस और भाजपा में चिंता है
10%
केजरीवाल राजस्थान में कामयाब नहीं हो पाएंगे
90%
राजस्थान में भी 'आप' की सरकार बननी चाहिए
70%
Total count : 138

Vote / Poll

डेगाना विधानसभा क्षेत्र से आप किसको भाजपा का जिताऊँ प्रत्याशी मानते है ?

अजय सिंह किलक
56%
शिव देशवाल
26%
अन्य
18%
Total count : 7524

Vote / Poll

कर्नाटक का मुख्यमंत्री किसे बनाया जा सकता है?

View Results
सिद्देरमैया
67%
डीके शिवकुमार
13%
मल्लिकार्जुन खड़गे
13%
बता नहीं सकते
7%
Total count : 15

Vote / Poll

फिल्मों के विवादित होने के क्या कारण हैं?

View Results
समुदाय विशेष को टारगेट करना
33%
राजनीतिक लाभ लेने के लिए
11%
फिल्मों को हिट करने के लिए
44%
कुछ बता नहीं सकते
11%
Total count : 9

Newsletter

Subscribe to our mailing list to get the new updates!

बॉस्केटबॉल खिलाड़ी से सियासत तक... करणी सेना के संस्थापक लोकेंद्र सिंह कालवी का सफर

The Fact India: राजपूत करणी सेना के संस्‍थापक लोकेंद्र सिंह कालवी का सोमवार देर रात निधन हो गया। जोधा अकबर और पद्मावत जैसी फिल्‍मों का विरोध कर लोकेंद्र सिंह सुर्खियों में आए थे। 2006 में कालवी ने करणी सेना की नींव रखी थी। उनके बॉस्‍केटबॉल खिलाड़ी से सियासत तक के सफर की कहानी बताते हैं...

सियासी परिवार में कालवी का जन्‍म
लोकेंद्र सिंह कालवी का जन्‍म राजस्‍थान के नागौर जिले के कालवी गांव में हुआ था। लोकेंद्र सिंह के पिता कल्‍याण सिंह कालवी केंद्र सरकार (चंद्रशेखर सिंह) और राजस्‍थान सरकार में थोड़े-थोड़े समय के लिए मंत्री रहे थे। सती आंदोलन में कालवी के पिता ने सक्रिय भूमिका निभाई थी।

बॉस्‍केटबॉल के खिलाड़ी थे कालवी
लोकेंद्र सिंह कालवी की पढ़ाई अजमेर के मेयो कॉलेज में हुई थी। हिंदी और अंग्रेजी दोनों ही भाषाओं में कालवी अच्‍छी जानकारी रखते थे। कॉलेज के दिनों में कालवी बॉस्‍केटबाल के खिलाड़ी थे। वो कॉलेज के बॉस्‍केटबॉल टीम के सदस्‍य थे। राजस्‍थान में बॉस्‍केटबॉल को लोकप्रिय बनाने वाले भगवान सिंह के लोकेंद्र सिंह कालवी शिष्‍य थे।

रानी पद्माव‍ती का वंशज होने का दावा
लोकेंद्र सिंह कालवी खुद को रानी पद्मावती का वंशज बताते रहे हैं। कालवी ने खुद को रानी पद्मावती की 37वीं पीढ़ी का बताया था। पद्मावती फिल्म का विरोध करते हुए कालवी ने कहा था कि यह कहा जा रहा है कि कोई पद्मावती नहीं थी। अगर ऐसा है तो मैं कहां से आया? मैं पद्मावती की 37वीं पीढ़ी का वंशज हूं।

राजनीति में नहीं हुए थे सफल
भले ही लोकेंद्र सिंह कालवी राजस्थान की सियासत में एक अहम किरदार थे। लेकिन राजनीति में वह कभी सफल नहीं हुए। उन्होंने दो बार लोकसभा का चुनाव लड़ा था, लेकिन दोनों ही बार हार का सामना करना पड़ा। कालवी ने साल 1998 में नागौर लोकसभा सीट से मैदान में उतरे, लेकिन उनको हार का सामना करना पड़ा। कालवी ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) उम्मीदवार के तौर पर बाड़मेर से लोकसभा चुनाव लड़। लेकिन उस बार भी उनको सफलता नहीं मिली। 2003 में कुछ नेताओं के साथ मिलकर कालवी ने सामाजिक न्याय मंच बनाया और ऊंची जातियों के लिए आरक्षण की मुहिम शुरू की। पार्टी ने 2003 विधानसभा चुनाव में 65 सीटों पर उम्मीदवार उतारे। लेकिन चुनाव में सिर्फ एक प्रत्‍याशी की जीत हुई। सामाजिक न्याय मंच को सिर्फ 2.2 फीसदी वोट मिले थे। जल्द ही सामाजिक न्याय मंच से कालवी का मोहभंग हो गया।

करणी सेना का गठन
लोकेंद्र सिंह कालवी ने विरोध को हथियार बनाया और जाति आधारित आरक्षण से लेकर फिल्मों तक का विरोध किया। साल 2006 में कालवी ने श्री राजपूत करणी सेना बनाई। करणी सेना उस वक्त सुर्खियों में आई, जब उन्होंने फिल्म जोधा अकबर का विरोध शुरू किया। लेकिन इस संगठन ने सबसे ज्यादा सुर्खियां फिल्म पद्मावत का विरोध करके बटोरी। देशभर में लोकेंद्र सिंह कालवी और करणी सेना को जाना जाने लगा।

बॉस्केटबॉल खिलाड़ी से सियासत तक... करणी सेना के संस्थापक लोकेंद्र सिंह कालवी का सफर

You May Also Like