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Vote / Poll

BJP और Congress के बीच क्या Rajasthan में Aam Aadmi Party अपनी जगह बना पाएगी ?

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अब जनता कांग्रेस-भाजपा से परेशान हो चुकी है
30%
'आप' की वजह से कांग्रेस और भाजपा में चिंता है
9%
केजरीवाल राजस्थान में कामयाब नहीं हो पाएंगे
90%
राजस्थान में भी 'आप' की सरकार बननी चाहिए
70%
Total count : 138

Vote / Poll

डेगाना विधानसभा क्षेत्र से आप किसको भाजपा का जिताऊँ प्रत्याशी मानते है ?

अजय सिंह किलक
56%
शिव देशवाल
26%
अन्य
18%
Total count : 7524

Vote / Poll

कर्नाटक का मुख्यमंत्री किसे बनाया जा सकता है?

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सिद्देरमैया
67%
डीके शिवकुमार
13%
मल्लिकार्जुन खड़गे
13%
बता नहीं सकते
7%
Total count : 15

Vote / Poll

फिल्मों के विवादित होने के क्या कारण हैं?

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समुदाय विशेष को टारगेट करना
33%
राजनीतिक लाभ लेने के लिए
11%
फिल्मों को हिट करने के लिए
44%
कुछ बता नहीं सकते
11%
Total count : 9

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राहुल गांधी ने ही 2013 में फाड़ा था अध्यादेश, पास हो जाता तो बच जाती संसद सदस्यता

The Fact India: कांग्रेस नेता राहुल गांधी की संसद सदस्‍यता आज बच जाती, अगर वह 2013 में अपनी ही सरकार का अध्‍यादेश फाड़ा न होता। बात 2013 की है, जब केंद्र में मनमोहन सिंह की सरकार थी। 2013 में सुप्रीम कोर्ट ने फैसला दिया था कि सांसद/विधायक को 2 साल या उससे ज्यादा की सजा मिलने पर उसकी सदस्यता तत्काल प्रभाव से खत्म हो जाएगी।

 

सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ तत्‍कालीन मनमोहन सरकार संसद में एक अध्यादेश लाई। संसद से इस अध्‍यादेश के पास होने के बाद सुप्रीम कोर्ट का उक्‍त फैसला निष्प्रभावी हो जाता। 24 सितंबर 2013 को कांग्रेस सरकार अध्यादेश की खूबियां बताने के लिए एक प्रेस कांफ्रेंस बुलाई थी। इसी प्रेस कांफ्रेंस में राहुल गांधी पहुंचकर कहा था कि ये अध्यादेश बकवास है और इसे फाड़कर फेंक देना चाहिए। उन्होंने अध्यादेश की कॉपी को फाड़ दिया था। इसके बाद मनमोहन सरकार ने ये अध्यादेश वापस ले लिया था।

राहुल गांधी पर मानहानि के अभी चार और मुकदमे, फैसला आना बाकी
राहुल गांधी ने 2014 में संघ पर महात्मा गांधी की हत्या का आरोप लगाया था। एक संघ कार्यकर्ता ने राहुल पर आईपीसी की धारा 499 और 500 के तहत मामला दर्ज कराया था। ये केस महाराष्ट्र के भिवंडी कोर्ट में चल रहा है। 2016 में राहुल गांधी ने संघ पर आरोप लगाया था कि 16वीं सदी के असम के वैष्णव मठ बरपेटा सतरा में संघ सदस्यों ने उन्हें प्रवेश नहीं करने दिया। इसके बाद असम के गुवाहाटी में 2016 में ही राहुल गांधी के खिलाफ धारा 499 और 500 के तहत मानहानि का केस दर्ज किया गया था। शिकायतकर्ता के मुताबिक, राहुल गांधी के बयान से संघ की छवि को नुकसान पहुंचा है। ये मामला भी अभी कोर्ट में पेंडिंग है।

 

2018 कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ‘मोदी चोर है’ कहा था। राहुल के इस बयान पर झारखंड की राजधानी रांची में 2018 में राहुल गांधी के खिलाफ एक और केस दर्ज किया गया। ये केस रांची की सब-डिविजनल ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट की कोर्ट में चल रहा है। राहुल के खिलाफ आईपीसी की धारा 499 और 500 के तहत 20 करोड़ रुपए मानहानि का केस दर्ज है।

 

महाराष्ट्र में एक और मानहानि का केस 2018 में ही राहुल गांधी पर दर्ज हुआ। केस संघ के कार्यकर्ता ने दायर किया था। ये मामला मझगांव स्थित शिवड़ी कोर्ट में चल रहा है। आईपीसी की धारा 499 और 500 के तहत मानहानि का केस दर्ज है। राहुल पर आरोप है कि उन्होंने गौरी लंकेश की हत्या को भाजपा और संघ की विचारधारा से जोड़ा।

राहुल गांधी ने ही 2013 में फाड़ा था अध्यादेश, पास हो जाता तो बच जाती संसद सदस्यता

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