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संकटों से घिरी गहलोत सरकार, कैसे पड़ेगी पार !
- May 2, 2022 Author : Team Fact India JP
The Fact India : सियासत वाकई मौका परस्ती का खेल होता है, जिसे जब मौका मिले, बस विपक्ष को घेर लो। अब आप राजस्थान को ही देख लीजिये। इन दिनों राजस्थान के हालातों के बारे में तो आप सभी ही जानते ही होंगे। और देखा ये भी जा रहा हैं कि, सूबे की सरकार के ग्रह-नक्षत्र (Gehlot Government In Trouble) इन दिनों कुछ ठीक नहीं चल रहे हैं। अब ऐसे वक्त में सियासी घमासान होना तो ज़ाहिर सी बात हैं। राज्य सरकार को लगातार एक के बाद एक बड़े संकटों का सामना करना पड़ रहा है। एक संकट से मुक्ति मिलती नहीं है….कि दूसरा संकट तैयार खड़ा मिलता है। कई बार तो परेशानियां चौतरफा हमला भी कर रही हैं….. अब ज़ाहिर – सी बात हैं कि परिवार पर संकट हैं तो मुखिया को समाधान तो ढूंढना ही पड़ेगा। प्रदेश के इन संकटों से निपटने में गहलोत सरकार को भी बहुत वक्त और शक्ति जाया करनी पड़ रही है। वर्तमान की ही अगर बात करें तो सूबे की सरकार के सामने कई ऐसी चुनौतियां हैं जिनसे वह जूझ रही है। समस्याओं को सुलझाने के लिए एक ओर जहां जनता का प्रेशर है तो दूसरी ओर विपक्ष भी लगातार हमलावर हो रहा है।
कुछ संकट ऐसे हैं जिनके लिए राज्य सरकार सीधे तौर पर तो जिम्मेदार नहीं है लेकिन इन संकटों से निजात दिलाना राज्य सरकार की ही जिम्मेदारी है। सरकार इन संकटों से जूझ भी रही है और इनके जल्द से जल्द निस्तारण के प्रयास भी कर रही है…. लेकिन ये संकट (Gehlot Government In Trouble) हैं कि एक के बाद एक थमने का नाम ही नहीं ले रहे हैं। पहले भी कई तरह के संकट सरकार की परेशानी बढ़ा चुके हैं और सरकार उनसे उबरी भी है। लेकिन अब सूबे में विधानसभा चुनाव का माहौल बनने लगा हैं। लिहाजा विपक्ष भी हर मामले को पुरजोर तरीके से उठाने की कोशिश कर रहा है और हर एक मामले में सरकार को सीधे तौर पर घेरा जा रहा है। चलिए अब पहले ये जान लीजिए कि, हमारे प्रदेश में इन दिनों मुख्य संकट या यूं कहे कि, सरकार के सामने मुख्य चुनौतियां कौन – कौनसी हैं.
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इस लिस्ट में सबसे पहले आता हैं, कोयले की कमी… कोयले की कमी से बिजली संकट इन दिनों राजस्थान पर मंडरा रहा हैं। आलम ये हैं कि, इस रिकॉर्ड तोड़ गर्मी में बिजली कटौती (Gehlot Government In Trouble) करनी पड़ रही हैं। ऐसे में गहलोत सरकार के खिलाफ लोगो में रोष पनप रहा हैं। बिजली संकट सरकार के सामने इस समय वाकई बड़ी चुनौती है।
दूसरे संकट की बात करें तो ,ये हैं पानी की परेशानी। भीषण गर्मी में कई जगहों पर पेयजल का संकट (Gehlot Government In Trouble) भी खड़ा हो रहा है। पानी की किल्लत होने से जगह-जगह प्रदर्शन देखने को मिल रहे हैं। और सरकार के सामने इस समस्या को हल करना एक बड़ा टास्क हैं। वहीं, पशुओं के लिए चारे का बंदोबस्त करना भी सरकार के लिए बड़ी चुनौती साबित हो रहा है।
अब बात आती हैं अपराधों की। प्रदेश में बढ़ते अपराध और कानून व्यवस्था के मुद्दों को लेकर भी सरकार को घेरा जा रहा है। जगह-जगह हुई अपराध की बड़ी घटनाओं सरकार की चिंता (Gehlot Government In Trouble) बढ़ी हुई है। अभी हाल ही में करौली के बाद अलवर में हुई घटना ने भी सरकार की परेशानी बढ़ा दी है। जगह-जगह साम्प्रदायिक तनाव और बढ़ता जातिगत भेदभाव भी सरकार के लिए चिंता का विषय बना हुआ है। साथ ही प्रदेश में सामने आ रहे भ्रष्टाचार के बड़े मामलों से भी सरकार काफी चिंतित है।
तो ये हैं कुछ मुद्दे, जिन पर सियासत भी खूब हो रही है। अब आलम ये हैं कि, राजस्थान विधानसभा चुनाव करीब हैं और चुनाव के माहौल में इस तरह के संकट वाकई सरकार के लिए परेशानी का सबब बन सकते हैं। विपक्षी पार्टियां लगातार सरकार को इन मुद्दों पर घेर रही हैं। आरोप – प्रत्यारोप (Gehlot Government In Trouble)का दौर जारी हैं। कभी बयानों के जरिए, तो कभी सोशल मीडिया पर टिप्पणी, तो कभी धरना प्रदर्शन कर विपक्ष लगातार सूबे की सरकार पर हावी हैं। वहीं राज्य सरकार कई मामलों को बीजेपी और केन्द्र सरकार के पाले में डालने की कोशिश भी कर रही हैं। सरकार पर संकट कई तरह के हैं लेकिन सीएम गहलोत की पहचान भी संकटमोचक के तौर पर है। अब ऐसे में उम्मीद की जा रही है कि मौजूदा संकटों से भी सरकार जल्द ही उबर जाएगी। तो जनाब अब देखना यही होगा कि, प्रदेश सरकार इन परेशानियों से कैसे निजात पाती हैं। वरना हो सकता हैं कि, इनका असर आने वाले विधानसभा चुनाव में देखने को मिले.
- Post By Team Fact India