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Vote / Poll

BJP और Congress के बीच क्या Rajasthan में Aam Aadmi Party अपनी जगह बना पाएगी ?

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अब जनता कांग्रेस-भाजपा से परेशान हो चुकी है
30%
'आप' की वजह से कांग्रेस और भाजपा में चिंता है
10%
केजरीवाल राजस्थान में कामयाब नहीं हो पाएंगे
90%
राजस्थान में भी 'आप' की सरकार बननी चाहिए
70%
Total count : 138

Vote / Poll

डेगाना विधानसभा क्षेत्र से आप किसको भाजपा का जिताऊँ प्रत्याशी मानते है ?

अजय सिंह किलक
56%
शिव देशवाल
26%
अन्य
18%
Total count : 7524

Vote / Poll

कर्नाटक का मुख्यमंत्री किसे बनाया जा सकता है?

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सिद्देरमैया
67%
डीके शिवकुमार
13%
मल्लिकार्जुन खड़गे
13%
बता नहीं सकते
7%
Total count : 15

Vote / Poll

फिल्मों के विवादित होने के क्या कारण हैं?

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समुदाय विशेष को टारगेट करना
33%
राजनीतिक लाभ लेने के लिए
11%
फिल्मों को हिट करने के लिए
44%
कुछ बता नहीं सकते
11%
Total count : 9

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सरकार विरोधी धरनों की फंडिंग के आरोप में बेलारूस में नोबेल शांति पुरस्‍कार विजेता को 10 साल की जेल

The Fact India: नोबेल पीस प्राइज जीतने वाले बेलारूस के एलेस बिआलिआत्सकी को कोर्ट ने 10 साल की सजा सुनाई है। एलेस 2022 में नोबेल का पीस प्राइज जीता था। एलेस के अलावा तीन और लोगों को भी बेलारूस सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शनों की फंडिंग करने के आरोप में सजा मिली है।

2020 में हुए प्रदर्शनों के बाद बेलारूस की सरकार ने चारों को गिरफ्तार कर लिया था। ये लोग बेलारूस में अलेक्जेंडर लुकाशेंको के राष्ट्रपति बनने का विरोध कर रहे थे। लुकाशेंको साल 1994 से राष्ट्रपति हैं। उन पर आरोप हैं कि वो गैर-कानूनी तरीकों से विपक्ष को कमजोर कर बार-बार सत्ता में आते हैं।

पिछले साल 2022 में नोबेल कमेटी ने उन्हें नोबेल पीस प्राइज से सम्मानित किया था। कमेटी ने कहा था कि बेलारूस की सरकार ने एलेस बिआलिआत्सकी के विरोध को दबाने के लिए सालों तक कोशिश की। उन्हें कई बार जेल जाना पड़ा था। उनसे नौकरी तक छीन ली गई थी।

देश के बाहर रह रही विपक्ष की नेता स्वीतलाना ने एलेस को मिली सजा को शर्मनाक बताया है। उन्होंने कहा कि एलेस को न्याय दिलाने के लिए हर संभव कोशिश की जानी चाहिए। जिस लुकाशैंको को सत्ता से बाहर करने के लिए एलेस को नोबेल पीस प्राइज मिला है। वो पुतिन के करीबी माने जाते हैं।

यूक्रेन जंग में भी वो रूस का खुलकर साथ दे रहे हैं। लुकाशैंको पर आरोप हैं कि उन्होंने अब तक 1458 राजनीतिक बंदियों को गैर कानूनी तरीकों से जेल में रखा हुआ है। लुकाशैंको यूरोप के आखिरी तानाशाह के तौर पर काफी फेमस हैं।

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