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Vote / Poll

BJP और Congress के बीच क्या Rajasthan में Aam Aadmi Party अपनी जगह बना पाएगी ?

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अब जनता कांग्रेस-भाजपा से परेशान हो चुकी है
30%
'आप' की वजह से कांग्रेस और भाजपा में चिंता है
10%
केजरीवाल राजस्थान में कामयाब नहीं हो पाएंगे
90%
राजस्थान में भी 'आप' की सरकार बननी चाहिए
70%
Total count : 138

Vote / Poll

डेगाना विधानसभा क्षेत्र से आप किसको भाजपा का जिताऊँ प्रत्याशी मानते है ?

अजय सिंह किलक
56%
शिव देशवाल
26%
अन्य
18%
Total count : 7524

Vote / Poll

कर्नाटक का मुख्यमंत्री किसे बनाया जा सकता है?

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सिद्देरमैया
67%
डीके शिवकुमार
13%
मल्लिकार्जुन खड़गे
13%
बता नहीं सकते
7%
Total count : 15

Vote / Poll

फिल्मों के विवादित होने के क्या कारण हैं?

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समुदाय विशेष को टारगेट करना
33%
राजनीतिक लाभ लेने के लिए
11%
फिल्मों को हिट करने के लिए
44%
कुछ बता नहीं सकते
11%
Total count : 9

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राजस्थान में सियासी संकट: हाईकोर्ट का विधानसभा अध्यक्ष को नोटिस

The Fact India: 91 कांग्रेसी विधायकों के सामूहिक इस्तीफे मामले में मंगलवार को राजस्थान हाईकोर्ट ने विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी और सचिव को नोटिस जारी कर दिया है। हाईकोर्ट के इस जवाब-तलब को प्रदेश में जारी सियासी संकट के बीच झटका माना जा रहा है। विधानसभा में उपनेता प्रतिपक्ष व चूरू से विधायक राजेंद्र राठौड़ की जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए हाईकोर्ट की जयपुर बेंच ने नोटिस जारी किया है।

गौरतलब है कि 91 कांग्रेसी विधायकों के इस्तीफे स्पीकर के पास पेंडिंग पड़ा हुआ है। इसके खिलाफ भाजपा नेता राठौड़ ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। जस्टिस एमएम श्रीवास्तव और विनोद कुमार भारवानी की बेंच ने राजेंद्र राठौड़़ की जनहित याचिका पर सुनवाई की। राठौड़ अपने केस की खुद पैरवी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि 91 कांग्रेसी विधायकों के सामूहिक इस्तीफे से वर्तमान सरकार सदन का विश्वास खो चुकी है। इसके बाद भी मंत्रीमंडल की बैठक कर नीतिगत निर्णय लिए जा रहे हैं। इस्तीफे स्वीकार नहीं करने से संविधानिक विफलता की स्थिति पैदा हो रही है।

भाजपा विधायक राजेंद्र राठौड़ ने बताया कि डिवीजनल बेंच ने सुनवाई के बाद दो सप्ताह का नोटिस जारी किया है। अब ये मामला ज्यूडिशियल रिव्यू में आ गया है। मैं समझता हूं, अब उचित निर्णय होगा, क्योंकि हाईकोर्ट की जयपुर खंडपीठ ने मामला सुनवाई के लिए स्वीकार कर नोटिस जारी कर दिया है। चूरू से भाजपा विधायक राजेंद्र राठौड़ ने बताया कि हाईकोर्ट के नोटिस पर विधानसभा अध्यक्ष और सचिव पक्ष को अपना-अपना पक्ष रखना होगा। उन्होंने अब तक 70 दिन गुजर जाने के बाद भी कांग्रेसी विधायकों के इस्तीफों पर निर्णय नहीं लिया है। उन्होंने सवाल उठाया कि संविधान के आर्टिकल 190 (3)बी और 172 (2) के तहत उनके इस्तीफे स्वीकार क्यों नहीं किए? उन्होंने बताया कि इन तमाम बातों का नोटिस के तहत उन्हें जवाब देना है।

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