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Vote / Poll

BJP और Congress के बीच क्या Rajasthan में Aam Aadmi Party अपनी जगह बना पाएगी ?

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अब जनता कांग्रेस-भाजपा से परेशान हो चुकी है
30%
'आप' की वजह से कांग्रेस और भाजपा में चिंता है
10%
केजरीवाल राजस्थान में कामयाब नहीं हो पाएंगे
90%
राजस्थान में भी 'आप' की सरकार बननी चाहिए
70%
Total count : 138

Vote / Poll

डेगाना विधानसभा क्षेत्र से आप किसको भाजपा का जिताऊँ प्रत्याशी मानते है ?

अजय सिंह किलक
56%
शिव देशवाल
26%
अन्य
18%
Total count : 7524

Vote / Poll

कर्नाटक का मुख्यमंत्री किसे बनाया जा सकता है?

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सिद्देरमैया
67%
डीके शिवकुमार
13%
मल्लिकार्जुन खड़गे
13%
बता नहीं सकते
7%
Total count : 15

Vote / Poll

फिल्मों के विवादित होने के क्या कारण हैं?

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समुदाय विशेष को टारगेट करना
33%
राजनीतिक लाभ लेने के लिए
11%
फिल्मों को हिट करने के लिए
44%
कुछ बता नहीं सकते
11%
Total count : 9

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आईएएस की हत्या में उम्रकैद काट रहे बिहार के बाहुबली आनंद मोहन रिहा, पटना हाईकोर्ट में रिहाई के खिलाफ जनहित याचिका दाखिल

The Fact India: बिहार में गोपालगंज डीएम और वरिष्ठ आईएएस जी कृष्णैया की हत्या मामले में उम्रकैद की सजा काट रहे पूर्व सांसद व बाहुबली आनंद मोहन सिंह को गुरुवार (आज) को तड़के 4.30 बजे सहरसा जेल से रिहा कर दिया गया। आनंद मोहन सिंह बीते 16 साल से सहरसा जेल में बंद थे। बिहार सरकार के लोक सेवक हत्या कानून में संशोधन की वजह से आनंद मोहन सिंह की जेल से रिहाई हुई है। रिहाई पर दुख जताते हुए आईएएस कृष्‍णैया की पत्नी उमा देवी 26 अप्रैल को आनंद मोहन सिंह की रिहाई के खिलाफ पटना हाईकोर्ट में जनहित याचिका (पीआईएल) दायर की। इस याचिका में रिहाई के बदले गए नियमों को रद करने की मांग की गई है।

 

जेल से छूटने के बाद वह सीधे अपने गांव पंचगछिया रवाना हो गए हैं। आरजेडी ने कहा कि बाहुबली आनंद मोहन सिंह की रिहाई नियमों के तहत ही हो रही है। आरजेडी ने कहा कि विरोधी बेवजह का सवाल खड़ा कर रहे हैं। आनंद मोहन की रिहाई पर बिहार से लेकर दिल्ली तक सियासत के गलियारों में चर्चा तेज हो गई है। करीब 17 साल पहले बिहार में गोपालगंज के डीएम जी कृष्णैया की हत्या हुई थी। इस मामले में मुख्य आरोपी और बाहुबली सांसद आनंद मोहन सिंह को आजीवन कारावास की सजा हुई थी। हालांकि हत्या के मामले में उनकी सजा पूरी हो गई है।

 

अभी पूर्व सांसद आनंद मोहन 15 दिन के पैरोल पर जेल से बाहर आए थे। बुधवार को जेल में हाजिरी दी थी। रात भर जेल में रहने के बाद गुरुवार की सुबह-सुबह रिहा कर दिया गया। लोक सेवक हत्या कानून में संशोधन और जेल मैनुअल में संशोधन के बाद आनंद मोहन के साथ ही 27 अन्य कैदियों को भी रिहा किया गया है। आनंद मोहन की रिहाई पर गोपालगंज के तत्कालीन जिलाधिकारी जी कृष्णैया (जिनकी 1994 में गैंगस्टर से नेता बने आनंद मोहन सिंह ने हत्या कर दी थी) की बेटी पद्मा ने हैदराबाद में कहा कि, नीतीश कुमार ने जो आनंद मोहन की रिहाई का फैसला लिया है वह बहुत ही गलत है। हम चाहते हैं कि सरकार इसपर पुनर्विचार करे। हम इस फैसले के खिलाफ अपील करेंगे। आंध्र प्रदेश के आईएएस एसोसिएशन ने गोपालगंज के पूर्व जिलाधिकारी जी कृष्णैया की हत्या के दोषियों की रिहाई पर आपत्ति जताई है और बिहार सरकार से अपने फैसले पर पुनर्विचार करने की अपील की है।

आईएएस की हत्या में उम्रकैद काट रहे बिहार के बाहुबली आनंद मोहन रिहा, पटना हाईकोर्ट में रिहाई के खिलाफ जनहित याचिका दाखिल

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