Categories
Vote / Poll
BJP और Congress के बीच क्या Rajasthan में Aam Aadmi Party अपनी जगह बना पाएगी ?
Vote / Poll
डेगाना विधानसभा क्षेत्र से आप किसको भाजपा का जिताऊँ प्रत्याशी मानते है ?
Vote / Poll
कर्नाटक का मुख्यमंत्री किसे बनाया जा सकता है?
Vote / Poll
फिल्मों के विवादित होने के क्या कारण हैं?
Recent Posts
Newsletter
Subscribe to our mailing list to get the new updates!
Recommended Posts
Featured Posts
दो पत्नियों में पति का 'बंटवारा', हफ्ते में 3-3 दिन दोनों के साथ रहेगा पति, संडे को उसकी मर्जी
- March 14, 2023 Author : Santosh Pandey
The Fact India: ग्वालियर में एक पति का 'बंटवारा' हुआ है। जी हां, आपने सही पढ़ा। यह फिल्मी खबर नहीं, बल्कि हकीकत में ऐसा हुआ है। एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर ने शादीशुदा होते हुए दूसरी शादी कर ली। मामला फैमिली कोर्ट तक पहुंचा। लेकिन कोर्ट के बाहर ही अनोखा समझौता हो गया। समझौते में तय हुआ कि पति सप्ताह में तीन दिन एक पत्नी के साथ रहेगा और 3 दिन दूसरी पत्नी के साथ। रविवार को पति की मर्जी होगी कि वह चाहे जिसके साथ रहे।
पति ने एक-एक फ्लैट दोनों पत्नियों को दे दिए हैं। पति की दूसरी शादी की बात पता लगने के बाद ग्वालियर की रहने वाले 28 वर्षीय एक महिला शिकायत लेकर फैमिली कोर्ट में पहुंची थी। वह अपने और बेटे के भरण पोषण के लिए केस दायर करने आई थी। लेकिन न्यायालय में काउंसलर ने उसे समझाया। पति-पत्नी दोनों की काउंसलिंग की और कोर्ट के बाहर ही समझौता करा दिया।
यह है पति के बंटवारे की पूरी कहानी...
ग्वालियर की रहने वाली 28 वर्षीय महिला की शादी साल 2018 में हुई थी। पति हरियाणा के गुरुग्राम में एक मल्टीनेशनल कंपनी में सॉफ्टवेयर इंजीनियर है। दो साल तक पति-पत्नी साथ रहे। इनका एक बच्चा भी है। साल 2020 में लॉकडाउन के दौरान पत्नी को पति महिला के मायके ग्वालियर छोड़ गया था। फिर उसे लेने नहीं आया। इसी बीच उसी की कंपनी में साथ काम करने वाली एक महिला कर्मचारी के साथ इंजीनियर पति के संबंध बन गए। उसके साथ वह लिव इन में रहने लगा। बाद में शादी कर ली और एक एक लड़की हुई। इधर, पति के नहीं आने पर पहली पत्नी गुरुग्राम पहुंच गई।
वहां उसे जानकारी मिली कि पति ने तो दूसरी शादी कर ली है। इस बात को लेकर दोनों में विवाद भी हुआ। नाराज पत्नी ग्वालियर की फैमिली कोर्ट पहुंच गई। वह अपने और बेटे के भरण पोषण लेने के लिए केस करना चाहती थी, लेकिन उसकी मुलाकात फैमिली कोर्ट में काउंसलर हरीश दीवान से हुई, जिसने काउंसलिंग की। काउंसलर एडवोकेट हरीश दीवान ने महिला को समझाया कि उसके और बेटे के भरण पोषण के लिए 7 से 8 हजार रुपए तक ही मिल पाएंगे। इससे उसका क्या फायदा होगा।
काउंसलर ने महिला के पति से फोन पर बात की। काउंसलर हरीश दीवान ने सॉफ्टवेयर इंजीनियर को समझाया कि इस मामले में कोर्ट में केस जाने से उसे बहुत सारे नुकसान हो सकते हैं। एफआईआर होने पर उसकी नौकरी भी जा सकती है। इसलिए वह आउट ऑफ कोर्ट बातचीत कर समझौता कर ले। इससे वह भी खुश रहेगा और उसकी पत्नियां भी खुश रहेंगी। 6 महीने के अंदर 5 बार काउंसलिंग की। न्यायालय में केस पहुंचने से पहले ही दोनों के बीच सुलह करा दी। समझौते के मुताबिक पति हफ्ते में तीन-तीन दिन दोनों के साथ रहेगा। रविवार को पति की छुट्टी रहेगी। वह अपनी इच्छा के अनुसार कहीं भी रुक सकता है। वह दोनों पत्नियों के साथ रह सके उसके लिए दोनों को गुरुग्राम में एक-एक फ्लैट दे दिया है।
- Post By Santosh