Categories
Vote / Poll
BJP और Congress के बीच क्या Rajasthan में Aam Aadmi Party अपनी जगह बना पाएगी ?
Vote / Poll
डेगाना विधानसभा क्षेत्र से आप किसको भाजपा का जिताऊँ प्रत्याशी मानते है ?
Vote / Poll
कर्नाटक का मुख्यमंत्री किसे बनाया जा सकता है?
Vote / Poll
फिल्मों के विवादित होने के क्या कारण हैं?
Recent Posts
Newsletter
Subscribe to our mailing list to get the new updates!
Recommended Posts
Featured Posts
कनाडा से 700 भारतीय छात्रों के डॉक्यूमेंट्स फर्जी, इन्हें देश से निकालने की तैयारी, धरने पर बैठे छात्र, विदेश मंत्री जयशंकर बोले- छात्र बेकसूर
The Fact India: कनाडा से 700 भारतीय छात्रों को निकालने की तैयारी चल रही है। कनाडा की बॉर्डर सर्विस एजेंसी सीबीएसए ने 700 भारतीय छात्रों को डिपोर्टेशन यानी देश से निकाले जाने का पत्र जारी कर दिया है। सीबीएसए के मुताबिक, इन छात्रों के पास एडमिशन लेटर्स फर्जी हैं। इन्हीं के जरिए ही इन छात्रों ने कई यूनिवर्सिटी में एडमिशन ले लिया। भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा है कि छात्र बेकसूर हैं। कनाडा सरकार असली दोषियों पर कार्रवाई करे। कनाडाई सरकार की घोषणा के बाद भारत के करीब 700 स्टूडेंट्स सीबीएसए के हेडक्वार्टर के बाहर और मिसिसॉगा एयरपोर्ट के पास धरने पर बैठ गए हैं। इनमें से ज्यादातर स्टूडेंट्स पंजाब प्रांत के हैं।
कनाडा की संसद में न्यू डेमोक्रैटिक पार्टी के नेता जगमीत सिंह ने पीएम ट्रूडो से इस विषय में जवाब मांगा। टूड्रो ने संसद में कहा कि हम दोषियों की पहचान कर उनको सजा देना चाहते हैं। किसी भी पीड़ित के खिलाफ कार्रवाई नहीं होगी। हम उन्हें उनका पक्ष और उससे जुड़े सबूत पेश करने का पूरा मौका देंगे। इंटरनेशनल स्टूडेंट्स हमारे देश की पूंजी हैं। वो कनाडा के विकास में अहम भूमिका निभाते हैं।
कनाडा की मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, कनाडा में प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो की सरकार ने छात्रों को वापस भारत भेजने का फैसला किया है। वहीं डिपोर्ट किए जाने के डर से ये स्टूडेंट्स देशभर में प्रदर्शन कर रहे हैं। मामले में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि पिछले कुछ समय से छात्रों का यह मामला आ रहा है। अगर उन्हें गुमराह करने वाले लोग हैं, तो दोषी पक्षों के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए। नेक नीयत से पढ़ाई करने वाले छात्र को सजा देना गलत है। मुझे लगता है कि कनाडा भी ये मानता है कि अगर किसी छात्र ने कोई गलती नहीं की है तो यह उसे सजा देना गलत होगा
दरअसल, छात्रों का आरोप है कि वो जिन एजेंट्स के जरिए कनाडा आए थे, उन्होंने धोखाधड़ी की है। ये एजेंट्स पहले पैसे ले लेते हैं और फिर छात्रों को जाली डॉक्यूमेंट्स देते हैं। इसके बाद वो यूनिवर्सिटी में सीट फुल होने का बहाना करके स्टूडेंट्स को दूसरी यूनिवर्सिटी में एडमिशन दिलाते हैं। डिग्री पूरी करने के बाद कई छात्र जब नागरिकता के लिए अप्लाय करते हैं तो उन्हें पता चलता है कि उनके दस्तावेज गलत हैं।