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ऑस्ट्रेलियाई के समुद्र तट पर मिली रहस्यमयी चीज भारतीय रॉकेट का मलबा निकला; ऑस्ट्रेलिया की स्पेस एजेंसी को जांच करने में लगे दो हफ्ते
The Fact India: ऑस्ट्रेलिया के समुद्र तट पर 17 जुलाई को मिली रहस्यमयी चीज भारतीय रॉकेट का मलबा है। सोमवार को ऑस्ट्रेलिया की स्पेस एजेंसी ने जानकारी दी कि बेलनाकार अनजान चीज कुछ और नहीं बल्कि भारतीय रॉकेट का मलबा है। तीसरी स्टेज पर अलग हुआ पीएसएलवी लांच व्हीकल का हिस्सा है। हालांकि, इसरो ने अब तक इस मामले से जुड़ी कोई जानकारी नहीं दी है।
17 जुलाई को ऑस्ट्रेलिया के समुद्र तट पर बहकर आई एक रहस्यमयी चीज ने सबको हैरान कर दिया था। रॉकेट का हिस्सा मिलने वाले दिन ऑस्ट्रेलियाई स्पेस एजेंसी ने इसकी तस्वीर ट्वीट करते हुए कहा था कि जुरियन बे, वेस्टर्न ऑस्ट्रेलिया में मिली इस वस्तु की हम जांच कर रहे हैं। ये कोई फॉरेन स्पेस लांच व्हीकल का हिस्सा हो सकता है।
स्पेस एजेंसी ने लोगों से इसे न छूने की हिदायत दी थी। साथ ही ये भी बताया था कि ऐसी ही अगर कोई और चीज मिलती है तो स्पेस एजेंसी को मेल पर जानकारी दें। इसकी जांच में ऑस्ट्रेलिया की स्पेस एजेंसी को दो हफ्तों का समय लगा। पहले इस टुकड़े के जासूसी उपकरण और लापता एमएच370 फ्लाइट का हिस्सा होने की आशंका जताई जा रही थी।
इसरो और न ही ऑस्ट्रेलिया की स्पेस एजेंसी ने इस टुकड़े के बारे में ज्यादा जानकारी दी है। हालांकि, सोशल मीडिया पर लोग इस टुकड़े को चंद्रयान-3 से जोड़कर देख रहे हैं। इसकी लांचिंग 14 जुलाई को दोपहर 2.35 बजे हुई थी। 5 अगस्त को ये चंद्रमा की ऑर्बिट में पहुंचेगा और 23 अगस्त को चंद्रमा पर लैंड करेगा। सफलता मिलते ही अमेरिका, रूस और चीन के बाद भारत ऐसा करने वाला चौथा देश बन जाएगा।
ऑस्ट्रेलिया की स्पेस एजेंसी ने कहा है कि फिलहाल 2 मीटर ऊंचे टुकड़े को स्टोरेज में रखा गया है। संयुक्त राष्ट्र संघ की स्पेस ट्रीटी के तहत भारत भी इसकी जांच में सहयोग कर रहा है। जांच के लिए ऑस्ट्रेलिया ने दुनियाभर की एजेंसियों से संपर्क किया था।