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Vote / Poll

BJP और Congress के बीच क्या Rajasthan में Aam Aadmi Party अपनी जगह बना पाएगी ?

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अब जनता कांग्रेस-भाजपा से परेशान हो चुकी है
30%
'आप' की वजह से कांग्रेस और भाजपा में चिंता है
10%
केजरीवाल राजस्थान में कामयाब नहीं हो पाएंगे
90%
राजस्थान में भी 'आप' की सरकार बननी चाहिए
70%
Total count : 138

Vote / Poll

डेगाना विधानसभा क्षेत्र से आप किसको भाजपा का जिताऊँ प्रत्याशी मानते है ?

अजय सिंह किलक
56%
शिव देशवाल
26%
अन्य
18%
Total count : 7524

Vote / Poll

कर्नाटक का मुख्यमंत्री किसे बनाया जा सकता है?

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सिद्देरमैया
67%
डीके शिवकुमार
13%
मल्लिकार्जुन खड़गे
13%
बता नहीं सकते
7%
Total count : 15

Vote / Poll

फिल्मों के विवादित होने के क्या कारण हैं?

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समुदाय विशेष को टारगेट करना
33%
राजनीतिक लाभ लेने के लिए
11%
फिल्मों को हिट करने के लिए
44%
कुछ बता नहीं सकते
11%
Total count : 9

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देश में इस साल सामान्य से कम बारिश होने का अनुमान, अनाज के उत्पादन पर पड़ेगा असर, महंगाई बढ़ने का अंदेशा

The Fact India: देश में इस साल सामान्‍य से कम बारिश का अनुमान जताया गया है। इससे अनाज की पैदावार घट सकती है। कम बारिश होने से महंगाई बढ़ने का अंदेशा है। सोमवार को मौसम का यह अनुमान वेदर एजेंसी स्काईमेट ने लगाया है। जनवरी में स्काईमेट ने मानसून के सामान्य से कम रहने का अनुमान लगाया था। अब उसने अपने उसी आउटलुक को बरकरार रखा है।

 

देश में आमतौर पर एक जून से गर्मियों की फसलों की बुआई की शुरु होती है, जो अगस्‍त के पहले हफ्ते तक चलती रहती है। इस समय तक भारत में मानसून की बारिश शुरु हो जाती है। सामान्य से कम मानसून के कारण देश में अनाज की पैदावार को नुकसान पहुंच सकता है। मार्च की बेमौसम बारिश से भी रबी फसल के उत्‍पादन पर असर पड़ने की आशंका जताई गई है।

 

स्काईमेट ने बताया कि लांग पीरियड एवरेज यानी एलपीए की 94 फीसदी बारिश हो सकती है। यदि मानसून एलपीए का 96-104 फीसदी होता है तो इसे सामान्य बारिश कहा जाता है। इसी तरह यदि बारिश लांग पीरियड एवरेज का 104 से 110 फीसदी के बीच होती है तो इसे सामान्य से ज्यादा बारिश कहते हैं।

 

110 फीसदी से अधिक होने पर एक्सेस या ज्यादा बारिश हुई, ऐसा कहते हैं। इसी तरह यदि बारिश 90-96 फीसदी के बीच होती है तो इसे सामान्य से कम कहा जाता है। 90 फीसदी से कम बारिश यानी सूखा पड़ना कहा जाता है। हालांकि, इंडियन मीटियरोलॉजिकल डिपार्टमेंट (आईएमडी) ने अभी तक बारिश का अनुमान जारी नहीं किया है।

 

स्काईमेट के अनुसार देश के नॉर्दन और सेंट्रेल रीजन में कम बारिश होने की सबसे ज्यादा संभावना है। सेंट्रल रीजन गुजरात, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र में जुलाई और अगस्त के महीनों में कम बारिश हो सकती है। वहीं, नॉर्थ इंडिया के पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और उत्तर प्रदेश में सीजन के दूसरे भाग में सामान्य से कम बारिश होने का अनुमान जताया गया है।

देश में इस साल सामान्य से कम बारिश होने का अनुमान, अनाज के उत्पादन पर पड़ेगा असर, महंगाई बढ़ने का अंदेशा

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