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भारतीय कुश्तीे संघ के अध्यक्ष के खिलाफ जंतर-मंतर पर रेसलर्स का धरना जारी, केंद्र ने कहा- बृजभूषण पर एफआईआर से पहले जांच जरूरी
- April 26, 2023 Author : Santosh Pandey
The Fact India: दिल्ली के जंतर-मंतर पर पहलवानों का भारतीय कुश्ती संघ (डब्ल्यूएफआई) के अध्यक्ष और भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ धरना चौथे दिन बुधवार को भी जारी रहा। वहीं, सुप्रीम कोर्ट में देश के सॉलिसिटर जनरल (एसजी) तुषार मेहता ने कहा कि एफआईआर दर्ज करने से पहले डब्ल्यूएफआई के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह मामले में प्रारंभिक जांच करनी बहुत जरूरी है। इस मामले ने अब राजनीतिक रंग लेना शुरू कर दिया है।
दिल्ली पुलिस ने बुधवार को सुप्रीम कोर्ट में एफआईआर दर्ज न करने का जवाब दाखिल किया। इसमें कहा कि पुलिस इसमें केस दर्ज करने से पहले जांच कर रही है। आरोपों की जांच के बाद प्राथमिकी दर्ज करने की ओर बढ़ा जाएगा। कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी ने अपील की है कि पहलवानों का साथ दें। इसी बीच धरना स्थल पर राजस्थान से चलकर दिल्ली पहुंचे जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने भी खिलाड़ियों का समर्थन किया।
दिल्ली महिला आयोग (डीसीडब्ल्यू) की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने कहा कि पांच दिन हो गए पर दिल्ली पुलिस ने पहलवानों की शिकायत पर एफआईआर दर्ज नहीं की, ये गैर-कानूनी है। कानून की धारा 166 ए (सी) आईपीसी कहती है कि अगर पुलिस वाला सेक्सुअल हैरेसमेंट की एफआईआर दर्ज न करे तो उसके खिलाफ एफआईआर हो सकती है। हमने दोषी पुलिस अफसरों पर एफआईआर करने की सिफारिश भेजी है।
वहीं, चौथे दिन की शुरुआत पहलवानों ने जंतर-मंतर की सड़कों पर दौड़ लगाने से की। वह मॉर्निंग वॉक कॉस्टयूम पहनकर उतरे। इस दौरान वहां उन्होंने वर्कआउट किया और अस्थाई अखाड़ा मानकर ट्रेनिंग भी की। करीब 1 घंटे तक पहलवानों ने वहां पसीना बहाया। ओलंपियन पहलवान बजरंग पूनिया ने कहा- हम शांतिपूर्ण तरीके से विरोध कर रहे हैं और यहां ट्रेनिंग भी कर रहे हैं।
कांग्रेसी नेता प्रियंका गांधी ने ट्वीट कर लिखा कि खिलाड़ी देश का मान होते हैं। मगर महिला पहलवान देश की संसद के बगल की सड़क पर आंखों में आंसू लिए बैठी हैं। लंबे समय से चल रहे शोषण के खिलाफ उनकी शिकायत कोई सुन नहीं रहा। मजबूत बाजुओं, मगर भोले दिल की इन लड़कियों ने यकीन किया जब इनसे सरकार ने कहा कि जांच होगी, मगर जांच नहीं हुई। सजा का प्रश्न ही नहीं उठा। क्या सरकार दोषियों को बचाना चाहती है। किसका दबाव है दिल्ली पुलिस पर? बता दें कि सात महिला रेसलर्स की याचिका पर सुनवाई करने के लिए सुप्रीम कोर्ट राजी हो गया है। कोर्ट ने कहा- 'पहलवानों ने याचिका में यौन उत्पीड़न के गंभीर आरोप लगाए हैं। इन पर विचार किए जाने की जरूरत है।' अब इस मामले में शुक्रवार यानी 28 अप्रैल को सुनवाई होगी।
- Post By Santosh